पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर से पाकिस्तान के लिए नरम रुख रखते हुए उसकी पैरवी की है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वे मुझे गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। वे मेरी पार्टी पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं क्योंकि मैं अपनी आवाज उठाता हूं।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को दावा कि उन्हें और उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती को नजरबंद कर दिया गया है और पार्टी नेता वहीद पर्रा के पुलवामा स्थित आवास पर नहीं जाने दिया जा रहा है।
पीपुल्स डेमोक्रोटिक पार्टी (PDP) की चीफ महबूबा मुफ्ती ने संविधान दिवस के मौके पर गुरुवार को केंद्र सरकार पर तंज कसा है।
पीडीपी के संस्थापक सदस्य मुजफ्फर हुसैन बेग ने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के तिरंगा न उठाने के बयान को लेकर राज्य में बीते दिनों जमकर बवाल मचा था जिसे देखते हुए उन्होंने अपने बयान में बदलाव किया है।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को तिरंगे को लेकर दिए उनके बयान का विरोध करते हुए बृहस्पतिवार को यहां जम्मू हवाई अड्डे पर स्थानीय शिवसेना और राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाये।
महूबबा मुफ्ती ने कहा, "मैं समझती हूं जो मुफ्ती साहब का ख्वाब था कि जम्मू-कश्मीर को हिंदुस्तान और हमसाया मुल्कों के बीच एक पुल बनाना होगा। मैं समझती हूं कि आखिरकार मरकजी सरकार को यही फॉर्म्यूला अपनाना होगा।"
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को एक जेल में बदल दिया गया है, और यहां राजनेताओं, पत्रकारों और नागरिक समाज (सिविल सोसायटी) के सदस्यों की आवाज दबाई जा रही है।
विज्ञप्ति के अनुसार हुसैन पीडीपी छोड़कर अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए और इस बात पर उन्होंने बल दिया कि जम्मू कश्मीर के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से बड़े आशान्वित हैं।
शिवसेना नेता संजय राउत ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की बहाली की मांग करने वाले नेताओं पर हमला किया और केंद्र सरकार से सख्य कदम उठाने की मांग भी की।
अनुच्छेद 370 समाप्त करने को लेकर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के हालिया बयान पर नाराजगी जताते हुए गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने सोमवार को कहा कि जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री को यदि भारत और उसके कानून पसंद नहीं हैं तो उन्हें सपरिवार पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
पीडीपी के तीन नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वाले नेताओं में टीएस बाजवा, वेद महाजन और हुसैन-ए-वफा के नाम शामिल है। पार्टी से इस्तीफा देते हुए उन्होनें पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को लिखे पत्र में उनपर आरोप लगाते हुए कहा, '' हम उनके द्वारा कुछ कार्यों और उनके बयानों से असहज महसूस कर रहे है जिसने देशभक्ति की भावनाओं को चोट पहुंचाई है।
अधिकारियों ने बताया कि हालांकि पीडीपी कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया और बाद में प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक तितर-बितर कर दिया गया।
करीब 14 महीने की हिरासत के बाद रिहा हुईं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर देशविरोधी बयान दिया है। महबूबा मुफ्ती ने आर्टिकल 370 की बहाली तक तिरंगा हाथ में ना लेने का विवादित बयान दिया है।
लॉकडाउन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पहली बार चुनाव प्रचार किया। उन्होंने बिहार में आज तीन रैलियाों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने अनुच्छेद 370 का मुद्दा भी उठाया जिसपर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भड़क उठीं।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला से प्रवर्तन निदेशालय (ED) पूछताछ पर राज्य के दो बड़े नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज की है।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार की शाम हिरासत से छूटने के बाद अपने पहले बयान में कहा कि धारा 370 को निरस्त करने का फैसला हिरासत के दौरान उनके दिलो दिमाग पर छाया रहा।
महबूबा मुफ्ती को रिहा कर दिया गया है। उन्हें पिछले साल जम्मू-कश्मीर राज्य के बंटवारे और अनुच्छेद 370 हटाने के बाद नजरबंद किया गया था।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को रिहा किया जाएगा। वह जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद 14 महीने से नजरबंद थीं। जिसके बाद अब उन्हें रिहा कर दिया जाएगा।
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