पीडीपी की तरफ से किसी को बैठक में भेजने की जरूरत पड़ती है तो महबूबा मुफ्ती खुद नहीं जाकर अपना कोई प्रतिनिधी भेज सकती हैं
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने सहित राजनीतिक प्रक्रियाओं को मजबूत करने की केंद्र की पहल के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 जून को वहां के सभी राजनीतिक दलों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर सकते हैं।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा अनुच्छेद 370 पर टिप्पणी किए जाने के बाद खड़े हुए विवाद के बीच पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी भाजपा को निशाना पर लिया है।
दिल्ली उच्च न्यायालय (Delhi High Court) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Ex CM Mehbooba Mufti) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तरफ से दी गई नोटिस पर बुधवार को अंतरिम रोक लगा दी।
महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री रहते हुए श्रीनगर के गुपकार रोड स्थित अपने आधिकारिक निवास के रेनोवेशन पर महज छह महीने में लगभग 82 लाख रुपये खर्च कर दिए। इस राशि का भुगतान भारत सरकार ने किया।
श्रीनगर के परिमपोरा में पिछले सप्ताह सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए तीन कथित आतंकवादियों के परिवारों ने सोमवार को उनके शव वापस करने और घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की। सुरक्षा बलों के अनुसार, 31 दिसंबर को मुठभेड़ में एजाज मकबूल गनई, जुबैर अहमद लोन और अतहर मुश्ताक वानी मारे गए थे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक समय था, हम जम्मू और कश्मीर सरकार का हिस्सा थे लेकिन हमने गठबंधन तोड़ दिया। हमारा मुद्दा यह था कि जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव होने चाहिए और लोगों को अपने प्रतिनिधि चुनने के लिए उचित अधिकार दिए जाने चाहिए।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सरकार पर उन्हें नजरबंद करने का आरोप लगाया है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर से पाकिस्तान के लिए नरम रुख रखते हुए उसकी पैरवी की है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वे मुझे गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। वे मेरी पार्टी पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं क्योंकि मैं अपनी आवाज उठाता हूं।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को दावा कि उन्हें और उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती को नजरबंद कर दिया गया है और पार्टी नेता वहीद पर्रा के पुलवामा स्थित आवास पर नहीं जाने दिया जा रहा है।
पीपुल्स डेमोक्रोटिक पार्टी (PDP) की चीफ महबूबा मुफ्ती ने संविधान दिवस के मौके पर गुरुवार को केंद्र सरकार पर तंज कसा है।
पीडीपी के संस्थापक सदस्य मुजफ्फर हुसैन बेग ने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के तिरंगा न उठाने के बयान को लेकर राज्य में बीते दिनों जमकर बवाल मचा था जिसे देखते हुए उन्होंने अपने बयान में बदलाव किया है।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को तिरंगे को लेकर दिए उनके बयान का विरोध करते हुए बृहस्पतिवार को यहां जम्मू हवाई अड्डे पर स्थानीय शिवसेना और राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाये।
महूबबा मुफ्ती ने कहा, "मैं समझती हूं जो मुफ्ती साहब का ख्वाब था कि जम्मू-कश्मीर को हिंदुस्तान और हमसाया मुल्कों के बीच एक पुल बनाना होगा। मैं समझती हूं कि आखिरकार मरकजी सरकार को यही फॉर्म्यूला अपनाना होगा।"
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को एक जेल में बदल दिया गया है, और यहां राजनेताओं, पत्रकारों और नागरिक समाज (सिविल सोसायटी) के सदस्यों की आवाज दबाई जा रही है।
विज्ञप्ति के अनुसार हुसैन पीडीपी छोड़कर अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए और इस बात पर उन्होंने बल दिया कि जम्मू कश्मीर के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से बड़े आशान्वित हैं।
शिवसेना नेता संजय राउत ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की बहाली की मांग करने वाले नेताओं पर हमला किया और केंद्र सरकार से सख्य कदम उठाने की मांग भी की।
अनुच्छेद 370 समाप्त करने को लेकर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के हालिया बयान पर नाराजगी जताते हुए गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने सोमवार को कहा कि जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री को यदि भारत और उसके कानून पसंद नहीं हैं तो उन्हें सपरिवार पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
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