पिछले एक दो साल में टेक्नोलॉजी की दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है। लगभग हर एक टेक कंपनी अपनी वेबसाइट या फिर ऐप में एआई टूल का इस्तेमाल कर रही है। इस बीच माइक्रोसॉफ्ट ने एक ऐसा एआई टूल लॉन्च किया है जिससे आप रियल इमोशन्स के साथ नकली वीडियो बना सकते हैं।
केन्द्र सरकार AI को रेगुलेटरी के दायरे में लाने की तैयारी में है। लोकसभा चुनाव 2024 के बाद सरकार इसे लेकर कंसल्टेशन प्रक्रिया शुरू कर देगी। AI को रेगुलेटरी दायरे में लाने के बाद टेक कंपिनयों को अपने AI मॉडल को टेस्ट करने से पहले परमिशन लेने की जरूरत होगी।
PM Modi ने Microsoft के पूर्व CEO बिल गेट्स से भारत में हो रहे डिजिटल क्रांति से लेकर टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को लेकर बात की है। पीएम मोदी ने भारत में नई टेक्नोलॉजी जैसे AI को लेकर भी कई बातें की है...
अगर आप इंस्टाग्राम, यूट्यूब या फिर दूसरे प्लेटफॉर्म में शॉर्ट वीडियो देखने का शौक रखते हैं तो आपके काम की खबर है। बहुत जल्द एक और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में शॉर्ट वीडियो फीड का फीचर आने जा रहा है। अपकमिंग फीचर से इंस्टाग्राम को कड़ी टक्कर मिल सकती है।
Digital Competition Bill: केन्द्र सरकार ने बड़ी टेक कंपनियों पर लगाम लगाने के लिए डिजिटल प्रतिस्पर्धा कानून लाने की तैयारी कर ली है। पिछले साल फरवरी में गठित 16 सदस्यीय इंटर-मिनिस्ट्रीयल कमिटी ने इस बिल का ड्राफ्ट केन्द्र सरकार को सौंप दिया है।
माइक्रोसॉफ्ट का बाजार मूल्यकांन बुधवार को 3 ट्रिलियन डॉलर के स्तर को पार कर गया है। आज कंपनी के शेयर में एक प्रतिशत से ज्याद की तेजी हुई है।
टेक्नोलॉजी के दौर में आए दिन नए नए प्रोडक्ट लॉन्च होते रहते हैं। हाल ही में हुए CES 2024 में एक ऐसा प्रोडक्ट लॉन्च हुआ जिसने लोगों का ध्यान खूब खींचा। Rabbit R1 को देखकर माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला भी खूब इंप्रेस हुए। इस छोटे से डिवाइस में ऐसे फीचर्स मिलते हैं जो स्मार्टफोन को भी कड़ी टक्कर दे सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट अब दुनिया की सबसे बड़ी वैल्यूएबल कंपनी बन गई है। माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप शुक्रवार को 2.89 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया। वहीं, 2.87 ट्रिलियन डॉलर के एमकैप के साथ एपल दूसरे स्थान पर आ गई है।
Microsoft का मार्केट कैप वैल्यूएशन 2.875 ट्रिलियन डॉलर हो गया है। आज के कारोबारी सत्र में 1.6 प्रतिशत की तेजी आई है।
Microsoft AI Odyssey: माइक्रोसॉफ्ट 1 लाख भारतीय डेवलपर्स को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI की ट्रेनिंग देने वाला है। माइक्रोसॉफ्ट के इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में डेवलपर्स नए AI टूल्स और टेक्नोलॉजी के बारे में सीख पाएंगे। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए फ्री में रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
Microsoft Copilot AI Key: माइक्रोसॉफ्ट जल्द ही आपके पीसी के की-बोर्ड में बड़ा बदलाव करने का जा रहा है। पिछले 30 साल में ऐसा पहली बार होगा, जब विंडोज पीसी के की-बोर्ड में कोई नया बटन जोड़ा जाएगा। को-पायलट एआई को माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में लॉन्च किया है।
इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, बाल्मर की संपत्ति इस साल अनुमानित 29 अरब डॉलर से बढ़कर लगभग 115 अरब डॉलर हो गई है और वह अपने बॉस रहे बिल गेट्स से पीछे हैं जो 121 अरब डॉलर के साथ चौथे स्थान पर हैं।
अगर आप विंडोज सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए गुड न्यूज है। माइक्रोसॉफ्ट बहुत जल्द अपने यूजर्स के लिए फोन लिंक का बड़ा फीचर लाने जा रहा है। इस फीचर की मदद से आप अपने स्मार्टफोन के कैमरे को लैपटॉप से कनेक्ट करके वेबकैम की तरह ही इस्तेमाल कर सकेंगे।
ओपनएआई ने जब से सैम ऑल्टमैन को बर्खास्त किया है तब से कंपनी में उथल पुथल मची हुई है। अभी कुछ घंटे पहले माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने जानकारी दी थी, कि ऑल्टमैन और ग्रेग ब्रॉकमैन माइक्रोसॉफ्ट की एआई टीम को जॉइन करेंगे लेकिन अब उन्होंने ऐसे संकेत दिए हैं कि ऑल्टमैन ओपनएआई में वापसी कर सकते हैं।
ओपनएआई ने 17 नवंबर को कंपनी ने सैम ऑल्टमैन को उनके पद से बर्खास्त कर दिया था। नौकरी जाने के महज दो दिन बाद ही सैम को एक दिग्गज कंपनी में नई जॉब मिल गई है। वह जल्द ही अपनी नई नौकरी ज्वॉइन करेंगे। सैम के साथ ग्रेग ब्रॉकमैन भी नई कंपनी ज्वॉइन करेंगे।
सैम ऑल्टमैन को पिछले हफ्ते ओपनएआई बोर्ड ने बर्खास्त कर दिया था। ऑल्टमैन के साथ-साथ ओपनएआई के पूर्व अध्यक्ष ग्रेग ब्रॉकमैन भी माइक्रोसॉफ्ट से जुड़ने जा रहे हैं।
टेलीकॉम कंपनियों की ओर से इसे लेकर केंद्र सरकार को एक पत्र भी लिखा है, जिसमें बताया कि कैसे ये कंपनियों ओटीटी ऐप पर ग्राहकों को मैसेज भेजकर राजस्व को नुकसान पहुंचा रही है।
माइक्रोसॉफ्ट का नाम दुनिया की दिग्गज कंपनियों में गिना जाता है। कंपनी को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है। एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि कंपनी के कर्मचारियों की सैलरी गाइडलाइन्स ऑनलाइन लीक हो गई है। बताया जा रहा है कि लीक हुए डेटा का इस्तेमाल कंपनी में मैनेजर की पोस्टिंग के दौरान किया जाता है।
टेक्नोलॉजी की दुनिया में अक्सर डेटा लीक के मामले सामने आते रहते हैं। लेटेस्ट न्यूज माइक्रोसॉफ्ट से सामने आई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब तीन साल पहले माइक्रोसॉफ्ट से 38TB डेटा लीक हो गया था। इस डेटा लीक में कंपनी के दो कर्मचारियों के कंप्यूटर का बैकअप भी शामिल था।
माइक्रोसॉफ्ट का ऑफिस सॉफ्टवेयर कार्यालयों में होने वाले रोजमर्रा के कामकाज का ब्योरा दर्ज करने में व्यापक तौर पर इस्तेमाल होता रहा है।
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