मानसिक स्वास्थ्य हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण पहलू है और हाल के वर्षों में इस पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। जागरूकता बढ़ने के साथ, इस विषय पर लिखे गए लेखों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
पिछले हफ्ते तीन छात्रों के कथित तौर पर आत्महत्या करने के बाद कोटा के कोचिंग संस्थान सुर्खियों में है। प्रमुख कोचिंग संस्थान ‘एलन’ में विभिन्न मेडिकल और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में फिलहाल 1.5 लाख से ज्यादा छात्र कोचिंग हासिल करते हैं।
द यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास के एमडी एंडरसन कैंसर सेंटर की ओर से की गई एक स्टडी से यह साफ हुआ कि खाना और तनाव आपस में जुड़े हुए हैं। यह सिर्फ खाने की मात्रा पर निर्भर नहीं है। बल्कि जो खाना आप खा रहे हैं शरीर उसपर कैसी प्रतिक्रिया दे रहा है, इस बात पर निर्भर है।
World Mental Health Day: क्या आपको हमेशा लगता है कि आप परेशान हैं, क्या किसी काम में आपका मन नहीं लगता। ऐसे में हो सकता है कि आपकी मेंटल हेल्थ कमजोर हो।
World Mental Health Day 2022: आज यानी 10 अक्टूबर को दुनिया भर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (मेंटल हेल्थ डे) मनाया जाता है। इस दिन को शुरू करने के पीछे लोगों को मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं के प्रति जागरूक करना है।
Cinnamon Benefits: दालचीनी से सिर्फ हमार किचन ही नहीं महकता, बल्कि ये मसाला महिलाओं से जुड़ी इन समस्याओं को भी करता है कंट्रोल।
Uttar Pradesh: आज ऐसा कोई नहीं है जो मानसिक तनाव से गुजर ना रहा हो। आज उत्तर प्रदेश के नोएडा में मानसिक तनाव के चलते ही अलग-अलग मामलों में कुल पांच लोगों ने आत्महत्या कर ली।
टीकाकरण के बाद जोखिम की धारणा में गिरावट के कारण संकट में कमी को आंशिक रूप से समझाया गया था।
कई बार जांच होने पर ब्रेन से जुड़ी बीमारियों का पता चलता है, जिसमें पार्किसन, अल्जाइमर, डिमेंशिया, ब्रेन इंजरी और ब्रेन ट्यूमर शामिल है। ऐसे में जरूरी है कि मामला गंभीर होने से पहले सावधान हो जाया जाए।
मानसिक स्वास्थ्य पर आपकी रोजाना की कुछ आदतें भी गंभीर असर डालती हैं। जिसका परिणाम आपके शारीरिक स्वास्थ्य को भी झेलना पड़ता है। जानिए आपकी ऐसी कौन सी आदतें हैं जो धीरे-धीरे आपकी मानसिक सेहत पर खराब असर डाल रही हैं।
बॉलीवुड निर्देशक, विक्रम भट्ट, मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक मंच की आवश्यकता को पहचानते हुए, फेसबुक पर एक पहल शुरू करते हैं, आप अकेले नहीं हैं। यह कदम देश में मौजूदा स्थिति के आलोक में आया है और इक्का-दुक्का निर्देशक महामारी के उप-उत्पाद अवसाद और चिंता के मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं।
कोरोनाकाल में हर तरफ नकारात्मकता है। ऐसे में मानसिक तनाव का बढ़ना आम बात है। इंडिया टीवी के कॉन्क्लेव में कई बड़े आध्यात्मिक गुरुओं ने मानसिक शक्ति बढ़ाने को लेकर बातचीत की।
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