क्या आप जानते हैं कि एक जरूरी विटामिन की कमी की वजह से आपको मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है? आइए इस विटामिन डेफिशिएंसी के कुछ कॉमन लक्षणों के बारे में जानकारी हासिल करते हैं।
Mental Health Day 2023: आजकल मानसिक बीमारियां तेजी से बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में इनकी शुरुआत से लेकर प्रकार (types of mental disorders) तक आपको इन तमाम चीजों के बारे में जानना चाहिए।
World Mental Health Day: क्या आपको हमेशा लगता है कि आप परेशान हैं, क्या किसी काम में आपका मन नहीं लगता। ऐसे में हो सकता है कि आपकी मेंटल हेल्थ कमजोर हो।
इरा खान ने इंस्टाग्राम पोस्ट पर जानकारी देते हुए बताया है कि मेंटल हेल्थ से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए ये काम कब शुरू होने वाला है।
कार्तिक पिछले एपिसोड्स में डॉक्टर से रिपोर्टर तक विभिन्न क्षेत्रों के कई फ्रंटलाइनर्स संग बात कर चुके हैं।
क्रिकेट जगत में पिछले कुछ सालों में क्रिकेटरों को मानसिक स्वास्थ्य के चलते खेल से ब्रेक लेने को मजबूर होना पड़ा है।
चित्रांगदा सिंह का मानना है कि चाहे जो हो जाए मानसिक रूप से फिट रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
दीपिका पादुकोण खुद डिप्रेशन से गुजर चुकी हैं और कई बार इस मुद्दे पर बात चुकी हैं, ताकि लोगों के बीच जागरुकता फैले।
कोरोना वायरस संक्रमण का प्रकोप और उसके मद्देनजर लगे लॉकडाउन के बीच गोवा में तनाव और घरेलू हिंसा के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। गोवा में विशेषज्ञों के अनुसार घरेलू हिंसा के मामलों के अनेक फोन कॉल आ रहे हैं और तनाव के मामलों में भी तेजी से इजाफा हुआ है।
ग्लेन मैक्सवेल और युवा विल पुकोस्वस्की समेत तीन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों ने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देकर खेल से ब्रेक लिया है।
मानसिक स्वास्थ्य को लेकर मदद की दरकार रखने वाले लोगों की तादाद में 80 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है।
World Mental Health Day :क्या आपको कभी ऐसा लगा है कि आप ठीक से किसी चीज को सोच नहीं पा रहे है या फिर किसी भी चीज का निर्णय लेने में असमंजस होना। अगर आपका उत्तर हां है, तो आपके बता दें कि आप 'ब्रेन फॉग' का शिकार हो सकते है। जानें इसके बारें में सबकुछ।
डिप्रेशन का शिकार कोई भी, कभी भी हो सकता है। लेकिन सबसे जरूरी चीज है इसका पता सही समय पर लगा लिया जाए। आज विश्व में मानसिक स्वास्थ्य दिवस के दिन हम आपको इससे जुड़े कई खास बात बताएंगे।
मानसिक बीमारी कई तरह की हो सकती है। लेकिन सबसे जरूरी चीज है आप इसका ध्यान रखें और सही समय पर इसका इलाज करवाएं।
बात तब की है जब इसी इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति ने केवल अंधविश्वास में आकर अपनी ही बच्ची के कानों को काट दिया। इतना ही नहीं वह बच्ची का गला रेतने को भी तैयार था।...
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