मानहानि का यह मामला 2000 में शुरू हुआ था। जब मेधा पाटकर ने अपने और नर्मदा बचाओ आंदोलन (एनबीए) के खिलाफ विज्ञापन प्रकाशित करने के लिए वीके सक्सेना के विरुद्ध एक वाद दायर किया था।
नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर को मानहानि मामले में कोर्ट ने दोषी ठहराया है। उनके खिलाफ तत्कालीन केवीआईसी अध्यक्ष वीके सक्सेना (अब दिल्ली एलजी) की ओर से याचिका दायर की गई थी।
Gujarat Political News: अमित शाह ने कहा ‘‘नर्मदा परियोजना का विरोध करने वाली मेधा पाटकर को गुजरात की राजनीति में पिछले दरवाजे से प्रवेश कराने के लिए कुछ लोगों ने इन दिनों नई शुरुआत की है।
Gujarat News: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नर्मदा परियोजना का विरोध करने वाली मेधा पाटकर को गुजरात की राजनीति में पिछले दरवाजे से प्रवेश कराने के लिए कुछ लोगों ने इन दिनों नई शुरुआत की है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार को आरोप लगाया कि “शहरी नक्सलियों” ने कच्छ क्षेत्र को पानी और विकास से दूर रखने के लिए नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध के निर्माण का विरोध किया था।
Medha Patkar FIR: 2007 से लगातार MP के आदिवासियों की शिक्षा के नाम पर देश-विदेश की संस्थाओं से मिली फंडिंग के दुरूपयोग का आरोप लगा है।
मेधा पाटकर के नेतृत्व वाले पंजीकृत ट्रस्ट के खिलाफ अब प्रवर्तन निदेशालय (ED), राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में अलग-अलग शिकायतें दर्ज की गई हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जाने की मांग को लेकर आगरा में धरना पर बैठीं नर्मदा बचाओ आंदोलन की मेधा पाटकर को शुक्रवार की शाम पांच बचे गंतव्य पर जाने की अनुमति दे दी गई।
सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर को पासपोर्ट के लिए आवेदन करने के दौरान अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों की जानकारी कथित रूप से नहीं देने के लिए मुंबई के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय (आरपीओ) से नोटिस मिला है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के दूत एवं पूर्व मुख्य सचिव शरदचन्द्र बेहार से बातचीत के बाद नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर ने आखिरकार सोमवार देर रात अपनी भूख हड़ताल समाप्त कर दिया है।
मेधा पाटकर ने सरदार सरोवर बांध के लोकार्पण के बाद कहा कि नए सिरे से आंदोलन शुरू करने के बारे में विचार किया जाएगा...
सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई बढ़ाए जाने से नर्मदा घाटी के डूब में आने वाले 40 हजार परिवारों के बेहतर पुनर्वास की मांग को लेकर आंदोलनरत नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर को बुधवार को उच्च न्यायालय की इंदौर पीठ से जमानत मिल गई, मगर रिहाई गुरुवार को
आजादी की सालगिरह के मौके पर विभिन्न जेलों में बंद अपराधी और आरोपियों को अच्छे आचरण के चलते सजा में कटौती या माफी दी जाती है, मगर आपको यह जानकर हैरानी होगी कि गरीबों और विस्थापितों की लड़ाई लड़ने वाली नर्मदा बचाओ आंदोलन की मेधा पाटकर को आजादी...
नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर को आज धार जाते समय पीथमपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। इंदौर के एक निजी अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद मेधा फिर से चिखल्दा गांव में धरना दे रहे सरदार सरोवर बांध के विस्थापितों से मिलने धार जिले की ओर जा रही थी।
सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र के प्रभावितों के लिए उचित पुनर्वास की मांग को लेकर मध्यप्रदेश के धार जिले के चिखल्दा गांव में अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठी नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर (62) और उनके साथ उपवास पर बैठे अन्य लोगों को पुलिस ने 12वें
मेधा सहित अन्य की तबीयत बिगड़ने पर जिला प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए और चिकित्सकों का दल जांच के लिए भेजा, चिकित्सकों के दल ने पाया है कि मेधा सहित लगभग सभी का रक्तचाप काफी कम हो गया है, इतना ही नहीं शरीर में पानी की कमी है। इस स्थिति में उन्हें अस्पता
सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र में आने वाले परिवारों को उनका हक दिलाने के लिए चिखल्दा गांव में उपवास पर बैठी नर्मदा बचाओ आंदोलन की पैरोकार मेधा पाटकर और 11 अन्य लोगों की हालत बिगड़ने लगी है।
नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध (एसएसडी) के गेट बंद होने से मध्यप्रदेश के डूब में आने वाले 40,000 प्रभावित परिवारों के घरों में आज चूल्हा नहीं जला। वहीं डूब प्रभावितों के उचित पुर्नवास की मांग को लेकर बड़वानी जिले में नर्मदा बचाओ आंदोलन (एनबीए) ने
मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में नर्मदा नदी के तट पर स्थित राजघाट को तोड़ने की कार्रवाई को नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख मेधा पाटकर ने महात्मा गांधी की दूसरी बार हत्या करार दिया है।
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