Features of Zorawar Tank: दुनिया के विभिन्न देशों के बीच पिछले कुछ वर्षों से एक के बाद एक भीषण युद्ध देखने को मिल रहा है। इस वजह से तीसरे विश्व युद्ध की आशंका लगातार प्रबल होती जा रही है। ऐसे में सभी देश अपनी सामरिक सुरक्षा को मजबूत करने में जुटे हैं।
आर्मी चीफ नरवणे ने कहा कि पाकिस्तान से नियंत्रण रेखा (LoC) पर खतरा किसी भी तरह से कम नहीं हुआ है। सेना प्रमुख ने कहा, खतरे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे ने कहा कि चीन के नये भूमि सीमा कानून के किसी भी सैन्य प्रभाव से निपटने के लिए भारतीय सेना मजबूती से तैयार है।
तीनों सेनाओं के प्रमुखों की मौजूदगी वाली चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन की यह पोस्ट देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत के 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर क्रैश में असामयिक निधन के बाद से खाली पड़ी थी। अब नरवणे ने चेयरमैन का पदभार संभाला लिया है।
कुन्नूर हेलिक्रॉप्टर क्रैश में देश के पहले CDS बिपिन रावत की मौत के बाद उनकी जगह कौन लेगा, आज यही सबसे बड़ा सवाल है। इस संबंध में कैबिनेट कमेटी ऑफ सिक्योरिटी जल्द फैसला ले सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से पहले सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे पहले ही जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं और सुरक्षा की मौजूदा स्थिति तथा तैयारियों का जायजा ले रहे हैं।
सेना प्रमुख ने बताया कि चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख ही नहीं उत्तरी फ्रंट से लेकर ईस्टर्न कमांड तक बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात किया है। फॉरवर्ड एरिया में भी उन्होंने सैनिकों की संख्या को बढ़ाया है जो हमारे लिए चिंता का विषय है।
थल सेना प्रमुख एम एम नरवणे ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान पश्चिम और उत्तर की अस्थिर सीमाओं पर चुनौतियों का सामना करते हुए भारतीय सेना और मजबूत हुई।
सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने बृहस्पतिवार को कहा कि ड्रोन की आसानी से उपलब्धता ने सुरक्षा चुनौतियों की जटिलता बढ़ा दी है और भारतीय सेना खतरों से प्रभावी तरीके से निपटने की क्षमताएं विकसित कर रही है चाहे ये खतरे देश प्रायोजित हों या देशों ने खुद पैदा किए हों।
सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे ने बृहस्पतिवार को कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा हालात का जायजा लिया और अभियान संबंधी उच्च स्तरीय तैयारियों के लिए सैनिकों की प्रशंसा की और कहा कि अगर स्थिति अनुमति देती है तो जम्मू-कश्मीर में सैनिकों की कमी संभव है।
ड्रैगन की चालबाजियों के बीच सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने अरुणाचल प्रदेश सेक्टर में चीन के साथ लगी सीमा के पास भारत की ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा के करीब एक रणनीतिक राजमार्ग का निर्माण पूरा किया है।
थल सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने बुधवार को कहा कि पैगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे से भारत और चीन की सेनाओं के पीछे हटने से अंतिम परिणाम बहुत अच्छा रहा और दोनों पक्षों के लिए यह लाभकारी स्थिति है। उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख में अन्य लंबित मुद्दों के समाधान के लिए भी रणनीति बनायी गयी है।
चीनी सेना लद्दाख में फिंगर 4 क्षेत्र को भी खाली कर रही है, जिस पर उसने पिछले साल कब्जा कर लिया था। ऐसा होने के बाद भारत के साथ LAC पर लंबे समय से बनी हुई स्थिती अब बदल रही है।
चीन से जारी तनाव के बीच सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा है कि हमारे दुश्मन जिस तरह रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण तेजी से कर रहे हैं उस हिसाब से स्पीड में हम थोड़ा पीछे छूट रहे हैं।
अगर पाकिस्तान की ओर से कोई आतंकी गतिविधि होती है, तो हमें अपनी मर्जी के स्थान और समय पर जवाब देने का पूरा अधिकार है।
बुधवार को देश के थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे एक दिवसीय दौरे पर लेह पहुंचे हैं। तय कार्यक्रम के अनुसार नरवणे अग्रिम मोर्चे पर तैनात फायर एंड फ्यूरी दल का दौरा करेंगे।
थलसेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने नेपाल की अपनी महत्वपूर्ण तीन दिवसीय यात्रा से एक दिन पहले मंगलवार को कहा कि उन्हें इस यात्रा का बेसब्री से इंतजार है। उन्होंने साथ ही विश्वास जताया कि यह यात्रा दोनों देशों की सेनाओं के बीच मित्रता के बंधन को और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
एक तरफ चीन सीमा पर अपनी ताकत बढ़ा रहा है तो दूसरी ओर पाकिस्तान भी अपनी भारत विरोधी अभियानों में लगा है। दोनों ओर से दुश्मनों से घिरे भारत भी अपनी सैन्य तैयारी बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में भारत ने स्वदेश निर्मित एंटी-सबमरीन युद्धपोत आईएनएस कवरत्ती को नौसेना में शामिल किया है।
थलसेना अध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे नवंबर में नेपाल की यात्रा करेंगे, जिस दौरान पड़ोसी देश उन्हें नेपाली सेना के मानद जनरल का दर्जा प्रदान करेगा। नेपाल द्वारा गत मई में नया राजनीतिक नक्शा जारी किए जाने से दोनों देशों के संबंधों में आए तनाव के बाद किसी उच्चस्तरीय व्यक्ति की यह पहली नेपाल यात्रा है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़