पीएनबी ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि यह कटौती एक मार्च 2019 से प्रभावी होगी। एक साल के कर्ज पर ब्याज दर 8.55 प्रतिशत से कम कर 8.45 प्रतिशत कर दी गई है।
महंगाई की मार झेल रहे आम-लोगों पर अब महंगी ब्याज दरों की मार पड़ने वाली है। 1 अक्टूबर से देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने नई ब्याज दरें लागू कर दी हैं।
फिक्स दरों पर लिए लोन के अलावा अन्य सभी लोन पर MCLR मे बदलाव का असर पड़ता है
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की संशोधित दरें 14 सितंबर 2018 से लागू होंगी
HDFC बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 7 सितंबर से बढ़ी हुई दरें लागू हो गई है
देश की सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने बेंचमार्क लेंडिंग रेट एमसीएलआर में 0.2 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है।
मैं अलसाई...अधखुली आँखों से हिमाचल की खूबसूरती अपने अंदर समेटने की नाकाम कोशिश कर रहा था... गाड़ी से उतरते ही ठण्ड हवा के झोकों ने मुझे कांपने को मज़बूर कर दिया... ऐसा लग रहा था जैसे ये हवाएं भी किसी अनजाने रेस का हिस्सा हो...
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से अब कर्ज लेना महंगा हो गया है। SBI ने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) और बेस रेट में 1 जुलाई से बढ़ोतरी कर दी है। इससे कर्ज लेने वाले उन ग्राहकों को ज्यादा मासिक किस्त (EMI) चुकानी होगी जिन्होंने बेस रेट या BPLR आधारित लोन SBI से लिया था।
देश के दो बड़े सरकारी बैंकों का कर्ज अब महंगा हो गया है, पंजाब नैशनल बैंक (PNB) और इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank) ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड ब्याज दर (MCLR) में बढ़ोतरी की घोषणा की है। दोनो ही बैंकों ने पहली जुलाई से अपने MCLR में 10 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी का ऐलान किया है।
सरकारी बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने मंगलवार को कहा कि उसने विभिन्न अवधि के फंड आधारित कर्ज दर-मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (MCLR) - में पांच आधार अंकों की वृद्धि की है, जो 7 जून से प्रभावी होगी।
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 1 जून 2018 से सभी अवधि की अपनी प्रभावी एमसीएलआर दरों में 0.10 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है। एमसीएलआर में होने वाली वृद्धि का सीधा असर कर्जदारों द्वारा चुकाए जाने वाले ब्याज पर पड़ता है।
प्रमुख सरकारी बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने MCLR में बढ़ोतरी की घोषणा की है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के बाद अब दूसरे बैंकों की तरफ से भी इस तरह के कदम उठाए जाने की आशंका बढ़ गई है। शनिवार को बैंक ऑफ महाराष्ट्र की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक उसने अलग-अलग अवधियों के लिए MCLR में 20 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है
नए वित्त वर्ष के शुरुआती दिन यानी 1 अप्रैल को भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने होम और कार लोन ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है। SBI ने 1 अप्रैल से अपने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) और बेस रेट बढ़ा दिए हैं।
एसबीआई ने जहां मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (MCLR) में 0.25 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है वहीं पीएनबी और ICICI Bank ने भी MCLR में 0.15 फीसदी तक की वृद्धि की है।
आरबीआई ने सभी वाणिज्यिक बैंकों से 1 अप्रैल 2018 से बेस रेट को एमसीएलआर से जोड़ने को कहा है। माना जा रहा है कि इस कदम से पुराने होम लोन कुछ सस्ते हो सकते हैं।
केंद्रीय बैंक ने बुधवार को कहा है कि वह अगले वित्त वर्ष से बेस रेट को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) के साथ जोड़ेगा।
साल के पहले दिन ही देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने अपने BPLR और बेस रेट में कटौती कर होम लोन लेने वालों ग्राहकों को नए साल का तोहफा दिया था। अब Axis Bank ने भी अपने बेस रेट घटा दिए हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र के सिंडिकेट बैंक ने चुनिंदा परिक्वता अवधि वाले ऋण पर कोष की सीमांत लागत आधारित दर (एमसीएलआर) 0.05 प्रतिशत तक कम कर दी है।
जिन ग्राहकों के पास अब भी पुराने ATM कार्ड हैं उन्हें बैंक जाकर नई तकनीक यानि EVM चिप पर आधारित कार्ड के लिए आवेदन करना होगा
जो ग्राहक SBI से नया कर्ज लेंगे उनको MCLR की नई दरों के आधार पर कम ब्याज पर कर्ज दिया जाएगा और मौजूदा ग्राहकों को थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा
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