भारत के साथ व्यापार संबंध तोड़ने के निर्णय से पाकिस्तान में जीवनरक्षक दवाओं तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं की कमी का जोखिम पैदा हो गया है और पाकिस्तान के एक उद्योग संगठन ने इसे देखते हुए सरकार से फिलहाल आयात नियमों को आसान करने की अपील की है।
मद्रास हाईकोर्ट ने बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट, 1940 के तहत सक्षम प्राधिकरणों को तत्काल ऐसी दवाओं की ऑनलाइन बिक्री पर रोक लगाने का निर्देश दिया है,
जुकाम या बुखार आने पर आम तौर पर भारत में इस्तेमाल होने वाली कई प्रमुख दवाएं अब आप नहीं खरीद सकेंगे
भारतीय फार्मा नियामक ने 92 दवाओं और कॉम्बिनेशंस के दाम की समीक्षा की है और इसकी कीमतें तय की हैं। इनमें डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और कैंसर की दवाएं हैं जिसे स्थानीय कंपनियां सन फार्मा, डॉ रेड्डीज और ल्युपिन बनाती हैं।
दवा मूल्य नियामक एनपीपीए ने 30 दवा फॉर्मुलेशन का खुदरा मूल्य तय किया है। इसमें डायबिटीज, जीवाणु संक्रमण तथा उच्च रक्तचाप के इलाज में उपयोग होने वाली दवाएं शामिल हैं।
दवा नियामक राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) ने आज कहा कि उसने 65 आवश्यक फॉर्मूलेशनों (दवाओं) की खुदरा कीमतों को अधिसूचित किया है।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि माइक्रोब्लॉगिंग साइट Twitter के जरिए मिलीं शिकायतों में से 99 फीसदी का समाधान किया जा चुका है।
भारत अगले साल फार्मा क्षेत्र में सुरक्षित, दक्ष और गुणवत्ता वाली दवाओं के बल पर अपनी स्थिति मजबूत करने की राह पर है। कई अड़चनों का सामना करना पड़ेगा।
दिल्ली हाईकोर्ट ने ने गुरुवार को 344 फिक्स डोज कॉम्बिनेशन (FDC) दवाओं पर रोक लगाने की केंद्र सरकार की अधिसूचना खारिज कर दी।
उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि सरकार ने बीते दो साल में 500 दवाओं, चिकित्सकीय उपकरणों व दूसरे चिकित्सीय उपभोज्यों के दाम कम किए हैं।
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