सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र में आने वाले परिवारों को उनका हक दिलाने के लिए चिखल्दा गांव में उपवास पर बैठी नर्मदा बचाओ आंदोलन की पैरोकार मेधा पाटकर और 11 अन्य लोगों की हालत बिगड़ने लगी है।
नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध (एसएसडी) के गेट बंद होने से मध्यप्रदेश के डूब में आने वाले 40,000 प्रभावित परिवारों के घरों में आज चूल्हा नहीं जला। वहीं डूब प्रभावितों के उचित पुर्नवास की मांग को लेकर बड़वानी जिले में नर्मदा बचाओ आंदोलन (एनबीए) ने
मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में नर्मदा नदी के तट पर स्थित राजघाट को तोड़ने की कार्रवाई को नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख मेधा पाटकर ने महात्मा गांधी की दूसरी बार हत्या करार दिया है।
देश में पूरी तरह से विकसित की गई पहली ट्रेन मेधा शनिवार से पटरी पर दौड़ने लगेगी। ट्रेन का उद्घाटन शनिवार को मुंबई में रेल मंत्री सुरेश प्रभु करेंगे।
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