मनोज सिन्हा ने कहा कि सार्वजनिक जीवन और पार्टी में नैतिकता को पुनर्स्थापित करने का काम पीएम नरेंद्र मोदी ने किया है। समता और बंधुत्व की जिस तरह पीएम मोदी ने स्थापना की है, वह राजनीति में रहकर भी उन्हें राजनीति से अलग करती है। पीएम मोदी एक वर्ल्ड लीडर ,स्टेट्समैन और इंटरनेशनल आइकॉन हैं।
Jammu Kashmir: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विकास, सुशासन और पारदर्शिता के एक नए युग में प्रवेश कर चुका है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर आगे बढ़ रहा है। मैं समाज के हर वर्ग से एक खुशहाल, शांतिपूर्ण और समृद्ध केंद्र शासित प्रदेश में अपना बहुमूल्य योगदान देने का आह्वान करता हूं।
Jammu kashmir News: परेड स्थल के आसपास और अन्य संवेदनशील स्थानों और सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर भी निगरानी रखने के लिए नागरिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
Amarnath Yatra: इस वर्ष अमरनाथ यात्रा बिना किसी आतंकवाद संबंधी घटनाओं के संपन्न हुई, क्योंकि यात्रा मार्ग, पारगमन शिविरों, आधार शिविरों और गुफा मंदिर को किसी भी हमले से सुरक्षित रखते हुए, 43 दिनों तक कई सुरक्षा बलों ने दिन-रात कड़ी मेहनत की।
Jammu kashmir News: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को राजौरी जिले में एक सैन्य शिविर पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की और आतंकवादियों तथा उनका साथ देने वालों से कड़े तरीके से निपटने का संकल्प जताया।
Abrogation of Article 370 Third Anniversary : कभी पत्थरबाजी के चलते अंधकारमय भविष्य के तरफ धकेले जा रहे युवकों की तस्वीरों की जगह चमक-दमक वाले स्टेडियम में खेल कूद करते युवक-युवतियां नज़र आए।
Amarnath Flood: प्रशासन सभी राज्यों की सरकारों के संपर्क में है और अब तक किसी भी व्यक्ति के लापता होने की जानकारी नहीं मिली है। उपराज्यपाल ने आगे कहा कि 8 जुलाई को शुरू बचाव अभियान अब लगभग खत्म हो चुका है।
मनोज सिन्हा ने प्रसिद्ध डल झील के सामने स्थित पवित्र दरगाह में ईद की नमाज़ अदा करने वाले नमाज़ियों के लिए बिजली, साफ-सफाई और पानी की व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बहादुर गांव वालों को 5 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की है। वहीं डीजीपी ने भी ग्रामीणों को 2 लाख नकद इनाम देने की घोषणा की है। पकड़े गए आतंकियों की पहचान फैजल अहमद डार और राजौरी के तालिब हुसैन के रूप में हुई है।
Amarnath Yatra 2022: आज से अमरनाथ यात्रा शुरू हो गई है। श्रद्धालुओं का पहला जत्था जम्मू कश्मीर के बालटाल में पवित्र गुफा के रास्ते रवाना हो गया। यात्रा की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। आतंकी खतरे को देखते हुए जवान यहां पूरी तरह से मुस्तैद हैं।
Jammu-Kashmir: पीडीपी के मुख्य प्रवक्ता सुहैल बुखारी ने कहा कि अगर कुछ चर्चा करने के लिए था, तो बैठक के लिए एक एजेंडा निर्धारित किया जाना चाहिए था।
Amarnath Yatra 2022: अमरनाथ की यात्रा 30 जून से शुरू होगी। मिली जानकारी के मुताबिक, 3 हजार से ज्यादा तीर्थयात्री इस पवित्र यात्रा के लिए रवाना हुए हैं। कोरोना महामारी की वजह से ये यात्रा 2 साल बाद आयोजित हो रही है।
Jammu-Kashmir: आदिल बचपन में मध्य कश्मीर के श्रीनगर जिले के लाल बाजार की भीड़-भाड़ वाली गलियों में साइकिल चलाना पसंद करते थे। यह उनके दैनिक कामकाज का हिस्सा था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की मंगलवार को समीक्षा की। केंद्र शासित प्रदेश में हाल में कुछ कश्मीरी पंडितों समेत अन्य की हत्या की गई है। उच्च स्तरीय बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ-साथ खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों ने भी शिरकत की।
कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करने में प्रशासन की कथित विफलता और हत्या के खिलाफ जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने शुक्रवार को बडगाम के शेखपुरा में लाठीचार्ज किया था और आंसू गैस के गोले छोड़े थे।
इस मामले में जम्मू-कश्मीर प्रशासन का कहना है कि केंद्र शासित प्रदेश के अनंतनाग जिले स्थित मार्तंड सूर्य मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए उप राज्यपाल को किसी की आज्ञा लेने की जरूरत नहीं है।
अधिकारियों ने बताया कि बरामद किये गये हथियार और गोला-बारूद में दो एके-47 राइफल के साथ दो मैगजीन और 63 गोलियां, एक 223 बोर की एके आकार की बंदूक, उसकी दो मैगजीन तथा 20 गोलियां और एक चीनी पिस्तौल शामिल है।
जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को अगस्त 2019 में समाप्त किए जाने के कारण उस वर्ष अमरनाथ यात्रा बीच में ही कैंसिल कर दी गई थी, जबकि कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्षों- यानी 2020 और 2021 में सांकेतिक यात्रा की ही अनुमति दी गई थी।
मलिक ने पिछले साल अक्टूबर में दावा किया था कि उनके कार्यकाल के दौरान “अम्बानी” और “आरएसएस से संबद्ध एक व्यक्ति” की फाइलें आगे बढ़ाने के लिए उन्हें 300 करोड़ रुपये रिश्वत का प्रस्ताव दिया गया था।
मनोज सिन्हा ने कहा, 'जम्मू कश्मीर विविधता से भरा है, जो हमारी ताकत है। हमने सभी चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है एवं हमारे सुरक्षाबल चौकन्ने हैं। उन्होंने राष्ट्र-विरोधी तत्वों के नापाक मंसूबे को विफल कर नये जम्मू कश्मीर के निर्माण में अहम भूमिका निभायी है।'
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