प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सर्वदलीय बैठक में शामिल अधिकांश राजनीतिक दलों ने जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने और जल्द से जल्द विधानसभा का चुनाव संपन्न कराने की मांग उठाई।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) की तेलंगाना इकाई ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती के इस बयान की आलोचना की कि भारत को कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी चाहिए।
जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 के खात्मे के बाद आज पहली बार केन्द्र और जम्मू कश्मीर की राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच बातचीत हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर हो रही इस बातचीत में जम्मू कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत 14 नेता शामिल हो रहे हैं। ये बैठक आज दोपहर बाद 3 बजे पीएम आवास पर होगी।
जम्मू-कश्मीर को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के साथ स्थानीय नेताओं के साथ होने वाली बैठक 3 बजे शुरू होगी और इस बैठक के लिए भारत सरकार की तरफ से जम्मू-कश्मीर के 8 राजनीतिक दलों के 14 नेताओं को आमंत्रित किया गया है। जम्मू कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्री यानि फारुक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और गुलाम नबी आजाद इस बैठक में शामिल होने जा रहे हैं।
370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर की राजनीति में बदलाव हुआ है और वहां पर विकास तेज गति से आगे बढ़ा है। खासकर पिछले एक साल में जम्मू-कश्मीर में कई ऐसे सकारात्मक बदलाव हुए हैं जिस वजह से वहां अलग सुर में बात करने वाले नेताओं को भी केंद्र के साथ बातचीत के लिए बाध्य होना पड़ा है
नए कश्मीर पर देश की राजधानी दिल्ली में आज बहुत बड़ी बैठक होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर हो रही ये मीटिंग दोपहर तीन बजे होगी।
जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 के खात्मे के बाद आज पहली बार केन्द्र और जम्मू कश्मीर की राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच बातचीत हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर हो रही इस बातचीत में जम्मू कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत 14 नेता शामिल हो रहे हैं। ये बैठक आज दोपहर बाद 3 बजे पीएम आवास पर होगी। दो साल पहले 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 खत्म करके राज्य को दो यूनियन टेरिटरी में बांट दिया गया था जिसके बाद से केन्द्र और सूबे की राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच ये पहली बातचीत है। हालांकि अभी तक इस मीटिग का एजेंडा सामने नहीं आया है लेकिन इस बातचीत पर श्रीनगर से लेकर दिल्ली और इस्लामाबाद तक सबकी निगाहें लगी हैं।
जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 के खात्मे के बाद आज पहली बार केन्द्र और जम्मू कश्मीर की राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच बातचीत हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर हो रही इस बातचीत में जम्मू कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत 14 नेता शामिल हो रहे हैं।
पीएम मोदी के साथ 24 जून को होने वाली सर्वदलीय बैठक में कश्मीर के सभी नेता शामिल होंगेL इस बैठक से पहले महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि सरकार को कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से बात करनी चाहिएL
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री पीएम मोदी के साथ आयोजित होने वाली बैठक में शिरकत करेगी। इस बैठक से पहले उन्होंने एक बड़ी बात कही है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भारत सरकार को कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान से भी बातचीत करनी चाहिए।
जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर 24 जून को प्रधानमंत्री मोदी की जम्मू-कश्मीर के 8 राजनीतिक दलों के 14 नेताओं के साथ होने वाली बैठक में पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती शामिल नहीं होंगी, इंडिया टीवी को सूत्रों से यह जानकारी मिली है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज पीडीपी के नेताओं की बैठक में तय हुआ है कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो बैठक बुलाई है उसमें गुपकार गठबंधन की तरफ से सिर्फ नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला जाएंगे।
पीडीपी की तरफ से किसी को बैठक में भेजने की जरूरत पड़ती है तो महबूबा मुफ्ती खुद नहीं जाकर अपना कोई प्रतिनिधी भेज सकती हैं
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने सहित राजनीतिक प्रक्रियाओं को मजबूत करने की केंद्र की पहल के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 जून को वहां के सभी राजनीतिक दलों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर सकते हैं।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा अनुच्छेद 370 पर टिप्पणी किए जाने के बाद खड़े हुए विवाद के बीच पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी भाजपा को निशाना पर लिया है।
जम्मू-कश्मीर: पीडीपी की नेता और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पेश होने श्रीनगर में प्रवर्तन निदेशालय के दफ़्तर पहुंची।
दिल्ली उच्च न्यायालय (Delhi High Court) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Ex CM Mehbooba Mufti) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तरफ से दी गई नोटिस पर बुधवार को अंतरिम रोक लगा दी।
महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री रहते हुए श्रीनगर के गुपकार रोड स्थित अपने आधिकारिक निवास के रेनोवेशन पर महज छह महीने में लगभग 82 लाख रुपये खर्च कर दिए। इस राशि का भुगतान भारत सरकार ने किया।
श्रीनगर के परिमपोरा में पिछले सप्ताह सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए तीन कथित आतंकवादियों के परिवारों ने सोमवार को उनके शव वापस करने और घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की। सुरक्षा बलों के अनुसार, 31 दिसंबर को मुठभेड़ में एजाज मकबूल गनई, जुबैर अहमद लोन और अतहर मुश्ताक वानी मारे गए थे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक समय था, हम जम्मू और कश्मीर सरकार का हिस्सा थे लेकिन हमने गठबंधन तोड़ दिया। हमारा मुद्दा यह था कि जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव होने चाहिए और लोगों को अपने प्रतिनिधि चुनने के लिए उचित अधिकार दिए जाने चाहिए।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सरकार पर उन्हें नजरबंद करने का आरोप लगाया है।
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