महबूबा मुफ्ती ने पूछा- "पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने वाले कश्मीरियों के खिलाफ इतना गुस्सा क्यों?"
शनिवार को असम में प्रथम रविकांत सिंह स्मृति व्याख्यान देते हुए जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर के लोग आवाजाही की स्वतंत्रता का लाभ उठाने लगे थे, लेकिन मौजूदा स्थिति की वजह से यह बाधित हो सकता है।
गौरतलब है कि परवेज अहमद की मौत सीआरपीएफ कर्मियों की गोलियों से उस वक्त हुई थी, जब सुरक्षाकर्मियों ने उसे एक सीमा चौकी के पास रुकने का संकेत दिया था, लेकिन वह अपना वाहन रोकने में विफल रहा था।
महबूबा मुफ्ती ने मुंबई ड्रग केस पर ट्वीट कर अपनी टिप्पणी दी है। उन्होंने आर्यन खान के पक्ष में बात की है। महबूबा ने कहा कि खान सरनेम होने की वजह से उन्हें परेशान किया जा रहा है।
PDP की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्विटर पर लिखा, जम्मू-कश्मीर की स्थिति बद से बदतर होती चली गई है।
महबूबा ने कहा, हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं और इसके लिए भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व वाली सरकार जिम्मेदार है।
इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को दावा किया था कि उन्हें फिर से नजरबंद कर दिया गया, क्योंकि उनकी जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में जाने की योजना थी।
PDP की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने दावा किया कि उन्हें फिर से नजरबंद कर दिया गया क्योंकि उनकी जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में जाने की योजना थी।
बता दें कि बीजेपी ने वर्ष 2018 में पीडीपी नीत गठबंधन सरकार से तीन साल के बाद समर्थन वापस ले लिया था। महबूबा ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी क्योंकि उनका उद्देश्य संविधान के अनुच्छेद-370 को बहाल करना है।
पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ दल ने विपक्षी दलों के विधायकों को ‘‘खरीदने या डराने’’ के लिए अपना खजाना भरने के वास्ते आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को बढ़ाना शुरू कर दिया है।
इससे पहले उन्होने पिछले विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन का बचाव करते हुए कहा कि जब तक पार्टियां गठबंधन में थीं तो उन्होंने अनुच्छेद 370 खत्म करने नहीं दिया।
‘‘ मुझे आज नजरबंद कर दिया गया क्योंकि प्रशासन के अनुसार कश्मीर में स्थिति अभी तक सामान्य है। स्थिति सामान्य होने के दावों की सच्चाई सामने आ गई है।’’
मेहबूबा मुफ़्ती के सम्बोधन के दौरान, उनका तालिबान प्रेम बखूबी नज़र आया। उन्होंने तालिबान का मुद्दा उठाते हुए मोदी सरकार पर तीखा हमला किया और कहा कि उनका इम्तिहान न लिया जाए।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को केंद्र से अफगानिस्तान से सबक लेने के लिए कहा, जहां तालिबान ने सत्ता पर कब्जा कर लिया और अमेरिका को भागने पर मजबूर किया।
महबूबा मुफ़्ती नेक कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग बर्दाश्त कर रहे हैं, जिस वक्त बर्दाश्त का बांध टूट जाएगा उस वक्त आप नहीं रहोगे और मिट जाओगे। हमारा इम्तिहान मत लो सुधर जाओ, संभल जाओ। चींटी जब हाथी के सूंड में घुस जाती है तब वह हाथी का जीना हराम कर देती है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा कि वह तब तक चुनाव नहीं लड़ेंगी जब तक कि भारतीय और तत्कालीन राज्य का संविधान दोनों जम्मू-कश्मीर पर लागू नहीं हो जाते।
जम्मू-कश्मीर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राजनीतिक नेताओं की बैठक के एक दिन बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने इंडिया टीवी के साथ विशेष बातचीत की।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू और कश्मीर के राजनीतिक नेताओं से मिलने के एक दिन बाद, वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद – जिन्होंने पीएम के साथ बैठक में सबसे पुरानी पार्टी का प्रतिनिधित्व किया – इंडिया टीवी के साथ एक विशेष बातचीत में जम्मू-कश्मीर के नेताओं की पीएम के साथ बातचीत की जानकारी दी।
जम्मू-कश्मीर के लोग 5 अगस्त 2019 के बाद बहुत मुश्किलों में हैं। वे गुस्से में हैं, परेशान हैं और भावनात्मक रूप से टूट चुके हैं। वे अपमानित महसूस करते हैं। महबूबा मुफ्ती ने पीएम मोदी की जम्मू-कश्मीर सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के बाद कहा कि मैंने पीएम से कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग जिस तरह से असंवैधानिक, अवैध और अनैतिक रूप से अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था, उसे स्वीकार नहीं करते हैं।
मुफ्ती ने कहा कि 5 अगस्त 2019 के बाद से जम्मू-कश्मीर के लोग बहुत मुश्किल में हैं। 370 को गैरकानूनी तरीके से हटाया गया। उन्होंने कहा, “जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल हो, मैं फिर कह रही हूं कि पाकिस्तान से बातचीत हो, लोगों की भलाई के लिए पाकिस्तान से भी बात हो।
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