जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का पुनर्गठन किया है और इसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों के आठ लोगों को तीन वर्ष के लिए मनोनीत किया है।
जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में मारे गए लश्कर आतंकी औवैस राजा की पहचान सुभानपोरा बिजबेहड़ा निवासी के तौर पर हुई है.
वैष्णो देवी में मची भगदड़ में मरने वालों के परिजनों को 15 लाख रुपए सहायता राशि दी जाएगी। वहीं, घायलों को 2 लाख रुपए मुआवजा मिलेगा।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से जारी एक आदेश में, सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव मनोज कुमार द्विवेदी ने कहा कि इस दुखद घटना के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। समिति के अन्य 2 सदस्य जम्मू संभागीय आयुक्त राघव लंगर और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, जम्मू मुकेश सिंह हैं।
केंद्र सरकार ने पहले ही खुफिया ब्यूरो के एक शीर्ष अधिकारी को आतंकवादियों के खिलाफ अभियान के समन्वय के लिए श्रीनगर भेज दिया है। श्रीनगर में बृहस्पतिवार को एक सरकारी स्कूल के भीतर एक महिला प्रधानाध्यापिका और एक शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गयी।
सिन्हा ने कहा, 'टारगेटेड किलिंग एक मैसेज देने के लिए की जा रही है। आतंकवाद फैलाने की कोशिश जो कुछ यहां के लोग और कुछ कहीं और बैठे उनके आका कर रहे हैं, उनसे निपटे के लिए सुरक्षाबलों को पूरी आजादी दी गई है। इस तरह आम आदमी को गोलियों से भून देना एक नया पैटर्न है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "ये पंचायत सदस्य उग्रवादियों के निशाने पर हैं और उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने की आवश्यकता है। अवास्तविक दुनिया में मत रहिए और ऐसा मत सोचिए कि सब ठीक-ठाक है।
केंद्र सरकार के हालिया प्रयासों की पृष्ठभूमि के खिलाफ, जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू और कश्मीर में अपने प्रशासन की योजनाओं और रणनीतियों पर इंडिया टीवी से विशेष रूप से बात की।
इंडिया टीवी को दिए एक्सक्लूसिव साक्षात्कार में मनोज सिन्हा ने कहा कि जमीनी स्तर पर अनुच्छेद 370 हटाने का असर दिख रहा है। जम्मू-कश्मीर की जनता बड़ा बदलाव देख रही है। जम्मू-कश्मीर में बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देन है।
15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस से पहले, जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर के लाल चौक पर स्थित घंटाघर को तिरंगे से रोशन किया गया है।
बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान और प्रोड्यूसर-डायरेक्टर किरण राव ने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से आज राज भवन में मुलाकात की।
श्रद्धालुओं के लिए यात्रा तो रद्द कर दी गई है लेकिन अमरनाथ में बर्फ के शिवलिंग की पूजा और आरती होती रहेगी और श्रद्धालू पवित्र गुफा तथा शिवलिंग के दर्शन कर सकेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को नई दिल्ली में एक सर्वदलीय बैठक कर रहे हैं, जिसमें जम्मू-कश्मीर में मौजूदा स्थिति और केंद्र शासित प्रदेश के लिए भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा की जाएगी। 5 अगस्त, 2019 के बाद यह पहली ऐसी राजनीतिक कवायद है, जब केंद्र ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का फैसला किया था।
कोरोना वायरस के चलते एक बार फिर से वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा को रद्द कर दिया गया है लेकिन भक्त बाबा अमरनाथ बर्फानी के ऑनलाइन दर्शन कर सकेंगे।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को उन परिवारों को वित्तीय सहायता के लिए एक विशेष योजना शुरू की, जिन्होंने कोविड-19 महामारी के कारण अपना एकमात्र कमाने वाला खो दिया है।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में कोरोना से अगर किसी परिवार के कमाऊ सदस्य की मृत्यु हुई होगी तो सरकार उस परिवार के सीनियर सिटीजन को पेंशन देगी। जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने इसकी घोषणा की है।
LG द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में अगले 15 दिनों के अंदर सभी सरकारी इमारतों पर तिरंगा फहराया जाएगा। हर जिले के .डिप्टी कमिश्नर और विभागों के हेड, दफ्तरों पर तिरंगा लहराना सुनिश्चित करेंगे।
नई औद्योगिक नीति के लागू होने की घोषणा करते हुए उपराज्यपाल मनोह सिन्हा ने कहा कि अगले 18 सालों में इस नीति से केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर की तकदीर बदल जाएगी।
PDP और NC के आरोपों पर मनोज सिन्हा ने कहा कि पहले भी यहां चुनाव हुए हैं। पहले जिसकी सत्ता होती थी, 90-95 फीसदी लोग उन्हीं के विजयी होते थे। चुनाव के परिणाम ने निष्पक्षता पर मोहर लगा दी है।
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