यह खबर सोशल मीडिया पर चल रही उन अटकलों के बीच आई है कि इस आतंकी संगठन के संस्थापक की मौत हो गई।
मसूद अज़हर को आतंकी घोषित करने पर झुका पकिस्तान
जैश-ए-मुहम्मद (जेईएम) समेत सभी प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ पाकिस्तान ‘निर्णायक कार्रवाई’ कर सकता है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के आतंकवादियों की सूची में जैश प्रमुख मसूद अजहर को शामिल करने के प्रस्ताव पर अपने विरोध को वापस भी ले सकता है।
आतंकवादी मसूद अजहर कहां है और किस हाल में है, संबंध में रविवार को अटकलें तब और तेज हो गईं, जब एक वायरल रिपोर्ट में कहा गया कि मसूद भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में आतंकी शिविर पर हमले में मारा गया है।
जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन के प्रमुख मसूद अजहर की पाकिस्तान में मौत के बारे में सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के बारे में खुफिया एजेंसियां पता लगाने की कोशिश कर रही हैं।
पाकिस्तान ने आतंकी मसूद अज़हर की किडनी फेल होने का किया दावा | मसूद अज़हर को रावलपिंडी के आर्मी अस्पताल में रखा गया है |
कुरैशी ने कहा कि हमने जैश से पूछा और उन्होंने अटैक की जिम्मेदारी से इनकार किया है। बता दें कि एक दिन पहले ही पाक विदेश मंत्री ने कहा था कि मसूद अजहर बहुत बीमार है और अस्पताल में हैं।
कुरैशी ने बताया कि पुलवामा और भारतीय संसद पर हमले का गुनहगार मसूद अजहर इतना बीमार है कि वो अपने घर से बाहर निकल भी नहीं सकता है।
पुलवामा हमले के बाद एक बार फिर मसूद अजहर को सुरक्षा परिषद में प्रतिबंधित किए जाने का मुद्दा उठा है और भारत को इस दिशा में बड़ी कूटनीतिक कामयाबी मिली है, जब सुरक्षा परिषद के तीन स्थाई सदस्यों ने मूसद अजहर को बैन करने के लिए नया प्रस्ताव लाया।
संयुक्त राष्ट्र में मसूद अज़हर को बैन करने का प्रस्ताव पेश हुआ
पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले पाकिस्तान द्वारा समर्थित और पोषित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ भारत को कूटनीतिक मोर्चे पर बड़ी सफलता मिलती नजर आ रही है।
विकिलीक्स की ओर से लीक की गई अमेरिकी रक्षा विभाग की एक गोपनीय फाइल से खुलासा हुआ था कि करीब 15 साल पहले की इस फाइल में पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के बड़े आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर का जिक्र था।
यह क्षेत्र कई आतंकी प्रशिक्षण शिविर होने के लिए कुख्यात है। जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन इसी क्षेत्र से काम करता है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के सचिव विजय गोखले ने मंगलवार को इस बात कि पुष्टि की के भारत ने बालाकोट में तड़के सुबह जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े ट्रेनिंग कैंप में से एक को तबाह कर दिया है।
एयर स्ट्राइक में जैश का अल्फा-3 कंट्रोल रूम पूरी तरह तबाह हो गया है और 200 से 300 आतंकियों के मारे जाने की खबर है। बड़ी बात ये है कि वायुसेना ने सिर्फ 40 मिनट में इस ऑपरेशन को कामयाब के साथ पूरा किया और सभी फाइटर जेट वापस लौट आए।
मिराज 2000 में उन्नत एवियोनिक्स, आरडीवाई रडार और नए सेंसर और कंट्रोल सिस्टम का उपयोग करके नए कई निशानों को एक साथ साधना, हवा से जमीन और हवा से हवा में भी मार करने में माहिर है।
भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के लड़ाकू विमानों ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया और बड़ी संख्या में आतंकवादियों व उनके प्रशिक्षकों को मार गिराया।
जैश-लश्कर और हिज्बुल के 20 आतंकियों ने एक साथ बैठकर कश्मीर में हमले की रणनीति तैयार की। पाकिस्तानी आर्मी का मेजर मीर कासिम भी आतंकियों की इस बैठक में शामिल था।
इमरान के इस धोखे की पोल उस वक्त खुल गई जब पाकिस्तान फौज ने 50 मिनट तक रट्टू तोते की तरह जो प्रेस कॉन्फ्रेंस की, उसमें जैश या मसूद का नाम तक नहीं था।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनका देश भारत और पाकिस्तान दोनों से बात कर रहा है जिससे कि इसे बंद किया जा सके।
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