1991 में, भारत एक गंभीर आर्थिक संकट के कारण लोन डिफॉल्ट के कगार पर खड़ा था। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 6 बिलियन डॉलर से भी कम हो गया, जो देश के आयात के दो सप्ताह को कवर करने के लिए काफी नहीं था।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भावुक पोस्ट करते हुए कहा कि देश ने एक दूरदर्शी नेता को खो दिया है।
साल 1991 में भारत को एक आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। यह बाहरी ऋण से संबंधित था। सरकार विदेशों से लिए गए अपने ऋणों का भुगतान करने में सक्षम नहीं थी। विदेशी मुद्रा भंडार, जिसे हम पेट्रोलियम और दूसरी महत्वपूर्ण वस्तुओं के आयात के लिए बनाए रखते हैं, गिरकर ऐसे स्तर पर आ गया जो एक पखवाड़े तक भी नहीं चल सकता था।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का गुरुवार को दिल्ली के AIIMS में निधन हो गया। अर्थशात्र के विद्वान रहे मनमोहन अपने हिंदी भाषण उर्दू लिपि में लिखते थे और इसकी एक खास वजह थी।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह की शख्सियत का एक और अहम पहलू था उनकी नीली पगड़ी। इसे लेकर उन्होंने कहा था, जब मैं कैम्ब्रिज में पढ़ाई कर रहा था, तो मैं नीले रंग की पगड़ी पहनता था।
जब पी वी नरसिंहराव प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने मनमोहन सिंह को 1991 में अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर वित्त मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार सौंप दिया। इस समय डॉ. मनमोहन सिंह न तो लोकसभा और न ही राज्यसभा के सदस्य थे
देश के पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का निधन हो गया है। उन्होंने 92 साल की उम्र में एम्स में अंतिम सांस ली है। आइए जानते हैं कि उनके निधन पर PM मोदी समेत एनडीए के अन्य नेताओं ने क्या कहा?
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। एम्स द्वारा जारी किए गए बुलेटिन में बताया गया कि वो अब इस दुनिया में नहीं रहे। मनमोहन सिंह के जीवन पर फिल्म भी बनी थी। इसके चर्चित डायलॉग्स के बारे में आपको बताते हैं।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और देश के दिग्गज अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया है। डॉ. मनमोहन सिंह ने दिल्ली एम्स में 92 साल की उम्र में अंतिम सांस ली।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार निधन हो गया है। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने 92 साल की उम्र में दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तबीयत बिगड़ने पर गुरुवार शाम उन्हें दिल्ली के AIIMS में भर्ती कराया गया था। उन्होंने 92 साल की उम्र में अंतिम सांस ली।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर, 1932 को हुआ था। वह 2004 से 2014 के बीच देश के प्रधानमंत्री रहे। बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता देव आनंद का जन्म भी 26 सितंबर के दिन ही हुआ था।
जब वायरल वीडियो की पड़ताल की गई तो इसे लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक साबित हुआ। यह वीडियो 2017 का है और तब डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री नहीं थे। यह वीडियो श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे की भारत यात्रा के दौरान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात के दौरान का है।
एक चुनावी रैली में पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने (मनमोहन) कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है।
ये सही है कि मोदी ने अपनी चुनावी सभा में खुलकर मुसलमानों का जिक्र किया पर वास्तव में मुसलमान शब्द का इस्तेमाल मोदी ने सिर्फ राजस्थान की रैली में किया था। इसके बाद मोदी बार-बार ये कह रहे हैं कि कांग्रेस पिछड़ों का आरक्षण छीन कर अपने चहेतों को देना चाहती है।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक वीडियो संदेश में आरोप लगाया है कि SC, ST और OBC के अधिकारों को छीनना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले भी SC, ST और OBC के अधिकारों को छीन चुकी है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राज्यसभा से सेवानिवृत्त होने पर लिखे पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक पत्र में लिखा है कि इसके साथ ही एक युग का अंत हो गया है।
मनमोहन सिंह जब 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री थे तब उच्च सदन के नेता थे और 21 मार्च, 1998 से 21 मई 2004 तक सदन में नेता प्रतिपक्ष थे। भाजपा उन पर ऐसी सरकार चलाने का आरोप लगाती थी जो भ्रष्टाचार से घिरी हुई थी और जिस दौरान कई घोटाले हुए थे।
अगले कुछ दिनों में राज्यसभा से 58 सांसद रिटायर हो रहे हैं। इन सांसदों की विदाई भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह से सभी सांसदों को काफी कुछ सीखने को मिला है।
दरअसल, सदैव अपने कार्य को लेकर संजीदा रहने वाले मनमोहन सिंह, बिना बताए राज्यसभा से गैर हाजिर नहीं रहना चाहते थे। मनमोहन सिंह द्वारा आधिकारिक तौर पर यह छुट्टियां मेडिकल ग्राउंड पर मांगी गई।
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