एमआई चारधाम हेलीपैड पर यात्रियों को उतार रहा है जबकि चिनूक गौचर हवाई पट्टी पर यात्रियों को उतरेगा। सुबह नौ बजे तक 133 लोगों को केदारनाथ से एमआई, चिनूक और अन्य छोटे हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित एयर लिफ्ट किया जा चुका है।
नैनिताल के जंगल 36 घंटे से जल रहे हैं और अब तक कई हेक्टेयर के जंगल जलकर खाक हो चुके हैं। जंगल की आग को रोकने के लिए वन विभाग ने भारतीय वायुसेना और भारतीय सेना से मदद मांगी है।
भोपाल के जिलाधिकारी अविनाश लवानिया ने बताया कि ग्रुप कैप्टन सिंह का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को भारतीय वायुसेना के विमान से आएगा और उनका अंतिम संस्कार 17 दिसंबर को किया जाएगा।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। 3, कामराज मार्ग से निकली अंतिम यात्रा में लोग कई जगहों पर नम आंखों के साथ पुष्पवर्षा करते दिखे।
रुस निर्मित हेलीकॉप्टर एमआई- 17वी5 दुर्घटना में रक्षा प्रमुख अध्यक्ष (सीडीएस) बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और सशस्त्र बल के 11 कर्मियों की मौत हो गयी।
यहां के गांव में चाय बागानों में काम करने वाले मजदूर उस समय अवाक रह गए जब उन्होंने जंगलों में जोरदार धमाके की आवाज के साथ ही आग की लपटों को उठते देखा।
सूत्रों का कहना है कि इस वक्त सरकार का पूरा फोकस घायल ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के ईलाज पर है। वरूण ठीक होने के बाद बताने की स्थिति में होंगे कि हादसा कैसे हुआ।
जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत और सशस्त्र बलों के अन्य 11 कर्मियों की मौत पर गहरा दुख जताते हुए शाह ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति भी संवेदनाएं प्रकट की।
आधुनिक तकनीकों से लैस सेना का ये Mi-17V5 हेलिकॉप्टर कई ऑपरेशन को अंजाम दे चुका है। हालांकि, कई बार ये हेलिकॉप्टर क्रैश भी हो चुका है।
Mi-17V5 हेलिकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत समेत 14 लोग सवार थे। इस हादसे में चार अधिकारियों की मौत हो गई है।
कोरोना महामारी के संकट के दौर में एक और बड़ी आफत बनकर आईं टिड्डियों से निपटने के लिए अब वायुसेना ने अपने 2 एमआई-17 हेलीकॉप्टर भेजे हैं।
27 फरवरी को श्रीनगर के पास बडगाम में भारतीय वासुसेना के Mi-17 हेलीकॉप्टर के हादसे का शिकार होने के मामले में 6 अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
अरुणाचल प्रदेश में भारतीय वायुसेना के AN-32 विमान हादसे में सभी 13 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। गुरुवार को भारतीय वायुसेना ने इसकी पुष्टि की है
3 जून को लापता हुए वायुसेना के AN-32 विमान के मलबे की पहली तस्वीर सामने आ गई है।
आठ दिन पहले लापता हुए वायुसेना के AN-32 विमान का मलबा अरुणाचल प्रदेश में लिपो से 16 किलोमीटर उत्तर में मिला।
सूत्रों ने बताया कि कोर्ट ऑफ इनक्वायरी के तहत इस बात की जांच हो रही है कि क्या यह हेलीकॉप्टर वायुसेना के वायु रक्षा प्रणाली द्वारा तो दुर्घटनावश निशाना नहीं बनाया गया था। उस समय बालाकोट हमले के बाद वायुसेना का वायु रक्षा तंत्र बिल्कुल चौकस था।
उत्तराखंड: केदारनाथ मंदिर के पास लैंड होते समय हेलिकॉप्टर क्रैश, 2 घायल
संपादक की पसंद