भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा। इसकी वजह है कि चीन भारतीय सीमा पर अतिक्रमण का इरादा रखता है और वह पीछे हटने को तैयार नहीं है।
बैठक के बाद मीडिया को दिए बयान में मोदी ने कहा कि उन्होंने और प्रचंड ने भविष्य में दोनों देशों के बीच साझेदारी को ‘सुपर हिट’ बनाने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन संकट का हल निकालने के लिए भारत हर संभव कोशिश करेगा। वहीं जेलेंस्की ने भी भारत को अपने शांति के फॉर्मूले के बारे में विस्तार से बताया।
दोनों ने पक्षों ने माना कि फरवरी की घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी और अब संवाद का एक ‘मानक और सामान्य चैनल फिर से बहाल’ करने पर विचार कर रहे हैं। बाइडन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
चीन को इस बात की मिर्ची लगी कि वन चाइना पॉलिसी के तहत चीन नहीं चाहता है कि ताइवान के साथ कोई देश रिश्ता रखे और उसे देश का दर्जा दे। लेकिन अमेरिका ताइवान को तवज्जो देता है और अमेरिकी भरोसे पर ही ताइवान की राष्ट्रपति ने अमेरिका की यात्रा की है।
पुतिन ने यह भी कहा कि बैठक ने अमेरिका को संदेश दिया है कि दोनों देश उन्हें कमजोर करने के प्रयासों को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि रूस और चीन को भयभीत करने की अमेरिकी नीति लगातार उग्र और अधिक आक्रामक होती जा रही है।
शी जिनपिंग सोमवार 20 मार्च से 22 मार्च तक रूस की यात्रा पर जा रहे हैं। वे वहां अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के साथ अहम बातचीत करेंगे। इस दौरान वे रूस और यूक्रेन में जंग को खत्म करने के लिए शांति वार्ता की पैरवी कर सकते हैं।
बैठक के लिए सभी प्रमुख राजनीतिक दलों को न्योता दिया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव करने में देरी और संपत्ति कर लगाने सहित कई कई ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा होगी।
अमेरिका और जर्मनी ने यूक्रेन युद्ध समेत अन्य वैश्विक समस्याओं को सुलझा लेना का दावा किया है। यूक्रेन पर हमले के विरुद्ध रूस पर दबाव बनाये रखने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज द्वारा अत्यंत गहनता से और मिलकर काम करने की घोषणा किये जाने के बाद दोनों नेताओं ने बैठक की।
जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने बैठक के बाद कहा कि भारत ने काफी तरक्की की है और यह दोनों देशों के बीच संबंधों के लिए बहुत अच्छा है। रूस की आक्रामकता का खामियाजा दुनिया भुगत रही है।
भारत में जी-20 की बैठकों का सिलसिला शुरू हो चुका है। देश में वर्ष भर में करीब 200 बैठकों होनी हैं। आगामी 24 फरवरी को होने वाली जी-20 की सबसे महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने वित्त मंत्री सीतारमण बेंगलुरु के लिए रवाना हो गई हैं।
पाकिस्तान की सियासत में शहबाज और इमरान की यह मीटिंग चौंकाने वाली है। वो इमरान जिन्होंने अपने ऊपर जानलेवा हमले के लिए शहबाज शरीफ पर आरोप लगाए थे। वहीं पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ भी मुल्क की बदहाली के लिए पूर्व की इमरान सरकार को जिम्मेदार मानते हैं।
भारत और अमेरिका के बीच पहली बार वाशिंगटन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की सबसे बड़ी बैठक ‘इनीशिएटिव फॉर क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी’ (आइसीईटी) हो रही है। इसके तहत भारत और अमेरिका 6 ऐसे बड़े बिंदुओं पर काम करने वाले हैं, जिसका लाभ पूरी दुनिया को मिलेगा।
प्रदेश सचिवालय में चल रही इस बैठक में सीमेंट कंपनियों के प्रबंधक और ट्रक यूनियनों के सदस्यों सहित उद्योग परिवहन और राज्य आपूर्ति निगम के अधिकारी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। मीटिंग के बाद मंत्री ने उम्मीद जताते हुए कहा है कि जल्द दोनों पक्षों के बीच सहमति बना ली जाएगी।
प्रदेश सरकार ने रिपोर्ट के आधार पर जोशीमठ शहर में जानमाल की सुरक्षा के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। शहर के लगभग डेढ़ किलोमीटर के भू-धंसाव प्रभावित क्षेत्र को आपदाग्रस्त घोषित किया गया है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कारोबारी जगत के दिग्गज मुकेश अंबानी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक अंबानी को यूपी में निवेश करने का आमंत्रण दिया। मुंबई प्रवास के दौरान उन्होंने कई अन्य कारोबोरियों के साथ अभिनेता अक्षय कुमार से भी मुलाकात की।
एमपी में अगले साल होने वाले चुनाव को देखते हुए बीजेपी में हो रही हलचलों के बीच सीएम सीएम शिवराज सिंह चौहान सोमवार को दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान, प्रदेश में चल रहे जनकल्याण के कार्यक्रमों, योजनाओं की प्रगति की जानकारी प्रधानमंत्री को देंगे।
China और दुनिया में बढ़ते Corona के मामलों को देखते हुए India भी एलर्ट हो गया है। बढ़ते मामलों को देखते हुए PM Modi हाई लेवल मीटिंग कर रहे हैं। UP के सीएम Yogi Adityanath भी कोरोना को लेकर बैठक कर रहे हैं।
इंडोनेशिया के बाली में जी 20 समिट का अयोजन किया जा रहा है। इस समिट में हिस्सा लेने आए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने निजी मुलाकात की। इस दौरान परमाणु जंग पर दोनों ने बड़ा बयान दिया है। दोनों देशों ने यह भी कहा है कि परमाणु हथियार से कभी भी युद्ध नहीं जीता जा सकता है।
Xi-Biden Meeting G-20: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इंडोनेशिया में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की है। दोनों नेताओं ने इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को लेकर बात की। बाइडेन ने संचार के रास्ते खुले रखने की प्रतिबद्धता जताई।
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