भाजपा नेतृत्व वाली सरकार के जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने की घोषणा के बाद ये गिरफ्तारियां हुई हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला की गिरफ्तारी की निंदा की है और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने इस कदम को औचित्यहीन बताया है।
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद राजनीतिक आरोपों और प्रत्यारोपों का सिलसिला जारी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुले तौर पर इस बिल का विरोध किया है।
केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने का विरोध करते हुए देश विरोधी बयानबाजी करने जिससे माहौल खराब हो के आरोप में महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को गिरफ्तार किया गया है।
सदन के बाहर निकाले जाने के बाद दोनों सांसदों ने विरोध में अपने कपड़े भी फाड़ डाले।
भाजपा के सहयोगी दल शिवसेना ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती पर अनुच्छेद 35ए का विरोध करने वालों के खिलाफ “आतंकवाद की भाषा” बोलने के लिए संशोधित आतंकवाद निरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के विरोध में आज कई पार्टी ने बीजेपी का जमकर विरोध किया। बीजेपी ने अनुच्छेद 370 हटाने के संकल्प को आज पूरा करते हुए जम्मू कश्मीर को एक अलग राज्य के दर्जे को खत्म कर दिया है।
जम्मू एवं कश्मीर के तेजी से बदलते घटनाक्रमों के बीच आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में कैबिनेट मीटिंग हुई।
अधिकारियों ने आतंकवादी खतरे और पाकिस्तान के साथ नियंत्रण रेखा पर शत्रुता बढ़ने के बीच अहम प्रतिष्ठानों और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है। सूबे के हालात के पल-पल के अपडेट्स के लिए हमारे साथ बने रहें:
जम्मू और कश्मीर में तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया है।
जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने रविवार की आधी रात दावा किया कि उन्हें उनके घर में नजरबंद कर लिया गया है।
कश्मीर में अमरनाथ यात्रा रद्द होने और अतिरिक्त सुरक्षा बलों के तैनाती के बाद अफवाहों का बाजार गर्म है। इसी के मद्देनजर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला के घर रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई।
कश्मीर घाटी में मौजूदा हालत पर चर्चा के लिए राज्य के प्रमुख सियासी दलों की रविवार शाम को यहां अहम बैठक हो रही है।
सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर सरकार को अंजाम भुगतने की धमकी दी है।
जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे के संबंध में कुछ संभावित बड़े फैसले को लेकर घाटी में बढ़ती अटकलों के बीच राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि अब मामला आर पार का हो चुका है और भारत ने जनता के बजाय जमीन को तरजीह दी है।
खबर आ रही है कि दिल्ली से श्रीनगर जा रही फ्लाइट से विदेशी नागरिक उतर गये है। ये सभी यात्री न्यूज़ीलैंड के थे और श्रीनगर जा रहे थे।
सूत्रों ने कहा कि इस तरह अचानक 250 कंपनियों को देर शाम तैनात किये जाने का कोई कारण नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि शहर में प्रवेश और बाहर निकलने के सभी रास्तों को केन्द्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों को सौंप दिया गया है। स्थानीय पुलिस की महज प्रतीकात्मक उपस्थिति है।
मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक को राज्यसभा ने 84 के मुकाबले 99 मतों से पारित कर दिया। विपक्ष के कुल 31 सांसदों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। बीएसपी, सपा, एनसीपी और पीडीपी ने बॉयकट किया।
पता चला है कि ये सारा प्रोपेगैंडा उन राजनीतिक और सामाजिक दलों के द्वारा किया जा रहा है जो हर हाल में आर्टिकल 35A के साथ खड़े हैं। जब से कश्मीर में सीआरपीएफ की 100 एडिशनल कंपनियां तैनात करने का फैसला लिया गया है तब से इस पर सियासत तेज हो घई है।
जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि वह अनुच्छेद 35ए की रक्षा के लिए जेल जाने को तैयार हैं, जो इस राज्य को विशेष दर्जा देता है।
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