मिजोरम गृह विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पड़ोसी मणिपुर के कुल मिलाकर 9,196 वयस्कों और बच्चों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में शरण ली है।
सीएम बीरेन सिंह ने केंद्रीय सुरक्षा बलों से कहा है कि वे राज्य में कोई भी अभियान चलाने से पहले राज्य सरकार को सूचित करें।
पिछले सालों में देश के कई राज्यों में विभिन्न जगहों के नाम बदले गए हैं। लेकिन मणिपुर की सरकार ने किसी भी स्थान का नाम बदलने पर सजा का प्रावधान किया है।
सपडांगा ने कहा कि गृह विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, मणिपुर के 9,248, म्यांमारम्यांमार के 32,161 और बांग्लादेश के 1,167 लोग राज्य में हैं।
होआकिप जम्मू-कश्मीर सेक्टर में तैनात हैं और वर्तमान में वह छुट्टी पर हैं। वह सात नवंबर को मणिपुर के कांगपोकपी जिले के कांगचुप चिंगखोंग गांव में हुए हमले में बच गए थे। इस दौरान परिवार लीमाखोंग जा रहा था।
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा कि कुकी के आने से मणिपुर हिल्स वीरान हो रहा है। हमारे पड़ताल में यह दावा पूरी तरह गलत पाया गया है।
करीब 200 की संख्या में आए सशस्त्र बदमाशों ने एडिशनल एसपी के आवास पर धावा बोल गिया। हथियारबंद बदमाशों ने पुलिस अधिकारी की घरेलू संपत्ति में तोड़फोड़ की।
मणिपुर में मेइती समूह ने ASP को उनके घर से किडनैप कर लिया है। किडनैपर्स ने इस दौरान फायरिंग भी की। जैसे ही इस घटना के बारे में पुलिस को पता लगा तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
मणिपुर हाई कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि यह मैतेई को एसटी समुदाय में शामिल करने के लिए निर्देश देने वाला पैरा उच्चतम न्यायालय की संविधान पीठ द्वारा इस मामले में रखे गए रुख के विपरीत है।
एसपी ऑफिस पर हमले की ये घटना ऐसे समय में देखी गई है जब जिला पुलिस के एक हेड कांस्टेबल को एक वीडियो में कथित तौर पर हथियारबंद लोगों के साथ देखे जाने के बाद निलंबित कर दिया गया है।
मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़कने की खबर है। ताजा हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई जबकि दो लोग घायल हुए हैं।
जब मजदूर खेत में सिंचाई कर रहे थे तभी पांच से छह हथियारबंद बदमाश आए और उन्हें नजदीक से गोली मार दी। इसके बाद सभी बदमाश वापस पहाड़ियों पर भाग गए।
मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच बीते साल मई महीने में शुरू हुई जातीय हिंसा अब तक खत्म नहीं हुई है। अब राज्य में जवानों पर भी फायरिंग हो रही है।
पुलिस ने एक बयान में कहा कि दोनों पर पिछले साल अक्टूबर में हुई SDPO की हत्या में शामिल होने का आरोप है और उनके के कब्जे से हथियार और गोला-बारूद मिलने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
कांग्रेस 'भारत जोड़ो यात्रा' के बाद अब 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' आज से शुरू की है। यह यात्रा राहुल गांधी के नेतृत्व में मणिपुर की राजधानी इंफाल के थोबल से शुरू की गई है। यात्रा को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हरी झंडी दिखाई।
कांग्रेस आज से राहुल गांधी के नेतृत्व में मणिपुर से 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू करेगी। जिसके जरिये उसका प्रयास होगा कि लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दों को विमर्श के केंद्रबिंदु में लाया जाए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 14 जनवरी को इंफाल से शुरू होनि थी, लेकिन अब इसका स्थान बदल दिया गया है। अब यह इंफाल से लगभग 34 किलोमीटर दूर थौबुल से शुरू होगी।
ग्रामीणों ने विभिन्न कुकी संगठनों द्वारा संचालित सोशल मीडिया नेटवर्क पर शवों को देखा और पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने शवों को बरामद किया।
थल सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने देश की विभिन्न सीमाओं को लेकर सुरक्षा अपडेट दिया है। सेना प्रमुख ने मणिपुर के हालात पर भी बयान दिया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 14 जनवरी को इंफाल से शुरू होगी और 20 मार्च को मुंबई में इसका समापन प्रस्तावित है। आगामी आम चुनाव के मद्देनजर यात्रा निकाली जा रही है।
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