India-Egypt Relationship: भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर इन दिनों मिस्र में हैं। उन्होंने वहां भारतीय प्रवासियों से मुलाकात के दौरान कहा कि भारत में ऐसे बदलाव हो रहे हैं जिससे लोग अपनी आकांक्षाओं को हासिल कर पा रहे हैं।
Medical Course: मेडिकल कोर्स की डिमांड बहुत ज्यादा है। नर्स, फिजियोथेरेपिस्ट जैसे कई क्षेत्र हैं जहां स्टूडेंट्स बिना नीट एग्जाम किए भी करियर बना सकते हैं। इन क्षेत्र में करियर बनाने के लिए स्टूडेंट्स का 12वीं कक्षा में पास होना बेहद जरूरी है।
इंस्टीट्यूट ऑफ किडनी डिजीज एंड रिसर्च सेंटर (IKDRC) देश का पहला सरकारी यूटरस ट्रांसप्लांट सेंटर बन गया है। सबसे बड़ी बात की IKDRC दुनिया का पहला हॉस्पिटल भी बन गया है जहां एक दिन में दो यूटरस ट्रांसप्लांट हुए हैं।
COVID-19: स्वास्थ्य संबंधी संसदीय समिति ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को, खासकर कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान ‘ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई मौत’ के मामलों की राज्यों के समन्वय से लेखा-परीक्षा (Audit) करने की सिफारिश की है।
Indian Medical: आईएमए के मानद सचिव डॉ. जयेश लेले ने कहा- ‘भारत में चिकित्सा क्षेत्र का बुनियादी ढांचा दिनों-दिन मजबूत हो रहा है। हम यूरोप और अमेरिका के मुकाबले बेहद किफायती दामों पर अलग-अलग बीमारियों का अत्याधुनिक इलाज सुनिश्चित कर रहे हैं।'
Medical Student in China: इस मामले में बीजिंग में भारतीय दूतावास ने बृहस्पतिवार को उन छात्रों के लिए एक विस्तृत परामर्श जारी किया जो चीन में चिकित्सा की पढ़ाई करना चाहते हैं। परामर्श में उन कठिनाइयों के बारे में बताया गया है जो चीन में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों को झेलनी पड़ सकती हैं।
new addiction: भारत, बांग्लादेश और नेपाल के लोग इन दिनों एक ऐसे नशे की गिरफ्त में हैं, जिसकी किसी को उम्मीद भी नहीं रही होगी। लंबे समय से यह लोग नशे के लिए यह नया तरीका अपना रहे थे, जिसकी किसी को कानों कान भनक तक नहीं थी।
China issuing visa for Indian students: इन दिनों भारत और चीन के बीच कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है। चीन अंतरराष्ट्रीय समझौतों का भी उल्लंघन कर रहा है। वह श्रीलंका से लेकर नेपाल औ पाकिस्तान, अफगानिस्तान के रास्ते भारत की घेराबंदी करने में जुटा है।
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने यूक्रेन से लौटे मेडिकल के छात्रों की पढ़ाई पूरी करवाने के संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखा है।
Monkeypox Case: तमिलनाडु में यात्रियों में मंकीपॉक्स बीमारी की जांच के लिए एयरपोर्ट्स पर NCDC के निर्देशानुसार स्पेशल मेडिकल टीम का गठन किया गया है।
Medical Students News: यूक्रेन से लौटे करीब 14 हजार मेडिकल छात्र ऐसे हैं जो विभिन्न वर्षों की पढ़ाई कर थे। वहां अब वापसी के हालात नहीं हैं। ये छात्र भारतीय मेडिकल कालेजों में समायोजित करने की मांग कर रहे हैं।
Kerala News: केरल में छात्र और छात्राओं को पर्दा लगाकर अलग-अलग बैठाकर क्लासिज को संचालित करने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। केरल शास्त्र साहित्य परिषद, सत्तारूढ़ CPIM की छात्र इकाई SFI ने इस तरह से क्लासिज को संचालित किए जाने की कड़ी आलोचना की।
Afghan medical Help: भारत ने युद्ध से प्रभावित रहे अफगानिस्तान को गुरुवार को मानवीय सहायता के तहत 6 टन जीवन रक्षक दवाओं की खेप भेजी। इसे काबुल स्थित इंदिरा गांधी अस्पताल को सौंपा गया है।
केंद्र सरकार ने बांग्लादेश में एक हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए एक मेडिकल छात्र को सोमवार को एयरलिफ्ट कराया है और उसे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया है।
रोबोटिक सिस्टम को इसलिए सबसे सस्ता सिस्टम कहा जा रहा है, क्योंकि इसके एक रो यूनिट की कीमत 4-5 करोड़ है।
यूक्रेन में एमबीबीएस की डिग्री लेने में औसत 6 साल लगते हैं और इंटर्नशिप के लिए दो वर्ष अतिरिक्त रखते हुए किसी उम्मीदवार को लाइसेंस के आवेदन के लिए 10 साल की अवधि में केवल दो साल बचते हैं। हालांकि मौजूदा संकट में यह कहना कठिन है कि प्रभावित विद्यार्थियों को पढ़ाई पूरी करने के लिए यूक्रेन लौटने की कब अनुमति मिलेगी।
नए मेडिकल कॉलेज लगभग 4,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से स्थापित किए जा रहे हैं, जिसमें से लगभग 2,145 करोड़ रुपये केंद्र सरकार और बाकी तमिलनाडु सरकार द्वारा प्रदान किए गए हैं।
जिला प्रशासन ने छात्रावास में रहने वाले सभी छात्रों को तत्काल अपने कमरे खाली करने को कहा है। कॉलेज में रिटायरमेंट और नव वर्ष की पार्टी को यहां कोरोना मामलों में बढ़ोतरी के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
नर्सिंग छात्राएं परीक्षा देने के लिए शिवमोग्गा शहर आई थीं। लौटने के बाद उनमें हल्के बुखार के लक्षण दिखाई दिए। जब उनकी जांच की गई तो उनमें संक्रमण पाया गया। चूंकि कॉलेज नर्सिंग होम से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसे भी सील कर दिया गया है और ओपीडी सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
कुछ दिन पहले इस कॉलेज में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ था जिसमें तकरीबन 600 लोगों ने हिस्सा लिया था। जिला प्रशासन का मानना है कि इतनी बढ़ी संख्या में कोरोना संक्रमण फैलने की वजह इस कार्यक्रम का आयोजन ही है।
संपादक की पसंद