तीनों कंपनियों की बाजार पूंजी को मिला दें तो यह रकम 32.48 लाख करोड़ रुपये है, जो भारत सरकार के बजट से ज्यादा है।
पिछले साल, सेंसेक्स ने 15.7 प्रतिशत वृद्धि हासिल की। शेयर बाजारों में इस तेजी की वजह से 2020 में इक्विटी निवेशकों की संपत्ति में 32.49 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।
कोरोना वायरस से प्रभावित वर्ष 2020 में भारतीय शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव के बीच इक्विटी निवेशकों की संपत्ति 32.49 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है।
टीसीएस का 16 हजार करोड़ रुपये का बायबैक भी इस समय खुला है। इससे इसके शेयरों में तेजी बनी हुई है।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 1,53,041.36 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई।
2.4 लाख करोड़ डॉलर या 180 लाख करोड़ रुपये के कुल मार्केट-कैप के साथ भारत दुनियाभर में दसवें नंबर पर है।
यह आईपीओ 178.20 करोड़ शेयरों का होगा। इसमें 118.80 करोड़ नए शेयर जारी किए जाएंगे जबकि सरकार 59.40 करोड़ शेयर की बिक्री पेशकश लाएगी।
बीते हफ्ते रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ साथ इन्फोसिस, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक तथा भारती एयरटेल के बाजार पूंजीकरण में भी गिरावट देखने को मिली।
मार्केट कैपिटालाइजेशन के तौर पर एचडीएफसी बैंक तीसरी सबसे मूल्यवान कंपनी है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड 13,30,633.76 करोड़ रुपए के मार्केट कैप के साथ देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है।
एफपीआई ने 3 से 20 नवंबर के दौरान शेयरों में शुद्ध रूप से 44,378 करोड़ रुपये तथा ऋण या बांड बाजार में 5,175 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस तरह का उनका कुल निवेश 49,553 करोड़ रुपये रहा है। अक्टूबर में एफपीआई ने भारतीय बाजारों में 22,033 करोड़ रुपये डाले थे।
आज के कारोबार में भी सेंसेक्स और निफ्टी ने अपना अब तक सबसे उच्चतम स्तर छुआ है। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 44208.64 के अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंचा। वहीं निफ्टी ने 12942.35 का नया रिकॉर्ड बनाया।
सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस को सर्वाधिक फायदा हुआ। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के बाजार पूंजीकरण में गिरावट आयी। हालांकि हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक और भारती एयरटेल समेत शेष आठ शीर्ष कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में तेजी देखी गयी।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से नौ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 2,30,219.82 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों में नौ के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 1,63,510.28 करोड़ रुपये की गिरावट आई।
देश की 10 सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनियों में नौ के बाजार पूंजीकरण में पिछले सप्ताह 3,01,145.46 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ।
देश की सिर्फ 2 कंपनियों का बाजार मूल्य 10 लाख करोड़ रुपये के ऊपर है। वहीं कुल 13 कंपनियां ऐसी हैं जिसका मार्केट कैप 2 लाख करोड़ रुपये से ऊपर है। वहीं 25 कंपनियों का बाजार मूल्य 1 लाख करोड़ रुपये से ऊपर है।
2018 में टीसीएस ने 16,000 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों को वापस खरीदा था। उस समय 7.61 करोड़ शेयरों की पुर्नखरीद 2100 रुपए प्रति शेयर के मूल्य पर की गई थी।
शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों, ऋण भुगतान पर रोक से जुड़े घटनाक्रमों तथा वैश्विक रुख से तय होगी।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 1,45,194.57 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई।
हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक का बाजार मूल्यांकन सबसे अधिक घटा। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), इन्फोसिस और भारती एयरटेल के बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी दर्ज हुई
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