भाजपा ने एक पोस्टर टैग किया है जिसमें भूले तो नहीं सवाल के साथ लिखा गया है कि बसपा सरकार में पांच हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। दो मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) एक डिप्टी सीएमओ समेत कई लोगों की हत्या हुई थी।
मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट में आरोप लगाया, ''सपा शुरू से ही दलितों तथा पिछड़े वर्गों में जन्मे महान संतों, गुरुओं एवं महापुरुषों का तिरस्कार करती रही है, जिसका खास उदाहरण फैजाबाद जिले में से बनाया गया नया आम्बेडकर नगर जिला है। भदोही को नया जिला संत रविदास नगर बनाने का भी इन्होंने (सपा ने) विरोध किया तथा इसका नाम तक भी सपा सरकार ने बदल दिया।''
मायावती ने कहा कि सपा व भाजपा की राजनीति एक-दूसरे के पोषक व पूरक रही है। इन दोनों पार्टियों की सोच जातिवादी व साम्प्रदायिक होने के कारण इनका आस्तित्व एक-दूसरे पर आधारित रहा है। इसी कारण सपा जब सत्ता में होती है तो भाजपा मजबूत होती है जबकि बीएसपी जब सत्ता में रहती है तो भाजपा कमजोर।
बीएसपी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने चुनाव आयोग को लिखे लेटर में मांग की है कि विधानसभा चुनाव से 6 महीने पहले तक मीडिया में दिखाए जाने वाले ओपिनियन पोल्स पर प्रतिबंध लगाया जाए।
सपा नेता और प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा, "समाजवादी लोग हमेशा से महिलाओं का सम्मान करते आए हैं और उनके सम्मान के लिए लड़े हैं तथा संघर्ष किया है, महिलाओं को सम्मान दिया है। एक राज्यसभा सीट सपा की थी, वह भी जया बच्चन को दे दी, वो भी महिलाओं को दे दी।"
मायावती ने घटना का जिक्र करते हुए शनिवार को ट्वीट किया, दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के एक दलित युवक की नृशंस हत्या अति दुखद एवं शर्मनाक है।
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के दलित युवक की हत्या दुखद व शर्मनाक है। BSP की यह मांग है कि पुलिस घटना को गंभीरता से ले और दोषियों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई करे।
मायावती ने अपने ट्वीट में पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी और गुजरात के नेता जिग्नेश मेवाणी पर भी इशारों में निशाना साधा।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि राजस्थान के इस हत्याकाण्ड के सम्बंध में 3 दिन बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मायावती ने कहा कि हमारी सरकार बनने पर इस बार सबसे ज़्यादा जोर यहां के गरीब और बेरोज़गार नौजवानों को रोटी रोजी के साधन उपलब्ध कराने पर होगा। इसबार यही हमारी पार्टी का मुख्य चुनावी मुद्दा भी होगा।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर आशुतोष वर्मा ने कहा कि चार महीने पहले हुए पंचायत चुनाव में झटका लगने के बाद भाजपा को समझ आ गया है कि वह जनता से कितनी दूर हो गई है और हताशा में वह जातिगत समीकरण साध कर इस दूरी को पाटने की कोशिश कर रही है। मगर इससे उसका कोई भला नहीं होगा।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कल 27 सितंबर को किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए 'भारत बंद' का समर्थन किया है।
AIMIM सुप्रीमो ने कहा कि यदि बीजेपी, मोदी, योगी और आरएसएस के खिलाफ सबसे ज्यादा कोई बोलता है तो वह हम खुद हैं।
सुरजेवाला ने कहा, भारतीय जनता पार्टी छींटाकशी करके चन्नी जी और दलितों का अपमान करने की साजिश कर रही है।
मायावती ने चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई देते हुए कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी इनको पहले ही 5 सालों के लिए सीएम बना देती तो अच्छा होता। इन्हें कुछ समय के लिए मुख्यमंत्री बनना तो ये लगता है कि ये महज चुनावी हथकंडा है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने ट्वीट में कहा, “उप्र भाजपा सरकार द्वारा ’बदलाव के 4.5 वर्ष’ का विज्ञापन एवं अधिकांश दावे हवा-हवाई तथा जमीनी हकीकत से बहुत दूर हैं और इनकी कथनी व करनी में अंतर होने के कारण यहां की बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई आदि से जनता की बदहाली जग-ज़ाहिर है।''
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मायावती राजनीति में तो आप आईं थीं दलितों की बेटी बनकर, इसी आधार पर सत्ता में भी आई, पर बन गईं दौलत की बेटी।
यूपी विधानसभा चुनाव के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का मऊ से टिकट काटे जाने के बाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने अंसारी को टिकट ऑफर किया है।
यूपी चुनाव से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुख़्तार अंसारी को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया। उनकी जगह उन्होंने भीम राजभर को टिकट दिया है। क्या है उनका एजेंडा?
माफिया डॉन मुख़्तार अंसारी पर मायावती ने बड़ा ऐलान किया है। बसपा ने यूपी चुनाव के लिए मुख़्तार अंसारी की जगह भीम राजभर को टिकट दिया है।
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