मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल के अल्टीमेटम के बाद ओबीसी वर्ग और राजनीतिक गलियारों में हडकंप मच गया है। इसके बाद बीजेपी और कांग्रेस ने आज मुंबई में अपने ओबीसी विंग की बैठक बुलाई है।
महाराष्ट्र के जालना में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर 17 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जरांगे को आखिरकार महाराष्ट्र सरकार ने मना लिया है। उन्होंने अनशन तोड़ दिया है।
मराठा आरक्षण को लेकर आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस जब प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे तब मराठा आरक्षण को लेकर दोनों के बीच की एक छोटी सी बातचीत लीक हो गई।
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर सियासत चरम पर है। आरक्षण की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जरांगे पाटिल ने हड़ताल खत्म करने का एलान किया है लेकिन इसके लिए उन्होंने कुछ शर्तें भी रखी हैं।
सर्वदलीय बैठक के बाद सीएम एकनाथ शिंदे ने बताया कि उनकी सरकार मराठा समुदाय के सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ेपन को साबित कर उन्हें आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है।
महाराष्ट्र में मराठा समाज द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर विरोध तेज होता जा रहा है। राज्य सरकार और मराठा समाज के नेताओं के बीच कई बार बातचीत हो चुकी है लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकला है।
सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि सरकार मराठा आरक्षण पर काम कर रही है और मराठाओं को आरक्षण देगी। वहीं, जालना लाठीचार्ज में दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई भी होगी।
महाराष्ट्र सरकार को मनोज नाम के एक शख्स ने हिला कर रख दिया है. कहा जा रहा है महाराष्ट्र को नया मंडल मिला है. अन्ना हजारे और बाबा आमटे ने मराठवाड़ा में जैसे नया अवतार लिया है
महाराष्ट्र के जालना जिले में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर जारी आंदोलन के हिंसक होने के बाद सूबे में सियासी पारा भी गरम हो गया है।
मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग पर अड़े मनोज जारांगे पाटिल ने कहा कि सरकार का सम्मान रखते हुए मैंने पानी पीया था, लेकिन आज शाम तक जीआर नहीं मिला, तो पानी छोड़ दूंगा।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस 2018 में क़ानून बनाया गया, जिसके बाद हाई कोर्ट ने उसे मान्यता दी। इसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट में गया, जहां 2020 में स्टे लग गया और मई 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने मराठा आरक्षण कैंसल कर दिया।
मराठा आरक्षण को लेकर चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि ओबीसी समाज 353 जातियों का समूह है, जो अभी भी बहुत पिछड़ा हुआ है।
महाराष्ट्र में मराठा आंदोलन में तेजी देखने को मिल रही है। जालना के बाद अब संभाजीनगर में पुलिस ने धारा 37 (3) लागू कर दी है। साथ ही राज ठाकरे के काफिले को भी संभाजीनगर जाने से रोक दिया गया है।
मराठा आरक्षण की मांग पर हो रहे आंदोलन के मद्देनजर आज औरंगाबाद शहर को बंद रखा गया है। इसी कड़ी में प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। ऐसे में किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है।
महाराष्ट्र के जालना में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर जारी आंदोलन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इसके बाद अब मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जानकारी सामने आई है कि इस मुद्दे पर महाराष्ट्र कैबिनेट सब-कमिटी की बैठक आज होगी।
जालना हिंसा को लेकर आज रविवार को राज्य के कई जिलों में बंद का ऐलान किया गया है। वहीं, उद्धव ठाकरे और अशोक चव्हाण ने जालना दौरे के बाद मराठा आरक्षण की मांग की है। इसके साथ ही ठाकरे ने राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की।
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर 29 अगस्त से ही आंदोलनकारी अनशन पर बैठे थे। जिसके बाद पुलिस अनशनकारियों को उठाने पहुंची, इस दौरान विवाद बढ़ गया और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद यहां हिंसा भड़क गई। अब एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार घायलों से मिलने जालना पहुंच गए हैं।
महाराष्ट्र के जालना जिले में प्रदर्शनकारियों पर हुए लाठीचार्ज के बाद मराठा संगठन आक्रामक हैं। राज्य के कई हिस्सों में बंद का ऐलान किया गया है। वहीं, जालना हिंसा को लेकर धुले-सोलापुर हाईवे पर चलने वाली बस सर्विस को रद्द कर दिया गया है।
महाराष्ट्र के जालना में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज हुआ। इसके विरोध में मराठा क्रांति मोर्चा ने हाईवे पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया।
महाराष्ट्र में शुक्रवार के दिन में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इसमें कई लोगों के घायल होने की खबर है।
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