मनोज जरांगे पाटिल ने यह स्पष्ट किया कि उन्होंने सरकार को 7 महीने का समय दिया था और आगे कोई विस्तार देने के मूड में नहीं है। साथ ही संकल्प लिया कि आरक्षण दिए जाने तक मराठा मुंबई नहीं छोड़ेंगे।
ओबीसी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि ओबीसी समाज को लिखित आश्वासन दिया है कि मराठा को ओबीसी समाज के अंदर से रिजर्वेशन नहीं दिया जाएगा। यदि गलती से भी सरकार या कदम उठाती है तो 400 जातियां सड़क पर आ जाएगी।
मराठा आरक्षण आंदोलन के जननायक मनोज जरांगे पाटिल एक फिर आमरण अनशन करने वाले हैं। 20 जनवरी को मराठा एक बार फिर मुंबई रवाना होंगे और पाटिल यहां आमरण अनशन की शुरुआत करेंगे। इस दौरान उन्होंने सरकार को कहा कि इससे पहले अगर आरक्षण दे दिया थो ठीक वरना हम आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा है कि राज्य सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग को नया इम्पेरिकल डेटा तैयार करने के लिए कहा है और उन्हें पर्याप्त जनशक्ति, कार्यालय और 360 करोड़ की धनराशि प्रदान की है।
मनोज जरांगे ने कहा कि सरकार ने पहले ही कहा था कि वह अंतरवाली सराटी में हुई घटना से संबंधित मामले वापस ले लेगी। मगर उन्होंने वहां लोगों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, कुछ ऐसी चीजें हुई हैं जिस कारण बैठक को पहले ही बुलाना पड़ रहा है।
मराठा आरक्षण आंदोलन का प्रमुख चेहरा मनोज जरांगे पाटिल की तबीयत खराब हो गई है। बीड जिले के अम्बा जोगई के थोराट अस्पताल में उनका इलाज जारी है। बता दें कि पाटिल अम्बाजोगई में एक सभा में भाग लेने गए थे। इस दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई।
हेमंत पाटिल ने शिवसेना के टिकट पर महाराष्ट्र की हिंगोली से लोकसभा का चुनाव जीता था। जब शिवसेना में टूट हुई तो वह एकनाथ शिंदे कैंप में शामिल हो गए थे। हालांकि, मराठा आरक्षण के मुद्दे पर उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
मराठा समुदाय के लोगों के लिए आरक्षण का मुद्दा इस वक्त महाराष्ट्र की सड़क से लेकर सियासत तक गर्म है। लेकिन मराठा आरक्षण को लेकर अब बागेश्वर बाबा ने भी बयान दिया है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मराठा आरक्षण को समर्थन देने का ऐलान किया है।
छगन भुजबल ने आज OBC सभा में मराठा आंदोलन के बड़े चेहरे जरांगे पाटिल को निशाना बनाया। मंत्री ने ललकारा कि अगर आपने पक्षपात किया तो ओबीसी भी शांत नहीं बैठेगा, जैसे को तैसा जवाब दिया जाएगा।
बिहार में आरक्षण बढ़ाने को लेकर खूब राजनीतिक बयानबाजी हो रही है। इस बीच कांग्रेस पार्टी के नेता विजय वेडेट्टीवार ने कहा कि सरकार बेसिक मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रही है। जब बिहार सरकार आरक्षण का फीसदी प्रतिशत बढ़ा सकती है तो महाराष्ट्र सरकार क्यों नहीं।
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने कहा कि 24 दिसंबर तक घोषणा नहीं हुई तो इसे रोकने वाले नेताओं के नामों का खुलासा करेंगे। गौरतलब है कि जरांगे ने पिछले हफ्ते ही अनशन खत्म किया था।
मनोज जरांगे पाटिल द्वारा अनशन खत्म किए जाने पर सीएम एकनाथ शिंदे ने पूरे सकल मराठा समाज को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सकारात्मक काम करना चाहती है और सभी को ध्यान में रखकर फैसले लेती है।
ये भी सही है कि इस बार मराठा आरक्षण के आंदोलन को हवा देने का काम शरद पवार और उनकी पार्टी के नेताओं ने किया। उनकी मंशा इस मामले में केंद्र सरकार को फंसाने की है। इसीलिए उनके लोग बार बार कह रहे हैं कि अगर मराठाओं को कोई आरक्षण दे सकता है तो केंद्र सरकार दे सकती है।
मराठा आंदोलन के बीच ओबीसी महासंघ ने सरकार को चेतावनी दी है। ओबीसी महासंघ का कहना है कि मराठों को यदि ओबीसी समाज में से आरक्षण दिया गया तो 400 जातियां सड़कों पर उतरेंगी।
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर हो रहे आंदोलन के बीच वीआईपी सुरक्षा ट्रीटमेंट मिलने पर सांसद श्रीकांत शिंदे ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने पत्र लिखकर ठाणे के पुलिस आयुक्त पर अपना गुस्सा निकाला।
महाराष्ट्र में इन दिनों मराठा समाज की तरफ से आरक्षण की मांग को लेकर उग्र प्रदर्शन किया जा रहा है। राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे अनशन पर बैठे मनोज जरांगे पाटिल को लगातार अश्वासन देकर मनाने की कोशिश में हैं।
Aaj Ki Baat: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन की आग अब बढ़ती जा रही है....बीड़....धाराशिव...संभाजीनगर...पुणे...मुंबई ....के बाद अब नागपुर...नासिक...में भी प्रदर्शन शुरू हो गए हैं दूसरी तरफ सरकार की कोशिश जारी हैं. आज all party मीटिंग हुई सभी पार्टियां इस मुद्दे पर एक राय हैं कि मराठाओं को आरक्ष
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर हो रहे आंदोलन के चलते आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। इस बैठक में सभी दलों के नेता शामिल हुए। साथ ही सभी ने मराठा आरक्षण को लेकर एकजुटता दिखाई है।
मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र में तनाव के हालात बने हुए हैं। राठा समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए हैं और उग्र आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच शिवसेना उद्धव गुट ने राष्ट्रपति मुर्मू से मिलने का समय मांगा है।
मराठा आरक्षण की मांग काफी तेज होने के साथ ही हिंसक भी हो गई है। 2 दिन पहले कुछ उपद्रवियों ने बीड में हिंसा का रास्ता अपनाते हुए अलग-अलग जगहों पर पथराव किया। अब इसका का एक फुटेज भी सामने आया है।
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