अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने 3.080 करोड़ रुपये में गोपालपुर पोर्ट लिमिटेड (जीपीएल) में एसपी समूह की 56 प्रतिशत और उड़ीसा स्टीवेडर्स लिमिटेड की 39 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की।
जनवरी-मार्च तिमाही में विलय और अधिग्रहण सौदों समेत कुल लेनदेन बढ़कर 427 दर्ज किए गए। कुल सौदों का मूल्य 43 प्रतिशत बढ़कर 20.41 अरब डॉलर हो गया। यह अप्रैल-जून, 2022 की तिमाही के बाद से सबसे अच्छा प्रदर्शन है।
वैश्विक स्तर पर विलय एवं अधिग्रहण सौदों का आंकड़ा लगातार चौथी तिमाही में 1,000 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गया। सबसे ज्यादा सौदे अमेरिका में दर्ज किये गये
अप्रैल में सौदों की संख्या 161 रही जो पिछले साल के इसी माह के मुकाबले दोगुने से अधिक है जबकि मूल्य के हिसाब से यह 50 प्रतिशत ज्यादा है।
भारतीय कंपनियों ने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 34.8 अरब डॉलर के विलय एवं अधिग्रहण सौदों की घोषणा की है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही से सात गुना अधिक है
तेजी से उभरते भारतीय ई-कॉमर्स उद्योग में 2017 में 211 करोड़ डॉलर के विलय एवं अधिग्रहण के सौदे हए। इसके अलावा भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र का अब तक का सबसे बड़ा विलय सौदा - फ्लिपकार्ट-वॉलमार्ट जल्द पूरा होने की उम्मीद है।
देश के कॉरपोरेट जगत ने मार्च में डेढ़ अरब डॉलर के विलय एवं अधिग्रहण सौदे करने की घोषणा की है। इस प्रकार 2018 की पहली तिमाही में ऐसे सौदों का कुल मूल्य 18.53 अरब डॉलर हो गया है।
समाप्त हो रहे वर्ष 2017 में पांच बीमा कंपनियों के सफल प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के बाद नए वर्ष में और अधिक बीमा कंपनियों के प्राथमिक पूंजी बाजार में दस्तक देने की उम्मीद है।
देश में जुलाई के दौरान कुल 4 अरब डॉलर के विलय एवं अधिग्रहण सौदों की घोषणा हुई। वहीं पूरे साल में सौदों का आंकड़ा अब तक 19.87 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
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