साल 1999 में कंधार हाईजैक के बाद तीन आतंकवादियों को छोड़ दिया गया था। ये आतंकी आज तक भारत के खिलाफ लगातार नापाक हरकतों को अंजाम दे रहे हैं।
चालबाज और मौकापरस्त चीन का चाल-चरित्र एक बार फिर से दुनिया के सामने आ गया है। जब-जब आतंक के खिलाफ लड़ने की बात आती है, तब-तब चीन आतंकियों के साथ ही खड़ा दिखाई देता है। इस बार फिर जब आतंकियों के खिलाफ भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ( UNSC) में प्रस्ताव लेकर आया तो भी चीन आतंकियों के पक्ष में उतर आया।
China News: भारत और अमेरिका चाहते थे कि आतंकवादी अब्दुल रऊफ अजहर पर वैश्विक प्रतिबंध लगे और उसकी संपत्ति को फ्रीज कर दिया जाए। इस पर चीन ने नापाक हरकत करते हुए इस प्रस्ताव का विरोध कर दिया।
अल-जवाहिरी 9/11 हमले की साजिश रचने वालों में से एक था। इस घातक हमले के बाद अमेरिका में कई सरकारें आईं और कई गईं, राष्ट्रपति भी बदलते रहे, लेकिन इस देश ने आतंकियों के खात्मे का अपना अभियान जारी रखा।
रावलपिंडी में के मिलिट्री हॉस्पिटल से निकलते धुएं की खबर दुनियाभर में आग की तरह फैल गई। दावा किया जा रहा है कि जिस हॉस्पिटल में हिंदुस्तान का सबसे बड़ा दुश्मन और ग्लोबल टेररिस्ट मसूद अजहर भर्ती था...उसी अस्पताल में बड़ा बम धमाका हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र से मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने में ‘सफलता’ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की हाल में हुई चीन यात्रा के दौरान मिली।
पाकिस्तान के अधिकारियों ने बताया कि इस नए घटनाक्रम का आईएमएफ के साथ बातचीत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
बिहार के मुजफ्फरपुर की एक अदालत में खूंखार आतंकवादी और जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के लिए सम्मानजनक "जी" शब्द का इस्तेमाल करने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ एक परिवाद पत्र दायर किया गया है।
2019 के चुनावी दंगल में 20 साल पुरानी कंधार विमान अपहरण कांड भी सुर्खियों में हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मौलाना मसूद अजहर की तस्वीर दिखाकर बीजेपी और राषट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पर भी निशाना साध रहे हैं।
पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद ने माना कि बालाकोट के जबा इलाके में भारतीय वायुसेना के हमले में मसूद अजहर के मदरसे को नुकसान पहुंचाया।
पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले पाकिस्तान द्वारा समर्थित और पोषित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ भारत को कूटनीतिक मोर्चे पर बड़ी सफलता मिलती नजर आ रही है।
जिस मसूद अज़हर के ठिकाने के बारे में अभी तक पता नहीं था इसकी खबर अब सुरक्षाबलों को लग गई है। खुलासा हुआ है कि आतंकी मौलाना मसूद अजहर रावलपिंडी के आर्मी अस्पताल में भर्ती है।
भारत पर कई आतंकी हमलों का मास्टर माइंड मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के मामले में चीन के रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
मसूद अज़हर के भरोसेमंद कमांडर मुफ्ती यासीर आतंकवादी मुठभेड़ में ढ़ेर
संपादक की पसंद