यागी तूफान ने म्यांमार में भारी तबाही मचाई है। तूफान के कारण 236 लोगों की मौत हो गई है। बाढ़ के कारण छह लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है।
म्यांमार वायुसेना का एक परिवहन विमान लेंगपुई हवाईअड्डे पर उतरा और दो उड़ानों में 151 म्यांमार सैनिकों को अक्याब ले गया। म्यांमार के सैनिकों के प्रस्थान से पहले भारतीय अधिकारियों ने सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं।
भाग रहे म्यांमार सैनिकों में से कुछ बंदूक की लड़ाई में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। असम राइफल्स की ओर से उन्हें बुनियादी चिकित्सा उपचार प्रदान किया गया। सैनिक अब लांग्टलाई के पारवा में असम राइफल्स की हिरासत में हैं। इन्हें मणिपुर में मोरेह सीमा के जरिए तमू में उनके अधिकारियों को सौंपा जाएगा।
अधिकारियों ने कहा कि म्यांमार सेना के एक अधिकारी सहित 30 सैनिक मंगलवार को भागकर मिजोरम के सियाहा जिले के तुईपांग गांव में चले आए थे और कुछ दिनों तक वहीं रहने का इरादा रखते थे
म्यांमार में सुबह तेज गति का भूकंप आया है। जिसकी तीव्रता 4.5 मापी गई है। अभी तक किसी भी तरह की नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।
भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने पर 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं भी चल सकती हैं ।
असम राइफल्स के जवानों ने बुधवार को मिजोरम के सियाहा जिले से म्यांमार ले जाए जा रहे बड़ी मात्रा में हथियार और युद्ध जैसे सामान जब्त किए साथ ही म्यांमार के पांच नागरिकों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया।
Mizoram news: रिफ्यूजी कार्ड राज्य सरकार द्वारा जारी किया जा रहा है। इसे केवल मिज़ोरम में पहचान के उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए यह वैध दस्तावेज़ नहीं होगा।
इस बीच सैन्य शासित म्यांमा के सबसे बड़े शहर में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के शांतिपूर्ण मार्च के दौरान सेना का एक वाहन लोगों के ऊपर चढ़ा दिया गया, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत होने की आशंका है।
लोग सैन्य जुंटा के खिलाफ खुद को तैयार कर रहे हैं और प्रदर्शनकारियों ने घर पर बने हथियारों एवं कुछ नस्ली सशस्त्र समूहों से प्राप्त प्रशिक्षण का इस्तेमाल कर रक्षात्मक रुख अपनाने के बजाय आक्रामक रुख अपनाना शुरू कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जम्मू में हिरासत में लिए गए रोहिंग्याओं को निर्धारित नियमों के अनुसार वापस भेजा जा सकता है। पीठ ने उस याचिका पर यह आदेश पारित किया जिसमें जम्मू में हिरासत में लिए गए रोहिंग्या शरणार्थियों को तुरंत रिहा करने और उन्हें म्यांमार प्रत्यर्पित करने से रोकने के लिए केंद्र को निर्देश देने के लिए अनुरोध किया गया था।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन ने म्यांमार में सैन्य नेताओं पर तख्तापलट के मद्देनजर कई प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
म्यामां की सेना ने घोषणा की है कि वह सोमवार को घोषित एक साल के आपातकाल के बाद देश में नए सिरे से चुनाव कराएगी। म्यामां की सेना ने सोमवार को तख्तापलट के बाद देश की शीर्ष नेता आंग सान सू ची को हिरासत में ले लिया था।
म्यांमार में तख्तापलट की घटनाओं पर भारत ने चिंता जताई है। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि भारत हमेशा से म्यांमार में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के समर्थन में रहा है।
म्यांमार की सेना ने अपने प्रमुख के उन विवादित बयानों को शनिवार को खारिज कर दिया, जिन्हें तख्तापलट की चेतावनी माना जा रहा था।
मंत्रालय ने कहा कि दूसरे देशों को टीके की आपूर्ति करते समय यह सुनिश्चित किया जाएगा कि देश के टीका निर्माताओं के पास घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त भंडार हों।
एक अधिकारी ने बयान जारी कर केन्द्रीय चुनाव आयोग से फिर से मतदान करवाने और सेना के साथ मिलकर काम करने की मांग की ताकि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हो सके।
कोरोना वायरस को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और म्यांमार की सीमाओं से भारत में सभी चेक पोस्टों के माध्यम से एंट्री को कुछ स्थानों को छोड़कर 15 मार्च से अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में शुक्रवार को एक प्रस्ताव पारित कर म्यामां के रोहिंग्या मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों की मनमानी गिरफ्तारी, प्रताड़ना, बलात्कार और हिरासत में होने वाले मौत समेत अन्य मानवाधिकार उल्लंघनों की कड़ी निंदा की।
अमेरिका ने म्यांमार सैन्य बलों के कमांडर-इन-चीफ तथा तीन अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारियों पर अल्पसंख्यक समुदाय रोहिंग्या के सदस्यों की गैर-न्यायिक हत्या करने के कारण प्रतिबंध लगा दिया है।
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