मायावती ने सोमवार सुबह ट्वीट कर समाजवादी पार्टी के शासन में मुजफ्फरनगर दंगों की याद दिलाई। उन्होंने किसान पंचायत में दिखाई दिए हिन्दू-मुस्लिम साम्प्रदायिक सौहार्द की सराहना की।
बता दें कि, इससे पहले सतीश चंद्र मिश्रा की पत्नी कल्पना मिश्रा भी लखनऊ में प्रबुद्ध सम्मेलन में मायावती के लिए वोट मांग चुकी हैं। सतीश मिश्रा जुलाई से यूपी में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर रहे हैं। 74 ज़िलों में सतीश चंद्र मिश्रा के सम्मेलन के बाद मायावती लखनऊ में 7 सितम्बर को बड़ा ब्राह्मण सम्मेलन करेंगी, जिसमें पूरे प्रदेश के ब्राह्मण हिस्सा लेंगे।
बीएसपी के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बीएसपी ने यह जो लाइन पकड़ी है इससे पार्टी के अल्पसंख्यक वोट छिटक सकते है।
मायावती ने पार्टी के लोगों को निर्देश दिया कि वे लोग अपनी हैसियत के हिसाब से मुसीबतजदा लोगों की यथासंभव मदद करते रहें।
ब्राह्मणों को लुभाने के अपने अभियान में, BSP ने अब अपना ध्यान ब्राह्मण समुदाय की महिलाओं पर केंद्रित करने का फैसला किया है। इस अभियान की अगुवाई बसपा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा की पत्नी कल्पना मिश्रा कर रही हैं।
मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार को अड़ियल रवैया त्याग कर कृषि कानूनों को वापस लेने पर विचार करना चाहिए।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि बीजेपी की जनविरोधी और किसान विरोधी कार्यशैली से उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में जनता का हाल बेहाल हो रहा है।
बसपा प्रमुख मायावती अगले महीने की 7 तारीख को लखनऊ में ब्राह्मण सम्मेलन के ज़रिए 2022 विधान सभा चुनाव के अभियान की आधिकारिक शुरू करेगी।
मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जनसमर्थन खोने के बावजूद वह अफवाह फैला रही है और उनकी पार्टी को बदनाम कर रही है।
मायावती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी तक नहीं ढूंढ पाती है और लोगों को चुनाव लड़ने के लिए पैसे देती है।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा बाढ़ की आड़ में भी घिनौनी राजनीति कर रही है।
बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को कहा कि संसद में आज पेश संविधान संशोधन बिल का बीएसपी समर्थन करती है, किन्तु केन्द्र केवल खानापूर्ति न करे बल्कि सरकारी नौकरियों में ओबीसी के वर्षों से खाली पदों को भरने का ठोस काम भी करे।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने महाराष्ट्र और गोवा में बाढ़ के कहर से जान-माल की भारी क्षति पर रविवार को दुख प्रकट करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में बाढ़ से बचाव के लिए प्रदेश की सरकार को अभी से सजग होकर कदम उठाने चाहिए।
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सपा,कांग्रेस के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) भी अब सॉट हिन्दुत्व की राह में चलने की कोशिश में लगी है।
बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने शुक्रवार को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में ब्राह्मणों को सत्ता का गणित समझाते हुए कहा कि बीएसपी के शासन में राम मंदिर बनकर तैयार होगा।
यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बसपा ने एक बार फिर से ब्राम्हण कार्ड खेला है। इस बार पार्टी ने इसे ब्राह्मण सम्मेलन की बजाए प्रबुद्ध वर्ग संवाद सुरक्षा सम्मान विचार गोष्ठी का नाम दिया है।
मायावती ने उम्मीद ने जताते हुए कहा कि प्रदेश के ब्रह्मण समाज इसबार भाजपा को नहीं वोट करेगा बल्कि दलितों की तरह अटल रहेगा और बसपा को वोट करेगा। हमने भी सरकार बनने पर इनका ध्यान रखा।
साल 2007 में सोशल इंजीनियरिंग के जिस फॉर्मूले के जरिए बसपा ने यूपी की सत्ता पाई थी, पार्टी एकबार फिर से उसी को आजमाने की तैयारी कर रही है। इसी कड़ी में बसपा रामनगरी अयोध्या में आने वाली 23 जुलाई को ब्राह्मण सम्मेलन करने जा रही है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने किसान आंदोलन को लेकर पंजाब की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा हैं।
उत्तर प्रदेश में अलकायदा के आतंकवादियों की गिरफ्तारी को लेकर राजनीति तेज हो गई है। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आतंकवादियों की गिरफ्तारी को विधानसभा चुनाव से जोड़ते हुए बयान दिया है।
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