Corona Update: विशेषज्ञों के मुताबिक देश में कोरोना का डेली पॉजिटिविटी रेट 4.39% पर पहुंच गया है। ये दर 5% से ऊपर जाती है, तो संक्रमण बेकाबू माना जाता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कोरोना की चौथी लहर जुलाई में आ सकती है। ये अक्टूबर तक चलेगी और अगस्त में इसका पीक होगा।
MBBS Seats Doubled: केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि देश में डॉक्टरों एवं विशेषज्ञों की उपलब्धता बढ़ाने के लिये केन्द्र सरकार ने एमबीबीएस (MBBS) पाठ्यक्रम की सीटों में दोगुना से ज्यादा ईजाफा करके उन्हें एक लाख तक कर दिया है।
मंडाविया ने ट्वीट किया,''12-14 आयु वर्ग के एक करोड़ से अधिक बच्चे कोविड वैक्सीन की पहली खुराक ले चुके हैं। टीका लगवाने वाले मेरे सभी युवा योद्धाओं को बधाई। इस गति को जारी रखें!''
देश मे कोरोना के खिलाफ जंग जारी है और इसी कड़ी मे बुधवार से 12 से 14 साल की उम्र के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन लगनी शुरु हो गई है।कोविड से रोकथाम करने के लिए ये आने वाले समय मे एक बड़ा कदम साबित होगा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि सरकार के साथ, समूचे समाज के प्रयासों के कारण भारत कोविड-19 के संभावित विनाशकारी संकट को टालने में सक्षम हो पाया। स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के प्रयासों के साथ टीकाकरण कवरेज ने हाल में कोविड-19 की वृद्धि को प्रभावी ढंग से रोकने में मदद की।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि केंद्र सरकार विशेषज्ञों से सिफारिश मिलने पर जल्द से जल्द पांच से 15 वर्ष तक की आयु के बच्चों के लिए कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान शुरू करेगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों या विदेश से आने वालों के लिए संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए। संशोधित दिशानिर्देश 14 फरवरी से लागू होंगे। अंतरराष्ट्रीय यात्रा कर हवाईअड्डा पहुंचने वाले सभी यात्रियों में कुल यात्रियों के दो प्रतिशत की कोविड जांच की जाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर लिखा कि DCGI ने भारत में सिंगल-डोज स्पुतनिक लाइट कोरोना वैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी है। ये देश की 9वीं वैक्सीन है, जो लोगों को दी जाएगी। साथ ही ये महामारी के खिलाफ देश की सामूहिक लड़ाई को और मजबूत करेगी।
स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने कहा कि कोविड का चाहे जो भी स्वरूपों हो, ‘‘जांच-नजर रखने-इलाज-टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन कोविड-19 प्रबंधन की रणनीति बनी हुई है।
corona Review Meeting: देश में कोरोना के मामले कम नहीं हो रहे हैं। कोरोना की स्थित पर केंद्र लगातार नजर बनाए हुए है। खासकर देश के दक्षिणी राज्यों का हाल और भी बुरा है। इसी बीच दक्षिणी राज्यों में कोविड के बढ़ते मामलों की समीक्षा करने के लिए कंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया आज दक्षिणी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वर्चुअल संवाद करेंगे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को कहा कि नि:शुल्क टीकाकरण का सरकारी अभियान जारी रहेगा। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने वयस्कों के लिए अब कोवैक्सीन (Covaxin) और कोविशील्ड (Covishield) को कुछ शर्तों के साथ आपातकालीन परिस्थितियों में प्रतिबंधित इस्तेमाल की अनुमति को नई सामान्य दवा में अपग्रेड कर दिया है।
राज्यों ने सिर्फ इस फंड के एक-चौथाई से भी कम की राशि का उपयोग किया है। इसी बाबत केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का ध्यान इस तथ्य की ओर भी दिलाया है कि उन्होंने सामूहिक रूप से आपातकालीन कोविड प्रतिक्रिया पैकेज (ईसीआरपी-द्वितीय) के तहत उपलब्ध स्वीकृत धन का केवल 17 प्रतिशत से अधिक का उपयोग किया है।
बता दें कि इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को प्रदर्शनरत रेजीडेंट डॉक्टरों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी।
देश के कम से कम 12 राज्यों में कोरोना मरीजों की तादाद फिर से बढ़ने लगी है। पूरे देश में ओमिक्रॉन के भी 23 मरीज आ चुके हैं। ओमिक्रॉन के साथ देश में कोरोना मरीजों की बढ़ती तादाद पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया आज बड़ी मीटिंग करने वाले हैं।
मांडविया ने आरोप लगाया कि इस गंभीर आपदा के काल में कुछ राजनीतिक दलों ने वैक्सीन पर संशय फैलाने का प्रयास करके, वैक्सीनेशन अभियान पर सवाल उठाकर एवं प्रधानमंत्री पर आरोप लगाकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करने का प्रयास किया।
मांडविया ने कहा, ‘‘केंद्र ने राज्य सरकार को सभी सावधानियां बरतने को कहा है और उनके साथ समन्वय बनाकर काम किया जा रहा है। जोखिम भरे अंतरराष्ट्रीय स्थानों से आने वाले सभी यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच की जा रही है।’’
मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में बताया कि मोदी सरकार ने शुरुआत से ही कमजोर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को तेजी से ठीक करने पर काम हुआ, कोरोना काल की शुरुआत से ही यह बात सर्वादित थी कि देश का हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर इस बीमारी से लड़ने के लिए कितना कमजोर है, पिछली सरकारों को दोष नहीं देते हुए भारत सरकार ने काम करना शुरू कर दिया।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए केंद्र सरकार की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, "मोदी सरकार के तहत, कमजोर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए काम चल रहा है।
पीएम केयर्स के वेंटिलेटर पर उठे सवालों पर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने जवाब दिया। मांडविया ने कहा पीएम केयर्स फंड से 58 हजार वेंटिलेटर्स खरीदने के ऑर्डर दिए गए थे। राज्य सरकारों को 50 हजार से अधिक वेंटिलेटर मिले। राज्यों से 42 हजार वेंटिलेटर्स लगने के सर्टिफिकेट मिले हैं। हेल्थ मिनिस्टर ने सदन के अंदर ये सर्टिफिकेट दिखाए।
बुधवार सुबह सात बजे तक मिली रिपोर्ट के अनुसार, देश में कुल 113.68 करोड़ खुराक दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इसे 1,16,73,459 कोरोना वैक्सीनेशन सत्र के जरिए हासिल किया जा सका।
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