चीन भले ही खुद को दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश बनाने की तरफ आगे बढ़ रहा हो, भले ही चीन अपनी आर्थिक ताकत का डंका पीटने में लगा हो लेकिन सच ये है कि उसकी ये ताकत दुनिया के आतंकियों की मोहताज बन गई है।
मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करने की भारत की कोशिशों को झटका लगा है। चीन ने मसूद के खिलाफ प्रस्ताव का विरोध किया जिसके बाद यूएन में मसूद के खिलाफ प्रस्ताव गिर गया है।
अगर राहुल गांधी उस दहशतगर्द का सम्मान करेंगे जिसके लोगों ने हमारे 40 जवानों को शहीद कर दिया तो देश के लोग शायद इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वीटो की शक्ति रखनेवाला सदस्य है और सबकी निगाहें चीन पर हैं जो पूर्व में अजहर को संयुक्त राष्ट्र से वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने के भारत के प्रयासों में अड़ंगा डाल चुका है।
अमेरिका ने कहा है कि जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए पर्याप्त आधार है और ऐसा नहीं किया जाना क्षेत्रीय स्थिरता और शांति के लिए खतरा होगा।
जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद पर फैसले में सबसे बड़ा अड़ंगा चीन लगाता रहा है। इससे पहले कम से कम तीन बार चीन मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किए जाने और उस पर बैन लगाने की कोशिशों पर ब्रेक लगा चुका है।
राहुल गांधी ने सोमवार को पुलवामा हमले को लेकर मोदी और बीजेपी को घेरने की कोशिश की लेकिन खुद ही घिर गए।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को रिहा करने में कांग्रेस ने भी वाजपेयी सरकार का साथ दिया था।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बताएं कि वो भाजपा की सरकार थी जिसने एक भारतीय जेल से जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को रिहा किया था।
पाकिस्तान आतंक के खिलाफ कैसा झूठा एक्शन ले रहा है इसका एक और सबूत बहावलपुर में आतंक के ठिकाने से चंद कदमों पर कैमरे में कैद हुआ।
इस्लामाबाद में गृह मंत्रालय ने घोषणा की कि पाकिस्तान में प्रतिबंधित समूहों के अब तक 121 सदस्यों को ‘एहतियातन नजरबंद’ किया गया है।
पाकिस्तानी चैनल हम टीवी से बात करते हुए मुशर्रफ ने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के बीच गहरा संबंध था।
पुलवामा हमले को अपनी करतूत बताने का दावा करने वाले आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बारे में पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता ने कहा है कि जैश पाकिस्तान में नहीं है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री मखदूम शाह महमूद कुरैशी ने स्वीकार किया है कि आतंकी संगठन JeM का संस्थापक और प्रमुख मसूद अजहर पाकिस्तान में है, लेकिन वह यह उल्लेख करना भूल गए कि जैश-ए-मोहम्मद का पूरा परिवार (JeM) आतंकी गतिविधियों में शामिल है।
अमेरिका की केंद्रिय जांच एजेंसी (CIA) के दस्तावेजों में यह खुलासा हुआ है कि जैश-ए-मोहम्मद के पूर्ववर्ती संगठनों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के जरिए फंडिंग प्राप्त हुई थी।
पाकिस्तान ने भारत के पुलवामा में आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के भाई सहित विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों के 44 सदस्यों को मंगलवार को हिरासत में लिया गया।
इस मीटिंग की अगुवाई खुद पीएम मोदी ने की। इस मीटिंग में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोवल ने मसूद अजहर और पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों को लेकर पीएम मोदी को आगे का प्लान बताया।
पाकिस्तान की तरफ से ये झूठे फैलाया गया जैश ए मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर की मौत हो गई है, लेकिन हकीकत ये है कि मसूद अजहर जिन्दा है। हमारी इंटैलीजेंस एजेंसीज के पास भी पूरी जानकारी है कि आतंकी मसूद अजहर कहां हैं और किसकी सिक्युरिटी में हैं।
कुरैशी ने एक निजी चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘पाकिस्तान के लिए अपने खुद के हित में फैसला लेने का समय आ गया है।
NTRO सर्विलांस ने दावा किया है कि बालाकोट के जैश-ए-मोहम्मद के कैम्प में जब भारतीय वायुसेना ने हमला किया उस वक्त करीब 300 मोबाइल फोन वहां एक्टिव थे।
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