बीते एक हफ्ते में टाटा मोटर्स का स्टॉक 23 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा है। वहीं टाइटन में 15 प्रतिशत से ज्यादा और ओएनजीसी में 10 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त रही है।
एक्सचेंज के मुताबिक ऐसी सूचना है कि कुछ अनाधिकृत ट्रेडिंग प्लेटफार्म और वेबसाइट ऊंचे रिटर्न का लालच देकर गैर पंजीकृत प्रोडक्ट में निवेश का ऑफर दे रही हैं।
चालू वित्त वर्ष में अब तक 20 से अधिक कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से 45,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई और आईपीओ बाजार में हाल में भी काफी हलचल बनी हुई है।
कुल मिलाकर अगस्त का महीना शेयर बाजार के लिए शानदार रहा। बीएसई मानक सूचकांक इस महीने 9 प्रतिशत चढ़ा। कई नए रिकॉर्ड बने।
अगस्त में ही बीएसई का मार्केट कैप 11 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बढ़ चुका है। वहीं मौजूदा वित्त वर्ष में अभी तक बीएसई के मार्केट कैप में 43 लाख करोड़ रुपये की बढ़त देखने को मिली है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा में रुपया डॉलर के मुकाबले 73.46 पर खुला, फिर अपने पिछले बंद के मुकाबले 31 पैसे बढ़कर 73.38 पर पहुंच गया। शुक्रवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.69 पर बंद हुआ था।
जानकारों के मुताबिक विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने तथा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से डॉलर के मुकाबले रुपये पर दबाव बना। आज डॉलर सूचकांक 0.5 प्रतिशत बढ़कर 92.87 हो गया।
एमकैप के लिहाज से 13.7 लाख करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष पर है। उसके बाद टीसीएस ( 13.44 लाख करोड़ रुपये) और एचडीएफसी बैंक ( 8.42 लाख करोड़ रुपये) है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को सकल आधार पर 343.73 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
मंगलवार को स्टॉक 2.32 प्रतिशत की बढ़त के साथ 3552.40 के स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान स्टॉक 3560.25 के स्तर तक पहुंचा जो कि स्टॉक का रिकॉर्ड उच्च स्तर है।
बाजार मूल्य के हिसाब से देश की टॉप दस कंपनियों की सूची में केवल भारतीय स्टेट बैंक और बजाज फाइनेंस नुकसान में रहीं। वहीं बाजार मूल्य में बढ़त के हिसाब से सबसे आगे टीसीएस रही
शेयर बाजारों में दो दिन की तेजी से बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3,48,431.23 करोड़ रुपये बढ़कर 2,40,23,280.14 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह इसका सर्वकालिक उच्चस्तर है।
सन फार्मा, भारती एयरटेल, एचडीएफसी, इंडसइंड बैंक और एशियन पेंट्स थे भी बढ़त दर्ज करने वाले शेयरों में शामिल थे।
मौद्रिक नीति में अपेक्षित यथास्थिति के साथ-साथ मजबूत इक्विटी बाजारों से आगामी सप्ताह के दौरान रुपये के मजबूत होने की उम्मीद जताई जा रही है।
शेयर बाजार में पिछले दो दिनों की तेजी में निवेशकों की संपत्ति 4,09,200.15 करोड़ रुपये बढ़ी। इससे बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 235.11 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया।
सोमवार को सामने आई एक नई रिपोर्ट मुताबिक, मिलिनिएल्स और जेन जेड के नेतृत्व में ऑनलाइन गतिविधियों में तेजी हुई है। इसे देखते हुए भारत का डिजिटल विज्ञापन बाजार अगले दशक में 10 गुना बढ़ने की उम्मीद है।
बाजार मूल्य के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज रही। जिसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर का स्थान रहा।
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 440.37 अंक या 0.83 प्रतिशत के नुकसान में रहा।
मंगलवार के कारोबार में एफएमसजी और फार्मा सेक्टर आधा प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त के साथ बंद हुए। इनके अलावा बाकी सभी सेक्टर इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली है।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स अप्रैल, 2020 में 28,000 था, जो फिलहाल 52,000 अंक के स्तर से अधिक पर है।
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