31 जुलाई को नूंह में ब्रजमंडल यात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच भीषण झड़प हो गई थी। इसके बाद विहिप यात्रा को दोबारा निकालने की मांग कर रहा है। हालांकि पुलिस ने अभी इसकी अनुमति नहीं दी है।
नूंह में होने वाली हिंदू महापंचायत की अनुमति हिंदू संगठनों को नहीं मिली है। ऐसे में अब संभावना जताई जा रही है कि पलवल में इस महापंचायत का आयोजन किया जा सकता है। हालांकि पलवल पुलिस अधीक्षक ने अबतक इस महापंचायत की अनुमति नहीं दी है।
नूंह हिंसा को लेकर पुलिस जिले में काम करने वाले बाहरी लोगों की आईडी कंफर्म करने में जुटी हुई है। पुलिस को शक है कि हिंसा में बाहरी लोग भी शामिल हुए थे।
उन्होंने कहा, 'जिले में असामाजिक गतिविधियां किसी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। ऐसा करने वालों पर नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी। अवैध निर्माण करने वालों तथा असामाजिक गतिविधियों में संलिप्त लोगों पर जिला प्रशासन कड़ी नजर बनाए हुए है।
नूंह हिंसा के दौरान जिले के एसपी छुट्टी पर गए हुए थे, जिसके बाद आननफानन में नरेंद्र बिरजानिया को सरकार ने जिले का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा था। आज उन्हें नियमित एसपी की कमान सौंप दी गई।
मोनू मानेसर के खिलाफ राजस्थान पुलिस ने दो मुस्लिम युवकों की हत्या के सिलसिले में मामला दर्ज है। इस पर हरियाणा के सीएम खट्टर ने कहा था कि राजस्थान की पुलिस उसपर कार्रवाई करने स्वतंत्र है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में सांप्रदायिक हिंसा के मद्देनजर बुधवार को केंद्रीय बलों की चार और कंपनी मांगी और कहा कि आईआरबी (इंडियन रिजर्व बटालियन) की एक बटालियन भी नूंह में तैनात की जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और संबंधित राज्य सरकारों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि वीएचपी और बजरंग दल की रैलियों के दौरान किसी भी तरह की ‘हेट स्पीच’ न हो।
हरियाणा के डीजीपी ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा है कि नूंह हिंसा मामले में 41 FIR दर्ज की गई है और मोनू मानेसर की भूमिका की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।
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