अफगानिस्तान के महा वाणिज्यदूत ने अफगान लोगों के लिए मानवीय सहायता तथा अफगान व्यापारियों के लिए आर्थिक अवसर प्रदान करने के लिए चाबहार बंदरगाह के महत्व पर जोर दिया। ईरान के दक्षिणी तटीय क्षेत्र में सिस्तान-बलोचिस्तन प्रांत में स्थित चाबहार बंदरगाह का विकास भारत और ईरान मिलकर कर रहे हैं।
China Middle East: चीन मध्य पूर्व के देशों पर लगातार अपना प्रभाव बढ़ा रहा है। वो यहां भारी मात्रा में निवेश कर रहा है और इसके लिए इन देशों के साथ समझौते कर रहा है।
Israel Palestine Crisis: मई 2021 में इजरायल और हमास के बीच हुई लड़ाई में इजरायल के एक सैनिक के अलावा देश में रह रहे एक दर्जन से ज्यादा आम नागरिक मारे गए थे।
मंगलवार को भी राहुल गांधी ने ट्विट कर आरोप लगाया था कि कोरोना वायरस की जांच के लिए जरूरी किट खरीदने में विलंब किया गया, जिस कारण आज देश में किट की कमी है
ईरान ने समझौते को बचाने के लिए इसके अन्य साझेदारों पर दबाव बढ़ाने की कोशिश के तहत आठ मई को घोषणा की थी कि वह संवर्धित यूरेनियम और भारी जल भंडार पर लगाई गई सीमा को अब नहीं मानेगा।
अमेरिका ने सोमवार को कहा कि ईरान के साथ बढ़ते तनाव को ध्यान में रखते हुए उसने पश्चिम एशिया में 1000 अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की अनुमति दे दी है।
Sri Sri Ravi Shankar to India TV: 'Country needs to resolve Ram Mandir issue urgently'
Middle-East like situation likely in India if Ram Mandir issue is not resolved, says Sri Sri Ravishankar
सरकार ने ना सिर्फ थल सेना के अधिकारी बर्खास्त किए हैं बल्कि वायुसेना के भी अधिकारियों को भी पदों से हटा दिया है।
अप्रैल से अक्टूबर में देश से कुल 72,52,737 टन चावल का निर्यात हो चुका है जबकि वित्तवर्ष 2016-17 में इस दौरान देश से 60,53,528 टन चावल का एक्सपोर्ट हुआ था
मध्यपूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया में ऊंची मांग की वजह से इस वित्त वर्ष में भारत के जेम्स एंड ज्वैलरी का निर्यात 42 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है।
देश से जेम्स एंड ज्वैलरी का निर्यात वित्त वर्ष 2016-17 में 12.32 प्रतिशत बढ़कर 2.89 लाख करोड़ रुपए हो गया है। अमेरिका और हांगकांग से मांग बढ़ी है।
एग्रीकल्चर एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलप्मेंट ऑथोरिटी (APEDA) के मुताबिक वित्त वर्ष 2017-18 में आम निर्यात 50,000 टन के पार पहुंच सकता है।
जेपी मॉर्गन की रिपोर्ट के मुताबिक तेल उत्पादक देश इस साल 240 अरब डॉलर (करीब 16,23,992 करोड़ रुपए) की इंटरनेशनल संपत्ति बेच सकते हैं।
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