टेक महिंद्रा, इंफोसिस, विप्रो, बजाज फाइनेंस, एचसीएल टेक और कोटक बैंक के शेयर भी घाटे में रहे।
सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से 21 के शेयर लाभ में रहे जबकि नौ में घाटा उठाना पड़ा। बजट के अच्छे संकेत तथा वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख से तेजी बनी रही। ज्यादातर क्षेत्र लाभ में रहे।
अक्टूबर के अंत तक भारतीय बाजारों में पी-नोट निवेश का मूल्य (इक्विटी, डेट और हाइब्रिड सिक्योरिटी) 1,02,553 करोड़ रुपये था। यह मार्च 2018 के बाद का उच्चतम स्तर है।
दिल्ली के सदर बाजार में लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ रही है, आलम यह है कि रविवार को बाजार में दिनभर पैर रखने की जगह कहीं नहीं थी। बड़ी संख्या में खरीदारी करने आए लोग न तो सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर इतने जागरूक नजर आए और न ही मास्क लगाने को लेकर सतर्क दिखे।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स 62,245.43 अंक और निफ्टी 18,604.45 अंक के अपने रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया। आईटी सेक्टर में आज सबसे ज्यादा खरीद दर्ज हुई
एक्सचेंज के मुताबिक ऐसी सूचना है कि कुछ अनाधिकृत ट्रेडिंग प्लेटफार्म और वेबसाइट ऊंचे रिटर्न का लालच देकर गैर पंजीकृत प्रोडक्ट में निवेश का ऑफर दे रही हैं।
चालू वित्त वर्ष में अब तक 20 से अधिक कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से 45,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई और आईपीओ बाजार में हाल में भी काफी हलचल बनी हुई है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा में रुपया डॉलर के मुकाबले 73.46 पर खुला, फिर अपने पिछले बंद के मुकाबले 31 पैसे बढ़कर 73.38 पर पहुंच गया। शुक्रवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.69 पर बंद हुआ था।
जानकारों के मुताबिक विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने तथा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से डॉलर के मुकाबले रुपये पर दबाव बना। आज डॉलर सूचकांक 0.5 प्रतिशत बढ़कर 92.87 हो गया।
बाजार मूल्य के हिसाब से देश की टॉप दस कंपनियों की सूची में केवल भारतीय स्टेट बैंक और बजाज फाइनेंस नुकसान में रहीं। वहीं बाजार मूल्य में बढ़त के हिसाब से सबसे आगे टीसीएस रही
शेयर बाजारों में दो दिन की तेजी से बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3,48,431.23 करोड़ रुपये बढ़कर 2,40,23,280.14 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह इसका सर्वकालिक उच्चस्तर है।
मौद्रिक नीति में अपेक्षित यथास्थिति के साथ-साथ मजबूत इक्विटी बाजारों से आगामी सप्ताह के दौरान रुपये के मजबूत होने की उम्मीद जताई जा रही है।
शेयर बाजार में पिछले दो दिनों की तेजी में निवेशकों की संपत्ति 4,09,200.15 करोड़ रुपये बढ़ी। इससे बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 235.11 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया।
सोमवार को सामने आई एक नई रिपोर्ट मुताबिक, मिलिनिएल्स और जेन जेड के नेतृत्व में ऑनलाइन गतिविधियों में तेजी हुई है। इसे देखते हुए भारत का डिजिटल विज्ञापन बाजार अगले दशक में 10 गुना बढ़ने की उम्मीद है।
बाजार मूल्य के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज रही। जिसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर का स्थान रहा।
मंगलवार के कारोबार में एफएमसजी और फार्मा सेक्टर आधा प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त के साथ बंद हुए। इनके अलावा बाकी सभी सेक्टर इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली है।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से पांच कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 1,01,389.44 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। सबसे अधिक लाभ में आईटी क्षेत्र की कंपनियां टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस रहीं।
निवेशकों की खरीदारी जारी रहने से बंबई शेयर बाजार (बीएसई) में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण सोमवार को 229 लाख करोड़ रुपये के पर अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया।
निवेश गुरू वॉरेन बफेट ने निवेश के कई नियम दिये हैं, और बाजार में निवेश से करोड़ों कमाने वाले निवेशकों ने खुलासा किया है कि उन्होने इन नियमों को मान कर ही संपत्ति बनाई है
कोरोना संकट की वजह से अर्थव्यवस्थाओं को बड़ा झटका लगा है, वहीं कोरोना की नई लहर से रिकवरी की रफ्तार पर भी असर पड़ने की आशंका बन गई है।
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