संयुक्त राष्ट्र अधिकार प्रमुख ने बांग्लादेश से अनुरोध किया कि वह रोहिंग्या मुसलमानों को वापस म्यामां भेजने की अपनी योजना को रोक दे क्योंकि वहां अब भी अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की खबरें आ रही हैं।
रखाइन राज्य में म्यामां सेना के कथित अभियान के बाद रोहिंग्या लोग अपनी जान बचाने के लिए घर छोड़कर भागे थे। संयुक्त राष्ट्र रोहिंग्या समुदाय को सबसे अधिक दमित अल्पसंख्यक बताता है।
केरल के तिरुवनंतपुरम में विझिंजम पुलिस ने 5 सदस्यीय रोहिंग्या परिवार को हिरासत में ले लिया है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, परिवार हैदराबाद से तिरुवनंतपुरम पहुंचा और एक रिक्शा में रेलवे स्टेशन से विझिंजम पहुंच गया।
अमेरिका ने कहा कि म्यामां में हत्याओं एवं बलात्कार सहित रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ म्यामां की सेना की ओर से की गयी हिंसा के सुनियोजित होने के संबंध में उसे साक्ष्य मिले हैं।
संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं ने मंगलवार को कहा कि म्यामां की सेना को देश की राजनीति से बाहर कर दिया जाना चाहिए। जांचकर्ताओं ने अपनी अंतिम जांच रिपोर्ट जारी करते हुए रोहिंग्या मुसलमानों के नरसंहार मामले में सेना के शीर्ष जनरलों
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध दवाओं का उत्पादन करने और उनके पारगमन वाले देशों में भारत को 21 अन्य देशों के साथ रखा है। बड़े पैमाने पर अवैध दवा बनाने या उनके पारगमन वाले अन्य एशियाई देशों में अफगानिस्तान, पाकिस्तान और म्यामां को शामिल किया गया है।
बांग्लादेश में शरणार्थी शिविरों में रोहिंग्या कार्यकर्ताओं ने आज के दिन को ‘‘काला दिवस’’ घोषित किया। साथ ही यहां दुआओं, भाषणों और गीतों का दौर भी चला।
म्यामां से भागकर पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में शरण लेने वाले रोहिंग्या समुदाय के लोगों के पास अब सचमुच भागने के लिए जमीन भी नहीं बची है। मानसूनी बारिश के इन महीनों में उनके पास सिर छुपाने की जगह नहीं बची है।
महिलाओं ने बलात्कार से पहले अपनी आंखों के सामने अपने बच्चों, पति और माता-पिता की हत्या होती देखी। एचआरडब्ल्यू ने सामूहिक बलात्कार के छह मामले बताए हैं जिसमें सैनिकों ने महिलाओं को समूहों में इकट्ठा किया और फिर उनसे मारपीट तथा दुष्कर्म किया। रिपोर्ट म
सरकार को रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर ऐसे इनपुट मिले हैं कि पाकिस्तान में पनाह पाए कई आतंकी ग्रुप इन्हें अपने चंगुल में लेने की साजिश में लगे हैं। ऐसे इनपुट के बाद रोहिंग्या मुसलमानों को आतंरिक खतरे के तौर पर देखा जा रहा है।
दक्षिणपूर्व एशिया में अशांति की स्थिति बनी हुई है। 25 अगस्त के बाद से करीब 1 लाख 23 हजार लोग म्यांमार से भाग कर बांग्लादेश पहुंच गए हैं।
म्यांमार के रोहिंग्या अल्पसंख्यक मुस्लिमों पर किए जा रहे अत्याचार के खिलाफ सरकार से कड़े कदम उठाने की मांग को लेकर इंडोनेशिया की राजधानी में म्यांमार के दूतावास के बाहर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के तीसरे दिन सैंकड़ों मुस्लिम महिलाओं ने प्रदर्शन किया।
म्यांमार में पुलिस नाकों और सैन्य अड्डे पर 24 अगस्त को हमले के बाद सेना ने रोहिंग्या विद्रोहियों और उनके अड्डों को खत्म करने के लिए अभियान छेड़ रखा है। इस ख़ूनी टकराव में अब तक लगभग 400 लोगों की मौत हो चुकी है।
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