आज माघ माह की मौनी अमावस्या है, आज देश भर में प्रत्येक तीर्थ घाटों पर आस्था की महा डुबकी लगाई जा रही है। इस दिन स्नान-दान करने से अक्ष्य पुण्य की प्राप्ती होती है। आज स्नान करने का मुहूर्त कितनी देर तक रहेगी और कब तक स्नान किया जा सकता है, आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
Mauni Amavasya 2024 Remedies: अगर आपका जीवन परेशानियों से घिरा हुआ है तो आज मौनी अमावस्या के दिन इन उपायों को जरूर आजमाएं। इसके साथ पितरों को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त के लिए अमावस्या के दिन ये भी अवश्य करें।
Mauni Amavasya 2024 Shubh Yog: हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या का खास महत्व बताया गया है। इस दिन स्नान-दान करने से सभी पापों से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही पितृ भी प्रसन्न होते हैं।
हिंदू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व होता है। माघ माह में पड़ने वाली मौनी अमावस्या में स्नान-दान और व्रत करने से पुण्य प्राप्त होता है। मौनी अमावस्या में मौन व्रत क्यों रखा जाता है, क्या है इसका धार्मिक महत्व और नियम आइए जानते हैं इसके बारे में सब कुछ विस्तारपूर्वक।
Mauni Amavasya 2024 Niyam: अगर आप अपने पितरों का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो मौनी अमावस्या का दिन सबसे उत्तम रहेगा। इस दिन इन कामों को करने से पूर्वद प्रसन्न होते हैं। तो आइए जानते हैं कि इस साल कब है मौनी अमावस्या।
Mauni Amavasya 2024: मौनी अमावस्या के दिन स्नान-दान आदि करने से पुण्यकारी फल मिलते हैं। तो आइए जानते हैं कि इस साल मौनी अमावस्या कब है।
Mauni Amavasya 2023: मौनी अमावस्या के मौके पर लोग गंगा या किसी भी पवित्र नदी में डूबकी लगाने जरूर जाते हैं। अमावस्या के दिन स्नान-दान करने से कई गुना शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन व्रत रखने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और पुण्य फलों की प्राप्ति होती है, पितर प्रसन्न होते हैं और पितरों के आशीर्वाद से सारे काम पूरे होते हैं।
Shani Amavasya 2023: जो भी व्यक्ति शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से परेशान चल रहा है वो शनि अमावस्या के दिन ये उपाय जरूर करें। इन उपायों की मदद से साढ़ेसाती और ढैय्या के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है।
Mauni Amavasya 2023: हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन गंगा स्नान और दान करने भगवान विष्णु की कृपा दृष्टि प्राप्त होती है और मन की हर कामना पूर्ण हो जाती है। इस साल मौनी अमावस्या पर शनि अमावस्या भी पड़ रहा है। यहां जानिए इसका क्या है महत्व।
Mauni Amavasya 2023: मौनी अमावस्या के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है और स्नान दान का बहुत महत्व है। कहा जाता है कि इस दिन दान करने पर व्यक्ति की कुंडली में मौजूद सभी ग्रह दोष समाप्त हो जाते हैं।
शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन गंगा या अन्य पवित्र नदियों में स्नान कर ब्राह्मण या गरीब को दान करने से पुण्य फल मिलते हैं।
मौनी अमावस्या पर बृहस्पतिवार को यहां करीब 30 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई और जिला प्रशासन ने हेलीकाप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की। मेला अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि शाम छह बजे तक 30 लाख लोगों ने गंगा और संगम में स्नान किया।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मौनी अमावस्या के अवसर पर आज प्रयागराज पहुंचीं जहां उन्होंने मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम में डुबकी लगाई। प्रियंका यहां माघ मेले में भी हिस्सा ले रही हैं। सूत्रों ने बताया कि उनकी प्रयागराज यात्रा के दौरान किसी राजनीतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मौनी अमावस्या के अवसर पर आज प्रयागराज पहुंचीं जहां उन्होंने मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम में डुबकी लगाई। प्रियंका यहां माघ मेले में भी हिस्सा ले रही हैं।
गंगा नदी में एक पवित्र डुबकी लेना, मौनी अमावस्या के दिन दान और पुण्य करना बहुत शुभ माना जाता है।
आज मौनी अमावस्या है। माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। साथ ही आज का दिन इसलिए ज्यादा खास है, क्यूंकि आज गुरुवार के दिन अमावस्या तिथि पड़ रही है। गुरुवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को शुभवारी अमावस्या के नाम से जाना जाता है।
कुम्भ में मौनी अमावस्या पर शाही स्नान
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