बैंक ने एनपीए के लिए चौथी तिमाही में 5,451 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, जबकि एक साल पहले समान तिमाही में बैंक ने 4,244 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था।
पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतें सिर्फ आपकी गाड़ी का ही बजट नहीं बढ़ा रही हैं बल्कि जल्दी ही ये आपके घर के बजट को भी बिगाड़ सकती हैं। रोजमर्रा के इस्तेमाल में आने वाले तेल, साबुन, मंजन, शैंपू और अन्य उत्पादों को बनाने वाली कंपनियां कह रही हैं कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी से उनकी लागत बढ़ी है जिससे वह अपने उत्पादों की कीमतों में 4-7 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर सकती हैं।
10 नवंबर को हुई बैठक में 178 वस्तुओं पर लगने वाले कर में कटौती की। इससे उच्च 28 प्रतिशत GST दर में केवल 57 वस्तुएं ही रह गयी
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