उन्होंने यूपी समेत देश के अन्य राज्यों में बीजेपी शासित सरकारों पर दुर्भावना के तहत काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसपर अपनी चिंता भी जाहिर की है।
यूपी में मुस्लिम व यादव समाज का पूरा वोट लेकर तथा कई-कई पार्टियों से गठबन्धन करके भी जब अपना सीएम बनने का सपना पूरा नहीं कर सके हैं, तो फिर वो दूसरों का पीएम बनने का सपना कैसे पूरा कर सकते हैं?
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के राष्ट्रपति वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं फिर से उत्तर प्रदेश की सीएम या फिर प्रधानमंत्री बनने का सपना देख सकती हूं लेकिन देश का राष्ट्रपति बनने की नहीं।
उत्तर प्रदेश में प्रयागराज जिले के खेवराजपुर गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई। सीएम योगी ने जांच के आदेश दिए हैं।
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा था कि राहुल गांधी ने यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ा ही नहीं। वह अपने बिखरे घर को तो संभाल नहीं पा रहे हैं। हम पर कटाक्ष कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी शुरू से घिनौने हाथकंडे अपना रही है।
रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मायावती ने राहुल गांधी पर हमला बोला। उन्होंने ये भी कहा कि राजीव गांधी ने भी बीएसपी को बदनाम करने के लिए कांशीराम को CIA एजेंट बता दिया था।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि- ' हमने मायावती जी को संदेश दिया की गठबंधन कीजिए और मुख्यमंत्री बनिए। पर उन्होंने बात तक नहीं की। जिन लोगों ने अपना खून, पसीना देकर उत्तर प्रदेश में दलित की आवाज़ को जगाया। आज मायावती कहती हैं कि मैं उस आवाज़ के लिए नहीं लड़ूंगी।'
मायावती ने चुनाव ही नहीं लड़ा। हमने मायावती को संदेश दिया कि गठबंधन कीजिए और मुख्यमंत्री बनिए। उन्होंने बात तक नहीं की।
देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी की जबर्दस्त मार व तनाव झेल रही जनता अब पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस आदि आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के कारण घुट-घुट कर जीने को मजबूर है- मायावती
मायावती ने अखिलेश यादव पर अपनी विदेश यात्राओं को विकास से जोड़ने पर बुधवार को तंज करते हुए कहा कि समग्र विकास के लिए सही सोच और दृष्टिकोण जरूरी है, जो बिना विदेशी दौरे के भी संभव हैं।
बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने यूपी में सपा और भाजपा की अंदरूनी मिलीभगत को लेकर बताया कि कैसे हिन्दू-मुस्लिम कराकर यहां मुस्लिम समाज को गुमराह किया गया।
मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के सबसे बड़े पुत्र आकाश अपनी बुआ के लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के दौरान सुर्खियों में आए। मायावती ने बाद में घोषणा की कि आकाश पार्टी से जुड़ेंगे और राजनीति की बारीकियों को मायावती को ट्विटर पर लाने का श्रेय भी आकाश को दिया जाता है।
मायावती ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस ने उनके समर्थकों को गुमराह करने के लिए यह झूठा प्रचार किया था कि अगर उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा को जीतने दिया गया, तो उनकी बहन जी (मायावती) को राष्ट्रपति बनाया जाएगा।
यूपी चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद मायावती ने माना कि चुनाव में उनकी पार्टी की हार एक 'सबक' है। उन्होंने कहा कि बसपा के खिलाफ नकारात्मक अभियान मतदाताओं को गुमराह करने में सफल रहा।
यूपी चुनाव में ओवैसी की पार्टी के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। गुड्डू जमाली ही एक मात्र ऐसे उम्मीदवार थे जो अपनी जमानत बचा पाए थे। गुड्डू जमाली चुनाव में 36419 वोट पाकर चौथे नंबर पर रहे थे।
मायावती ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से बसपा की मिलीभगत से इनकार करते हुए दावा किया कि समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव भाजपा से खुलकर मिले हुए हैं।
403 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में बसपा का केवल एक उम्मीदवार विजयी हुआ है। मायावती ने एक ट्वीट में आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान मीडिया द्वारा ‘‘जातिवादी द्वेषपूर्ण व घृणित रवैया अपनाकर अम्बेडकरवादी बसपा आंदोलन को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया।’’
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कई तरह के विमर्शों, सवालों और मुद्दों के बीच एक अहम सवाल बहुजन समाज पार्टी को लेकर भी उठ रहा है। बीते तीन दशकों में यह पहली बार है कि जब उत्तर प्रदेश की राजनीति के केंद्र में बसपा को एक मजबूत राजनीतिक ताकत के रूप में नहीं देखा जा रहा है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम बीजेपी के पक्ष में रहे। वहीं सपा दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रही। लेकिन उत्तर प्रदेश की मुखिया रह चुकी बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो मायावती की पार्टी बसपा इस चुनाव में सिर्फ एक सीट पर ही कब्जा कर पाई। जबकि कांग्रेस के खाते में भी दो सीटें गईं। बसपा की इस हार पर अब मायावती ने बड़ा बयान दिया है। जानिए उन्होंने हार का क्या कारण बताया?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम बीजेपी के पक्ष में रहे। वहीं सपा दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रही। लेकिन उत्तर प्रदेश की मुखिया रह चुकी बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो मायावती की पार्टी बसपा इस चुनाव में सिर्फ एक सीट पर ही कब्जा कर पाई।
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