उत्तर प्रदेश में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा का सूपड़ा साफ हो गया। 7 सीटों पर हुए चुनाव में बसपा को एक भी सीट नहीं मिली।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर ने सोमवार को दावा किया कि 2022 में उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री पार्टी प्रमुख मायावती बनेंगी।
बसपा ने उत्तर प्रदेश में भीम राजभर को अपना नया अध्यक्ष को नियुक्त किया है। इसकी जानकारी खुद बसपा अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट कर दी।
उन्नाव की पूर्व सांसद अनु टंडन को सोमवार को सपा में शामिल कराने के बाद अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की एक ही चाहत समाजवादी पार्टी को हराना है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार और बसपा पर जमकर प्रहार किया।
बसपा प्रमुख ने कहा कि बसपा सांप्रदायिक पार्टी के साथ समझौता नहीं कर सकती है। हमारी विचारधारा सर्वजन धर्म की है और भाजपा की विपरीत विचारधारा है। मायावती ने कहा कि बसपा सांप्रदायिक, जातिवादी और पूंजीवादी विचारधारा रखने वालों के साथ कभी गठबंधन नहीं कर सकती है।
राज्यसभा चुनाव के दौरान हुई सियासी उठापटक का असर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के भविष्य की राजनीति पर भी पड़ने की संभावना है।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने बिहार में हो रहे विधानसभा चुनाव में जनता से अपनी पार्टी के गठबंधन को मौका देने की अपील की है।
बसपा सुप्रीमो के ऐलान के बाद पार्टी के लिए मुस्लिम वोटों को सहेजना एक बड़ी चुनौती होगी। भाजपा से गठजोड़ का आरोप लगाते हुए बसपा के कई विधायक बगावत कर चुके हैं। मौजूदा विधानसभा में बसपा के 18 विधायकों में 5 मुसलमान हैं।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने बृहस्पतिवार को अपनी पार्टी के सात बागी विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निलंबित कर दिया। इन विधायकों ने राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी रामजी गौतम के नामांकन का विरोध किया था।
समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा चुनाव में उसके प्रत्याशियों को हराने के लिए बीजेपी तक का समर्थन करने के बीएसपी प्रमुख मायावती के बयान पर तंज कसा है।
पार्टी में जारी बगावत पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने सख्त रुख अपना लिया है। मायावती ने पार्टी से बगावत करने वाले 7 विधायकों को निलंबित कर दिया है।
पार्टी में जारी बगावत पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने सख्त रुख अपना लिया है। मायावती ने पार्टी से बगावत करने वाले 7 विधायकों को निलंबित कर दिया है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मतदाताओं से विरोधियों के हथकंडों और षड्यंत्रों से सावधान रहने तथा बसपा, आरएलएसपी के गठबंधन के लिए वोट करने की अपील की।
बसपा अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 'ठाकुर अजय सिंह बिष्ट, उत्तराखंड वाले' के रूप में संबोधित कर रही है। यह विचार इस तथ्य को रेखांकित करने के लिए है कि वह राज्य से संबंधित नहीं है और एक 'बाहरी व्यक्ति' हैं।
उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की दस सीटों के लिए सभी पार्टियों में जोर आजमाईश शुरू हो गयी है। भाजपा में उम्मीदवारों के चयन के लिए मंथन तेज है। ऐसे में बहुजन समाज पार्टी द्वारा अपना उम्मीदवार उतारने के फैसले से निर्विरोध निर्वाचन की संभावना खत्म होती दिख रही है।
उल्लेखनीय है कि इमरती देवी के खिलाफ मध्य प्रदेश की डबरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के लिए चुनाव प्रचार करते हुए कमलनाथ ने रविवार को कहा था, ‘‘डबरा से सुरेश राजे जी हमारे उम्मीदवार हैं।
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक मंदिर के पुजारी पर जानलेवा हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने प्रदेश सरकार से साधु-संतों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
मायावती ने आम लोगों को इन ड्रामेबाजियों से सतर्क रहने की सलाह दी है। मायावती ने यूपी की तरह राजस्थान के शासन को जंगलराज करार दिया।
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से ब्राम्हण केन्द्र बिन्दु पर हैं। विपक्षी दलों ने खूब शोर मचाकर एक माहौल भी तैयार किया है। बसपा को लगता है ब्राम्हण अगर सत्तारूढ़ दल से कटेगा तो उसे आसानी से लपका जा सकता है।
बसपा अध्यक्ष के करीबी सूत्रों का दावा है कि मायावती को धूल से एलर्जी है, इसलिए वह ग्रामीण इलाकों में नहीं जाती हैं। सक्रिय राजनीति करने वालों के आगे ऐसा कारण हालांकि टिकता नहीं है।
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