जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गुलाम नबी आजाद पर तंज कसते हुए कहा कि वह पता नहीं कितना पीछे जा रहे हैं।
जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह संतुष्ट हैं कि अदालत ने केंद्र की यह दलील नहीं मानी कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के बाद जम्मू कश्मीर में स्थिति में सुधार हुआ है।
1931 में डोगरा शासन के खिलाफ कश्मीर में मारे गए जवानों को पैदल यात्रा कर उमर ने श्रद्धांजलि दी और कहा हम शहीद मज़ार जाना चाहते थे, लेकिन सरकार ने रोक लगा दी। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती भी घर में नज़रबंद कर दी गईं।
देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर लिखा ये ‘परिवार बचाओ’ गठबंधन है। सभी लोग अपने परिवार बचाने एकत्रित हुए है। अब उद्धव जी को महबूबा मुफ्ती की बगल वाली कुर्सी पर बैठना चलता है?
गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि 3 परिवारों ने जम्मू-कश्मीर पर दशकों तक राज किया, लेकिन अनुच्छेद-370 के कारण कोई विकास नहीं हुआ।
पटना में हुई मीटिंग के बाद विपक्ष के नेताओं ने एकजुटता की बात कही है और बीजेपी को 2024 के लोकसभा चुनावों में हराने के अपने संकल्प को दोहराया है।
जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि अगर गांधी के देश को बचाना है तो विपक्ष को एकजुट होना ही पड़ेगा।
महबूबा और उनकी मां को मार्च 2021 में पासपोर्ट देने से इनकार कर दिया गया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा सौंपी गई एक एडवर्स रिपोर्ट का हवाला देते हुए ये फैसला लिया गया था।
साल 2016 से 2018 तक महबूबा मुफ्ती जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री रहीं। साल 2018 में गठबंधन टूट जाने के बाद राज्य में सरकार गिर गई। बता दें कि महबूबा मुफ्ती आज अपना 64वां जन्मदिन मना रही हैं।
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया, पाकिस्तान में लोकतंत्र तार-तार हो गया है। वहां की स्वतंत्र न्यायपालिका और मुखर मीडिया सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, जो एक मात्र उम्मीद की किरण है।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री सूरत की एक अदालत द्वारा एक आपराधिक मानहानि मामले में सजा के खिलाफ राहुल गांधी की अपील खारिज कर दिए जाने पर प्रतिक्रिया दे रही थीं।
35 साल की इल्तिजा ने कहा था कि विदेश में स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने के लिए उन्हें तत्काल पासपोर्ट की जरूरत है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा, जब तक विपक्षी दल साथ नहीं आते, तब तक मुझे नहीं लगता कि बीजेपी से कड़ा मुकाबला किया जा सकता है। क्या वे इस स्थिति में साथ आ सकते हैं, जबकि ईडी, एनआईए और अन्य एजेंसियों ने उन पर शिकंजा कस रखा हो।
राहुल गांधी से यह उम्मीद करना तो बेकार है कि उन्होंने लंदन में भारत के लोकतंत्र को लेकर जो सवाल उठाए, उसके लिए माफी मांगेंगे।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने कल पुंछ जिले के नवग्रह मंदिर का दौरा किया था, जहां उन्होंने ने मंदिर की परिक्रमा की और शिवलिंग पर जल चढ़ाया। जिसके बाद बीजेपी के नेता अल्ताफ ठाकुर ने महबूबा के मंदिर जाने को राजनीतिक हथकंडा करार देते हुए इससे नौटंकी बताया।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि बीजेपी का मकसद एक हिंदू राष्ट्र बनाना नहीं है। बल्कि उनकी नीतियों का मकसद देश को बीजेपी राष्ट्र बनाना है। यहां उनके साथ ही रहने व चलने वाले लोगों का स्वागत किया जाएगा।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कुछ भी नया नहीं है। खासकर जम्मू-कश्मीर में हम पिछले तीन साल से देख रहे हैं कि पत्रकारों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है। फहद शाह और सज्जाद गुल को जेल भेज दिया गया है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम शुरू से ही परिसीमन आयोग को खारिज करते रहे हैं। हमें परवाह नहीं है। चाहे जो भी फैसला हो, हम कभी भी चर्चा का हिस्सा नहीं थे।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और महबूबा मुफ्ती को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है। वह दिल्ली में एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आई थीं। उनके साथ आए नेताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू कश्मीर को देश का ताज कहा जाता था लेकिन आज ये मुश्किलों से गुजर रहा है। इनकी हेट पॉलिटिक्स की शुरुआत जम्मू कश्मीर से होती है।
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