सियाज 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन के साथ आती है और यह सुजुकी के स्मार्ट हाइब्रिड टेक्नोलॉजी से लैस है, जो ईंधन-क्षमता को बढ़ाती है।
31 अगस्त को कंपनी ने घोषणा की थी कि सेमीकंडक्टर्स की कमी की वजह से सितंबर में उसे अपने हरियाणा और गुजरात स्थित संयंत्रों में सामान्य उत्पादन की तुलना में केवल 40 प्रतिशत उत्पादन होने की आंशका है।
कीमती धातुओं जैसे रोडियम की कीमत मई 2020 में 18000 रुपये प्रति ग्राम से बढ़कर जुलाई में 64,300 रुपये प्रति ग्राम हो गई है।
मारुति सुजुकी ने मोटर जनरेटर यूनिट की मुफ्त में जांच और रिप्लेसमेंट के लिए प्रभावित वाहनों को स्वैच्छा से रिकॉल करने का निर्णय लिया है।
यूटीलिटी व्हीकल्स सेगमेंट में भी बिक्री बढ़ी है। अगस्त 2021 में कंपनी ने 24,337 इकाई की बिक्री की, जो अगस्त, 2020 में 21,030 इकाई थी। इस सेगमेंट में अर्टिगा, एस-क्रॉस, विटारा ब्रेजा, एक्सएल6 और जिप्सी शामिल हैं।
इससे पहले जनवरी में मारुति ने कुछ कार मॉडलों के लिए कीमतों में इजाफा किया था।
वर्तमान में सरकार का ध्यान दो-पहिया क्षेत्र के इलेक्ट्रिफिकेशन पर है, जहां हीरो इलेक्ट्रिक और ओला सहित कई अन्य कंपनियां इस पर काम कर रही हैं।
जांच के बाद जारी अपने आदेश में सीसीआई ने मारुति को इस तरह के कृत्यों से दूर रहने का निर्देश दिया और 60 दिनों के भीतर जुर्माना भरने का आदेश दिया।
सीएएफई लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में ऑटो निर्माता कंपनियों को एक प्रभावी पावरट्रेन विकल्प की तलाश करनी होगी, जिसके लिए अतिरिक्त निवेश की आवश्यकता होगी।
कोरोना संकट से जूझ रहे देश में एक बार फिर त्योहारों का मौसम शुरू हो रहा है। ऐसे में सभी कंपनियां कमर कस कर तैयार है।
सुजुकी मोटर गुजरात की उत्पादन क्षमता 7.5 लाख इकाई सालाना है। एसएमजी जो भी उत्पादन करती है, उसे मारुति सुजुकी इंडिया को आपूर्ति करती है।
यदि हम तीसरी लहर को रोक सकते हैं या उसके प्रभाव को उल्लेखनीय रूप से कम कर सकते हैं, तो आर्थिक गतिविधियां सुधरेंगी और कारों की बिक्री में पिछले साल की तुलना में उल्लेखनीय सुधार होगा।
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) की बिक्री जुलाई में 50 प्रतिशत बढ़कर 1,62,462 इकाई पर पहुंच गई। इससे पिछले साल के समान महीने में कंपनी ने 1,08,064 वाहन बेचे थे।
जून को समाप्त पहली तिमाही में मारुति ने 475 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 268 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
मारुति सुजुकी इंडिया नेक्सा नेटवर्क के माध्यम से इग्निस, बलेनो, सियाज, एस-क्रॉस और एक्सएल6 मॉडल्स की बिक्री करती है।
यदि आप नई कार खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो अगला एक हफ्ता आपको सुनहरा मौका दे सकता है।
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी ने बिक्री के मामले में एक और मील का पत्थर पार कर लिया है।
अग्रणी कार निर्माता मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने मंगलवार को गुजरात के सीतापुर में स्थित अपने मारुति सुजुकी पोदार लर्न स्कूल में पहले शैक्षणिक सत्र को शुरू करने की घोषणा की है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र की महाबैंक चैनल फाइनेंशिंग स्कीम पूरे देश में एमएसआईएल के डीलर पार्टनर्स के लिए कम्प्रहेन्सिव फाइनेंशिंग अवसर उपलब्ध कराएगी।
कंपनी ने 300 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में फैले इसी संयंत्र से 1983 में भारत में अपने सफर की शुरुआत की थी और अपना पहला मॉडल मारुति 800 पेश किया था।
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