Uttar Pradesh में जल्द ही Assembly Elections 2022 होने वाले हैं. सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव में जीत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी हैं. इसी चुनावी माहौल के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास शो 'ये पब्लिक है सब जानती है जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' गोवर्धन पहुंचा. जहां लोगों ने बताया कि इस बार चुनाव में जनता किन मुद्दों को लेकर वोट करने जाएगी. गोवर्धन मथुरा की पांच विधानसभा सीटों में से ही एक है.
उत्तर प्रदेश में जल्द ही 2022 के विधान सभा चुनाव होने वाले हैं। सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव में जीत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी हैं. इसी चुनावी माहौल के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास शो 'ये पब्लिक है सब जानती है जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' मथुरा पहुंचा, जहां लोगों ने बताया कि इस बार चुनाव में जनता किन मुद्दों को लेकर वोट करने जाएगी। मथुरा में कुल 5 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं।
नववर्ष के अवसर पर गोवर्धन में राजीव तिराहे पर उप निरीक्षक रामकिशन, सिपाही अमित कुमार, अनुज कुमार वाहन चालक अतेंद्र कुमार गश्त पर थे, कि इसी दौरान एक तेज रफ्तार कार ने पुलिसकर्मियों को रौंद दिया।
थानाध्यक्ष राजकमल ने बताया कि कि उसका मित्र ब्रज सुंदर दास तो बीते 11 दिसंबर को यूक्रेन वापस लौट गया, जबकि एलेक्जेण्डर यहीं रह गया।
हेमा मालिनी ने कहा, ‘‘प्यार और स्नेह के प्रतीक भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा की सांसद होने के नाते, मैं कहूंगी कि एक भव्य मंदिर होना चाहिए। एक मंदिर पहले से ही है और मोदी जी द्वारा विकसित काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तरह इसे नया रूप दिया जा सकता है।’’
मथुरा में जन विश्वास रैली से पहले योगी आदित्यनाथ ने संबोधन दिया। अपने बयान में उन्होंने कहा कि आज 19 दिसंबर है और वह आज के दिन 19वीं बार ब्रज भूमि पर आए हैं।
आज के दिन अयोध्या में विवादित गिरा दिया गया था। लेकिन अब आज के दिन ही मथुरा में हिंदूवादी संगठनों के श्रीकृष्णजन्मभूमि को लेकर किए गए ऐलान पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। ऐसे में सवाल यही है कि क्या इसके माध्यम से ध्रुवीकरण को हवा दी जा रही है? देखिए मथुरा से ग्राउंड रिपोर्ट।
अयोध्या में विवादित ढांचे की बरसी को लेकर उत्तर प्रदेश के हर शहर में आज कड़ा पहरा है लेकिन सबसे ज्यादा अलर्ट पर आज मथुरा और अयोध्या में है। सीएम कार्यालय की ओर से शांति और सुरक्षा को लेकर कोई भी समझौता नहीं करने को लेकर साफ निर्देश दे दिए गए हैं।
यूपी में बहुत धीरे धीरे एक मुद्दा बहुत बड़ा होता रहा है । ये मुद्दा है मथुरा का विवाद... वो 300 साल पुराना विवाद जो कृष्ण जन्मभूमि से जुड़ा हुआ है... पूरे यूपी में धीरे धीरे हिंदूवादी संगठन मथुरा के मुद्दे को Push कर रहे हैं ! बीजेपी के लीडर्स मथुरा के विवाद पर बयान दे रहे हैं.
तोगड़िया ने उम्मीद जताई कि 'धारा 370 हट गया तो यह भी हो जाएगा। कानून बनाकर सरकार को दोनों जगह मंदिर बनाना चाहिए।'
कंगना रनौत शनिवार को वृंदावन पहुंची, जहां उन्होंने श्री बांकेबिहारी के दर्शन किए।
घटना शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे हुई। हादसे में भूडेरा थाना के मुख्य आरक्षी भवानी प्रसाद, महिला आरक्षी हीरा देवी, चालक जगदीश व पुलिस मित्र रवि कुमार की मौके पर ही मौत हो गई
केशव प्रसाद मौर्य ने अपने ट्वीट संदेश में कहा था कि "अयोध्या काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है मथुरा की तैयारी है।" उनके इस ट्वीट को इस तरह से देखा जा रहा है कि अयोध्या की तरह मथुरा में भी भारतीय जनता पार्टी कृष्ण जन्मभूमि के मुद्दे को भविष्य में हवा दे सकती है।
यूपी चुनाव से पहले बीजेपी के नेता और उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मुथरा का मुद्दा उठाया है। जिसके बाद देश में इसे लेकर जबरदस्त सियासत शुरू हो गई है। अब देश के नागरिकों के मन में सवाल पैदा हो रहे हैं कि क्या यह मुद्दा देश के विकास को प्रभावित कर सकता है? क्या हिंदू-मुस्लिम की सियासत फिर चुनावों में हावी रहेगी? इन तमाम मुद्दों पर देखिए कुरुक्षेत्र सौरव शर्मा के साथ।
मौर्य के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा सांसद बर्क ने कहा, बाबरी मस्जिद को तोड़कर जो मंदिर बनाया गया है वह भी कानून और इंसाफ के खिलाफ हुआ है।
मारिया देसम परादोस, डुमोलिन फ्रेडरिक आर्मंड और उगने दौकाइट पंद्रह दिन की यात्रा पर वृंदानवन आए थे और वापसी से पहले उन्होंने कोविड-19 जांच करवाई। तीनों किस देश के हैं, उसका तत्काल पता नहीं चल पाया है।
जब दोनों लड़कों के फोन बरामद किए गए तो एक मोबाइल फोन क्षतिग्रस्त हो गया, वहीं दूसरे में पबजी चल रहा था। हादसे के वक्त लड़के घूम रहे थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मथुरा पहुंचे। वहां उन्होनें साधु संतों के साथ मलाकात की और भोजन ग्रहण किया। योगी का मथुरा में ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा आयोजित होने जा रहे ब्रज रज उत्सव का शुभारंभ करने का कार्यक्रम है।
थाना प्रभारी अनुज कुमार ने बताया कि मौका मुआयना करने से स्पष्ट होता है कि महिला की हत्या कहीं और की गई है और उसके बाद शव यहां लाकर फेंका गया।
जम्मू और कश्मीर छात्र संघ ने देश भर के उन कॉलेजों की सूची तैयार की है जहां कश्मीरी छात्रों को अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है। छात्र संघ ने संबंधित राज्य सरकारों से उन्हें ब्लैकलिस्ट करने का आग्रह किया है।
संपादक की पसंद