हिंदी में MBBS की पढ़ाई के लिए फर्स्ट ईयर की किताबें मध्य प्रदेश में गुरुवार को वितरित की गई है। किताब वितरण समारोह में मेडिकल एजुकेशन मंत्री विश्वास सांरग ने भी हिस्सा लिया।
नीट यूजी काउंसलिंग के नियम मेडिकल काउंसिल कमेटी ने बदल दिए हैं। जो उम्मीदवार एमबीबीएस और बीडीएस के कोर्स में एडमिशन लेने जा रहे हैं वे काउंसलिंग के नियम जरूर जान लें।
NExT एग्जाम पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बड़ा ऐलान किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि मैं 2019 बैच को NExT के तहत नहीं ला रहा हूँ। इसलिए छात्र परेशान न हों। केंद्र सरकार व एनएमसी ऐसे कोई फैसले नहीं लेगी जिससे छात्रों को दिक्कत हो।
MBBS छात्रों के लिए NMC ने जरूरी गाइडलाइन जारी की है। हाल में एम्स दिल्ली ने जानकारी दी कि 28 जुलाई को नेशनल एग्जिट टेस्ट (NExT) के लिए एक मॉक आयोजित करेगा। ये गाइडलाइन NExT को लेकर जारी की गई है।
NMC ने MBBS कोर्स को लेकर एक नोटिस जारी की है। नोटिस के मुताबिक, अब MBBS कोर्स में बदलाव नहीं किए जाएंगे। NMC ने गाइडलाइन वापस ले ली है। बता दें कि नोटस में कहा गया है कि गाइडलाइन तुरंत प्रभाव से वापस ले ली गई है।
NEET की तैयारी कर रहे हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है। बता दें कि एनएमसी इस साल MBBS में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है। इसके साथ ही एमबीबीएस में एडमिशन के लिए तौर-तरीके भी बदलने जा रहे हैं।
NMC ने MBBS छात्रों के लिए जरूरी गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन की मानें तो अब एमबीबीएस छात्रों को एक परिवार को गोद लेना होगा। कोर्स के दौरान परिवार की सेहत का पूरा ख्याल रखना होगा। साथ ही उन्हें न्यूनतम 80 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करानी होगी।
NEET के छात्रों के लिए जरूरी खबर है। NMC ने MBBS कोर्स के लिए कुछ नियम तय कर दिए हैं। अगर MBBS करना है तो छात्रों को ये नियम जरूर जान लेने चाहिए। NMC ने MBBS कोर्स के लिए समय सीमा तय कर दी है।
NEET वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। सरकार ने कई नए मेडिकल कॉलेजों के खुलने की मंजूरी दे दी है। इससे मेडिकल कॉलेजों की सीटों में काफी इजाफा हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि इन मेडिकल कॉलेजों के खुलने से एमबीबीएस की सीटों पर मारामारी कम हो जाएगी।
MBBS Course: हमारे देश में मेडिकल एजुकेशन काफी मंहगा है, जो आम आदमी अफोर्ड नहीं कर सकता है। ऐसे में बहुत से छात्रों का डॉक्टर बनने का सपना टूट जाता है। ऐसे में हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे थे जहां एमबीबीएस की पढ़ाई फ्री है।
Medical college Fee: मेडिकल की पढ़ाई को लेकर छात्र काफी परेशान रहते हैं। पहले तो नीट परीक्षा की तैयारी, उसके बाद ज्यादा फीस उनके सामने चट्टान बन जाता है। इस कारण छात्र एमबीबीएस में एडमिशन नहीं ले पाते हैं। ऐसे में उन्हें ऐसे कुछ कॉलेजों की तलाश रहती है, जिनकी फीस कम हो। तो आइए हम आपको बताते हैं कुछ कॉलेज के बारे में
मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए बड़े काम की खबर है। कर्नाटक में एक मेडिकल कॉलेज छात्रों के मेडकल की पढ़ाई फ्री में उपलब्ध कराएगा। पीएम मोदी ने आज इस कॉलेज का उद्घाटन किया है।
What is the salary of a MBBS Doctor: क्या आप जानते हैं कि MBBS करने के बाद एक डाक्टर की कितनी कमाई होती है। आखिर कितनी होती है उसकी सैलरी। इससे जुड़ी सारी बातों की जानकारी आज हम आपको इस खबर के जरिए देंगे।
NEET UG MBBS Admission: NEET छात्रों के लिए बड़ी खबर है। उत्तर प्रदेश मेडिकल एजुकेशन ने राज्य में 13 मेडिकल कॉलेज बढ़ने व MBBS की 1300 सीटें बढ़ा दी है। इसका सीधा फायदा नीट की तैयारी कर रहे बच्चों को पहुंचेगा।
देश में हर साल लाखों स्टूडेंट्स 12वीं के बाद मेडिकल लाइन में आगे बढ़ते हैं। आज हम आपको इस खबर के माध्यम से MS और MD के बारे में डिटेल में जानकारी देंगे। साथ ही एमबीबीएस के बाद बेस्ट करियर ऑप्शंस के बारे में बताएंगे।
यूपी के नोएडा में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये नीट छात्रों को एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर चूना लगाते थे।
MBBS student suicide case: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में एक स्टूडेंट के सुसाइड मामले में पुलिस ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
अब MBBS हिंग्लिश में पढ़ाई जाएगी। इसकी शुरूआत मेरठ के एक मेडिकल कॉलेज में कर दी गई है। मेडिकल कॉलेज में MBBS छात्रों के नए बैच की क्लासेस और ओरिएंटेशन में लेक्चर 'हिंग्लिश' में दिया गया है।
हिंदी और क्षेत्रीय भाषा में मेडिकल की पढ़ाई को लेकर IMA के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जे.ए.जयलाल ने अपनी राय रखी उन्होंने कहा कि इससे बच्चों की नॉलेज और स्किल का दायरा सीमित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर आप क्षेत्रीय भाषा में ट्रेनिंग देते हैं, तो आप अपने नॉलेज और स्किल को अपडेट नहीं कर सकेंगे।
जब बी. श्रीमथि को MBBS कोर्स के लिए तिरुनेलवेली गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिला, तो उन्होंने इतिहास रच दिया, क्योंकि वह अपने इरुला आदिवासी समुदाय से डॉक्टर बनने के लिए मेडिकल की पढ़ाई करने वाली पहली महिला हैं।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़