मौसम विभाग ने बताया कि ‘गाजा’ आज शाम या रात को पम्बान और कुड्डलूर के बीच तटीय क्षेत्र को पार कर सकता है। इस दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
मंगलवार को हुई बारिश के कारण विजिबिलिटी साफ हो गई। मौसम साफ हो जाने से लोगों ने राहत की सांस ली। मंगलवार को दिल्ली की हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' स्तर पर थी।
शहर और उसके आस-पास के सटे इलाकों में वायु गुणवत्ता 'अति खराब' बनी हुई है, जिसमें आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, बुराड़ी और द्वारका शामिल हैं। वहीं मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, आईटीओ, जवाहर लाल नेहरू और लोधी कॉलोनी में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' है।
मौसम विभाग के अनुसार राज्य के गंजम, पुरी, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर में भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार भारत में पिछले सालों की तुलना में इस साल सर्दी का थोड़ा कम असर देखने को मिल सकता है।
केरल में मौसम विभाग ने इडुकी, त्रिशूर और पलक्कड़ जिले में 7 अक्टूबर को भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। केरल में बाढ़ की वजह से हुई तबाही के बाद एक बार फिर तीन जिलों में यग अलर्ट जारी किया गया है।
भारी बारिश एवं बाढ़ की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अधिकारियों के साथ बैठक हर हालात की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने एक सप्ताह के लिए प्रभावित लोगों को राहत सामग्री देने की घोषणा की है।
महाराष्ट्र: अगले तीन दिन नासिक, धुले और जलगांव में हो सकती है भारी बारिश
एक ओर जहां सड़कों पर पानी भरा होने से यातायात बाधित है, वहीं रेलवे स्काइवॉक्स पर भी जलभराव होने के कारण दफ्तर-कॉलेज जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा।
पिथौरागढ़ में तबाही का आलम ये है कि उत्तराखंड सरकार में वित्त मंत्री और पिथौरागढ़ से विधायक प्रकाश पंत ने प्रभावित इलाक़ों का हवाई सर्वे किया लेकिन चिंता की बात ये कि ऐसे मंज़र लोगों के दिलों में और दहशत पैदा कर रहे हैं। लगातार बारिश के चलते उत्तराखंड में हालात भयानक हो चुके हैं।
मॉनसून आने के साथ ही उत्तराखंड में चार धाम यात्रा और जम्मू में अमरनाथ यात्रा पर थोड़ी मुश्किल आ सकती है। इसकी वजह है कि मौसम विभाग ने उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
बिहार के चार जिलों में आसमानी बिजली से 9 लोगों की जान चली गई। झारखंड में भी बिजली ने कहर ढाया और 7 लोगों की ज़िंदगी लील ली। वहीं तमिलनाडु में भी आसमानी बिजली गिरने से एक शख्स की जा चली गई।
दक्षिण पश्चिम मॉनसून की शुरूआत हो गई है और महानगर मुंबई में आज भारी वर्षा हुई जिससे उपनगर में रेलगाड़ियों के परिचालन में विलंब हुआ। भारतीय मौसमविज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मुंबई, कोंकण-ठाणे के इलाकों, अहमदनगर, परभनी तथा महाराष्ट्र के अन्य भागों में मॉनसून की शुरूआत की आज घोषण की।
भारी बारिश की वजह से चेंबूर में एक बच्चे की नाले में गिरने से मौत हो गयी। चौंकाने वाली बात ये थी कि बीएमसी के लोग, एडमिनिस्ट्रेशन के लोग सड़क पर नहीं उतरे, लोगों की मदद करने नहीं आए और पानी निकालने का कोई इंतजाम नहीं था।
दो घंटे की तेज बारिश ने देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को बेहाल कर दिया है। प्री-मॉनसून की बरसात के बाद मायानगरी की सड़कों पर सैलाब आ गया।
मध्य प्रदेश के राजगढ़ में मंगलवार शाम को अचानक मौसम में बदलाव आया। तेज हवाओं के साथ कर्ई जगह पेड़ गिर गए तो कर्ई जगह मकानों के टीन टप्पर उड़ गए। तेज हवा की वजह से आज राजगढ़ के दौरे पर आ रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम के लिए बना पांडाल भी उड़ गया।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बादल फटने की घटना तब होती है जब काफी ज्यादा नमी वाले बादल एक जगह पर रुक जाते हैं और वहां मौजूद पानी की बूंदें आपस में मिलने लगती हैं। बूंदों के भार से बादल का घनत्व काफी बढ़ जाता है और फिर अचानक भारी बारिश शुरू हो जाती है।
मौसम विभाग के मुताबिक़ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में दबाव के चलते मॉनसून भी तेज़ गति से उत्तर भारत के कई इलाक़ों की ओर बढ़ रहा है। यानी तूफान तो आएगा ही लेकिन साथ ही तेज़ बारिश भी होगी जिससे लोगों की मुसीबत डबल हो जाएगी।
मौसम विभाग ने राज्य के ग्वालियर, होशंगाबाद, खंडवा, खरगोन, छतरपुर, रायसेन, दमोह, रीवा, सतना, शिवपुरी, टीकमगढ़ आदि इलाकों में लू चलने की संभावना जताई है। राज्य के तापमान में उतार चढ़ाव जारी है। शुक्रवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 29.4 सेल्सियस, इंदौर का 27.8, ग्वालियर का 25.2 और जबलपुर का न्यूनतम तापमान 30.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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