भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के साथ गठबंधन समाप्त कर दिया और पीडीपी की अगुवाई वाली जम्मू एवं कश्मीर सरकार से अलग हो गई।
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद मीडिया के सामने आई जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमने जम्मू-कश्मीर में अमन-शांति बहाली की दिशा में काफी कोशिश की।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लागू हो और नए सिरे से विधानसभा के चुनाव कराए जाएं।
जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी ने महबूबा मुफ्ती सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। इसके साथ ही सूबे में बीते 3 सालों से चला आ रहा PDP-BJP गठबंधन खत्म हो गया है...
मंगलवार को बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक में महबूबा सरकार से समर्थन वापसे लेने पर फैसला किया गया। जानिए इसपर राजनितिक दलों की क्या प्रतिक्रिया रही...
आइए, जानते हैं उन 10 बड़ी बातों के बारे में, जिनके चलते भाजपा ने महबूबा सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला किया:
जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी ने महबूबा मुफ्ती सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। इसके साथ ही सूबे में बीते 3 सालों से चला आ रहा PDP-BJP गठबंधन खत्म हो गया है...
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, राज्य के लोकनिर्माण मंत्री नईम अख्तर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज, स्थानीय पत्रकारों और समाज के सभी वर्गों के लोगों ने भी अंतिम संस्कार में शिरकत की। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी यहां मौजूद रहीं।
महबूबा मुफ्ती ने कहा, मुझे लगता है कि राजनीतिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की कोशिश हो रही है, लेकिन यह आगे इस बात पर निर्भर करेगी कि धरातल पर स्थिति कितनी अच्छी रहेगी...
राजनाथ सिंह राज्यपाल एन एन वोहरा, मुख्यमंत्री, शीर्ष असैन्य अधिकारियों, पुलिस एवं अद्धसैनिक बलों के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री इस बारे में भी कुछ घोषणा कर सकते हैं कि क्या अभियान को ईद के बाद तथा 28 जून से शुरू होने जा रही अमरनाथ यात्रा में भी लागू किया जाएगा।
भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशक (डीजीएमओ) ने कल वर्ष 2003 के संघर्ष विराम समझौते को ‘‘पूरी तरह से लागू करने’’ पर सहमति जतायी थी। भारतीय सेना ने बताया कि दोनों डीजीएमओ ने जम्मू-कश्मीर में कल शाम छह बजे हॉटलाइन पर बातचीत के दौरान नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मौजूदा स्थिति की समीक्षा भी की। हॉटलाइन पर बातचीत की पहल पाकिस्तानी डीजीएमओ ने की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र द्वारा रमजान के दौरान सुरक्षा अभियानों पर रोक लगाए जाने से राज्य के लोगों ने राहत की सांस ली है...
महबूबा ने कहा कि राज्य के लोग पूर्व में बेहद मुश्किल समय से गुजरे हैं और शांतिपूर्ण तरीके से जीना चाहते हैं। मुख्यमंत्री शनिवार को आरएसपुरा सेक्टर के मंगू चाक क्षेत्र में हुई पाकिस्तान की गोलीबारी में मारे गए तरसेम लाल और मंजीत कौर के घर गयीं।
पीएम मोदी जब 330 मेगावाट की किशनगंगा विद्युत परियोजना को देश को समर्पित कर रहे थे, उस समय मंच पर मौजूद हस्तियों में वोहरा भी शामिल थे...
जम्मू-कश्मीर: रमजान में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन पर रोक.
कश्मीर में हालात सामान्य बनाने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 19 नवंबर 2000 को एकतरफा संघर्ष विराम का एलान किया था। उस समय रमजान का मुबारक महीना चल रहा था। इसलिए इसे रमजान सीजफायर भी कहते हैं।
चिदंबरम ने कहा, महबूबा मुफ्ती को भाजपा के साथ अपनी पार्टी का नापाक और अवसरवादी गठबंधन तोड़ना चाहिए और अपने पिता की सोच की तरफ वापस लौटना चाहिए...
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पर्यटक के मारे जाने पर दुख जताया और कहा कि इस घटना से ‘‘मेरा सिर शर्म से झुक गया है...
तमाम मुश्किलों के बावजूद यह सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी कि मृतक के परिवार को न्याय मिले।
आठ साल की बच्ची के बलात्कार एवं हत्या की अलग से जांच करने वाले एक नागरिक समूह ने दावा किया था कि अपराध शाखा द्वारा दायर आरोपपत्र में विसंगतियां हैं और जांच में गड़बड़ी की गई है।
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