रत्नागिरी पुलिस ने होली उत्सव के दौरान एक समुदाय द्वारा दूसरे समुदाय के पूजा स्थल में जबरन प्रवेश करने की खबरों का खंडन किया है।
उत्तर प्रदेश के संभल में होली के मौके पर मस्जिदों को तिरपाल से ढकने का निर्णय लिया गया है। जिन मस्जिदों को तिरपाल से ढका जाएगा उनमें संभल की शाही जामा मस्जिद भी शामिल है।
यूपी के शाहजहांपुर में सभी मस्जिद और मजारों को काली पन्नी और तिरपाल से ढंक दिया गया है। इसके पीछे की क्या वजह है, जानिए..
सीओ ने कहा कि साल में 52 जुम्मे होते हैं, जबकि होली का त्योहार सिर्फ एक बार आता है। उन्होंने अपील करते हुए लोगों से कहा कि जिन लोगों को रंग से परेशानी है, उनके ऊपर कोई भी रंग न डाले।
मौलवी अशफाक को 25 फरवरी को ही सुप्रीम कोर्ट और शासन के आदेशों से अवगत करा दिया गया था, जिनके मुताबिक सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना लाउडस्पीकर या पब्लिक एड्रेस सिस्टम का इ्स्तेमाल नहीं किया जा सकता।
संभल की शाही जामा मस्जिद की सफाई, पेंटिंग और सजावट की मांग पर अपडेट सामने आया है। दायर याचिका पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सुवाई की तारीख तय कर दी है।
संभल शाही जामा मस्जिद की सफाई, पेंटिंग और सजावट के लिए अनुमति मांगी गई है। जामा मस्जिद कमेटी का कहना है कि इस कार्य के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला दिया गया है।
मेरठ दिल्ली रास्ते में पड़ने वाली 150 साल पुरानी चुंगी मस्जिद पर रातोंरात बुलडोजर कार्रवाई की गई और मस्जिद को ध्वस्त कर समतल कर दिया गया। । मस्जिद हटने के बाद कैसा नजारा था, देखें वीडियो...
नमाज से पहले अजान के जरिए लोगों को बुलाया जाता है। इसी वजह से मस्जिद में लाउड स्पीकर लगाए जाते हैं, ताकि सभी को आसानी से नमाज के लिए बुलाया जा सके। लाउडस्पीकर पर बैन लगने के बाद मौलाना ने छत से अजान कर सभी को बुलाया।
हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील विवेक रेन्डर ने कहा, ‘‘वकीलों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण आज सुनवाई नहीं हो सकी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘न्यायाधीश अमित कुमार ने अब अगली सुनवाई 10 मार्च के लिए निर्धारित की है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संभल में ही भगवान विष्णु का अगला अवतार होने वाला है। वहां पर दरियादिली दिखाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज को जो लेना था वह ले चुका है।
जमीन की नाप करने के लिए राजस्व विभाग की टीम संभल के मदारा गांव पहुंची थी। यहां कर्मचारियों से मारपीट और गाली गलौज की गई। घटना का वीडियो भी सामने आया है।
प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 में बनाया गया था। इसका उद्देश्य देश में पूजा स्थल से जुड़े विवादों को रोकना था। हालांकि, अब यह एक्ट ही विवादों में आ चुका है।
मंदिर मस्जिद विवाद पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने भाजपा को धमकी दी है कि मस्जिदों में मंदिर तलाशना बंद कर दें नहीं तो मंदिरों में बौद्ध मठ तलाशने शुरू हो जायेंगे।
बंग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों और उनके मंदिरों को तोड़े जाने की घटनाओं को लेकर उत्तराखंड के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिंदुओं के लिए दुआ मांगी और पिरान कलियर में चादर चढ़ाई।
टी राजा ने कहा कि हिंदू भूमि जिहाद मुक्त उत्तराखंड चाहते है। उत्तराखंड स्वर्ग है, लेकिन उसे नर्क बनाने का षडयंत्र भूमि जिहादी कर रहे हैं। हमारे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को सावधान होकर उन सभी को सबक सिखाने की आवश्यकता है।
सुप्रीम कोर्ट इबादतगाह सुरक्षा कानून की संवैधानिक स्थिति पर 4 दिसंबर को सुनवाई करेगा। जमीअत उलमा-ए-हिंद की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राजू रामचंद्रन और वृन्दा ग्रोवर इस कानून के समर्थन में अपनी दलीलें प्रस्तुत करेंगे।
बदायूं के जामा मस्जिद बनाम नीलकंठ महादेव मंदिर मामले में शनिवार को सुनवाई हुई। कोर्ट में मुस्लिम पक्ष की ओर से बहस की गई और केस को खारिज करने की अपील की गई।
याचिकाकर्ता ऑल हिमाचल मुस्लिम वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन के वकील विश्व भूषण ने कहा कि अदालत ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया है। इस मामले को हाई कोर्ट में चुनौती देने के सवाल पर विश्व भूषण ने कहा कि इसका फैसला ऑर्डर पढ़ने के बाद करेंगे।
संभल में मस्जिद के सर्वे को लेकर बीते दिनों हिंसा देखने को मिली थी। इस दौरान कई लोगों की जान भी चली गई थी। इस बीच अब राजस्थान के अजमेर शरीफ दरगाह के मामले को कोर्ट ने सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है। इस मामले पर अब मुस्लिम पक्ष ने बयान देते हुए कहा है कि यह देशहित में सही नहीं है।
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