बीते सप्ताह सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 4.95 लाख करोड़ रुपये घटा। पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 4,091.53 अंक या 4.98 प्रतिशत नीचे आया। भारतीय शेयर बाजार में यह जून, 2022 के बाद सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है।
बीते सप्ताह में रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी का बाजार मूल्यांकन तेज हो गया।
सेबी ने 17 मई को जारी एक नोटिफिकेशन में कहा कि यह संशोधन 31 दिसंबर, 2024 से लागू होगा। एक उचित अवधि में बाजार पूंजीकरण के आंकड़ों का औसत उस सूचीबद्ध इकाई के बाजार आकार को अधिक सटीक ढंग से दर्शाएगा।
भारती एयरटेल का मार्केट कैप 27,635.65 करोड़ रुपये घटकर 7,23,770.70 करोड़ रुपये रह गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज का मूल्यांकन 23,341.56 करोड़ रुपये घटकर 19,40,738.40 करोड़ रुपये पर आ गया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का मूल्यांकन 26,115.56 करोड़ रुपये घटकर 19,64,079.96 करोड़ रुपये रह गया। एचडीएफसी बैंक का मूल्यांकन 16,371.34 करोड़ रुपये घटकर 11,46,943.59 करोड़ रुपये रह गया। शीर्ष 10 कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे मूल्यवान कंपनी रही।
बाजार में उछाल के साथ निवेशकों की संपत्ति 5.81 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,383.93 अंक उछलकर अबतक के उच्चतम स्तर 68,865.12 अंक पर बंद हुआ।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 28 मई 2007 को 1000 अरब डॉलर के पार पहुंचा था। अमेरिका, चीन, जापान और हांगकांग ऐसे बाजार हैं जिनका बाजार पंजीकरण 4000 अरब डॉलर से अधिक है।
एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी, भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक और बजाज फाइनेंस में संयुक्त रूप से 17,386.45 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी देखी गई।
इन्फोसिस के बाजार मूल्यांकन में 9,988.16 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई और यह 7,39,607.12 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। आईसीआईसीआई बैंक की बाजार हैसियत 28,817.13 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ 5,26,170.49 करोड़ रुपये रही।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स अप्रैल, 2020 में 28,000 था, जो फिलहाल 52,000 अंक के स्तर से अधिक पर है।
सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में से सात के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 2,82,548.07 करोड़ रुपये की गिरावट आई।
सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 4,22,393.44 करोड़ रुपये की भारी गिरावट आई।
शेयर बाजार में सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान भारी गिरावट के चलते निवेशकों के करीब पांच लाख करोड़ रुपये डूब गए। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते बढ़ती आर्थिक अनिश्चितता के कारण यह गिरावट हुई।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से छह कंपनियों का बाजार पूंजीकरण बीते सप्ताह कुल मिलाकर 26,624.10 करोड़ रुपए घट गया। सर्वाधिक नुकसान आईसीआईसीआई बैंक को हुआ।
बीते सप्ताह सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1.34 लाख करोड़ रुपए से अधिक बढ़ गया। इस दौरान टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का बाजार पूंजीकरण सबसे अधिक बढ़ा।
सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में से नौ का बाजार पूंजीकरण (एम-कैप) बीते सप्ताह में 1.47 लाख करोड़ रुपए बढ़ गया।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से छह कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 1.26 लाख करोड़ रुपए का इजाफा हुआ। सबसे अधिक लाभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक रहे।
सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में से नौ के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह संयुक्त रूप से 84,354.1 करोड़ रुपये की कमी आई। इसमें टीसीएस को सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ा। शीर्ष 10 कंपनियों में से केवल आरआईएल की बाजार हैसियत में वृद्धि देखने को मिली।
सेंसेक्स की शीर्ष दस में से सात कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह संयुक्त रूप से 87,966 करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी हुई। हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक सर्वाधिक लाभ में रहे।
सेंसेक्स की शीर्ष दस में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 89,535 करोड़ रुपये की गिरावट आई। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को सबसे अधिक नुकसान हुआ।
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