सेंसेक्स की कंपनियों में इन्फोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, विप्रो और इंडसइंड बैंक के शेयर मुनाफे में रहे।
जोरदार रैली में आईटी शेयरों का सबसे ज्यादा योगदान रहा। आईटी इंडेक्स 2 फीसदी से ज्यादा ऊपर हैं। एमफैसिस 6 फीसदी ऊपर है, कोफोर्ज 5 फीसदी, एलटीआईएम 3 फीसदी, टेक महिंद्रा 3 फीसदी और एचसीएल टेक 3 फीसदी ऊपर है। रियल एस्टेट इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा ऊपर है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी के स्थान पर कायम है। इसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, भारती एयरटेल, आईटीसी, एसबीआई और एलआईसी हैं।
बाजार में उछाल के साथ निवेशकों की संपत्ति 5.81 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,383.93 अंक उछलकर अबतक के उच्चतम स्तर 68,865.12 अंक पर बंद हुआ।
आईटीसी का मूल्यांकन 15,159.02 करोड़ रुपये बढ़कर 5,61,159.09 करोड़ रुपये और बजाज फाइनेंस का पूंजीकरण 14,480.29 करोड़ रुपये बढ़कर 4,48,446.82 करोड़ रुपये हो गया।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 28 मई 2007 को 1000 अरब डॉलर के पार पहुंचा था। अमेरिका, चीन, जापान और हांगकांग ऐसे बाजार हैं जिनका बाजार पंजीकरण 4000 अरब डॉलर से अधिक है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने देश की सबसे मूल्यवान कंपनी का तमगा बरकरार रखा है। उसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा।
एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी, भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक और बजाज फाइनेंस में संयुक्त रूप से 17,386.45 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी देखी गई।
एक खरब रुपये मार्केट कैप वाली कंपनियों के क्लब में 11 नई कंपनियों का शामिल होना वित्तीय वर्ष 2023 के मुकाबले 19 प्रतिशत ज्यादा का ग्रोथ दर्शाता है। हालांकि, दो कंपनियां- वेदांता और अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस इस क्लब से बाहर हो गई हैं।
शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, आईटीसी, भारती एयरटेल, एसबीआई और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा।
इजराइल और हमास युद्ध के चलते पिछले हफ्ते शेयर बाजार में गिरावट रही। इसका असर सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों के मार्केट कैप पर देखने को मिला। सभी कंपनियों की मार्केट कैप में गिरावट आई। इसके चलते इन कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
निवेशकों को यह नुकसान मुनाफावसूली के कारण आई। अधिकांश कंपनियों के शेयरों में बड़ी बिकवाली आने से गिरावट आ गई। इसके चलते निवेशकों को इतनी बड़ी चपत लग गई।
निफ्टी लगातार पांचवें दिन 116 अंक (+0.6 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 19,727 के स्तर पर बंद हुआ।
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 500.65 अंक या 0.77 प्रतिशत की बढ़त में रहा। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही।
आईसीआईसीआई बैंक का बाजार मूल्यांकन 13,716.34 करोड़ रुपये की बढ़त के साथ 6,79,267.17 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
टीसीएस का बाजार मूल्यांकन 29,894.45 करोड़ रुपये घटकर 12,32,240.44 करोड़ रुपये हो गया। एचडीएफसी बैंक का मूल्यांकन 19,664.06 करोड़ रुपये घटकर 12,02,728.20 करोड़ रुपये रहा।
इस दौरान टीसीएस और एसबीआई का मूल्यांकन भी बढ़ा। शीर्ष 10 कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है।
इन्फोसिस के मूल्यांकन में 4,129.44 करोड़ रुपये का उछाल आया और यह 5,56,271.03 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी वित्तीय सेवा इकाई रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लि.(आएसआईएल) को अलग करने की घोषणा की है।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से छह कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 2,03,010.73 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई।
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