सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने 20 सितंबर को दावा किया था कि सुरक्षा बलों ने ऐसी रिपोर्ट के मद्देनजर कई कदम उठाए हैं कि 900 उग्रवादी इंफाल घाटी के जिलों के बाहरी इलाकों के गांवों में हिंसा कर सकते हैं।
मणिपुर सरकार ने अपने उस दावे को वापस ले लिया है, जिसमें कहा गया था कि 900 कुकी उग्रवादी 28 सितंबर के आस-पास इम्फाल घाटी के दूर-दराज के गांवों पर हमला कर सकते हैं।
मणिपुर में दो समुदायों के बीच पिछले एक साल से अधिक समय से हिंसक संघर्ष चल रहा है। इसे लेकर कांग्रेस सांसद ए बिमोल अकोईजाम ने केंद्र की निष्क्रियता पर तीखे सवाल उठाए हैं।
मणिपुर के कई जिलों में हिंसा की घटनाएं हुई हैं। वहीं, अब मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के खिलाफ कुकी छात्र संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। कुकी छात्र संगठनों ने सरकार के अलर्ट को दुष्प्रचार बताया है।
कांग्रेस की मणिपुर इकाई ने बुधवार को दावा किया कि राज्य में जातीय संघर्ष को सुलझाने के लिए कुकी और मैतेई समूहों के साथ सरकार की बातचीत के कोई सबूत नहीं हैं।
स्टूडेंट्स को अनअथॉराइज्ड रैलियों में शामिल होने की परमिशन नहीं दी जानी चाहिए, ये बात आज एक सभा को संबोधित करते हुए मणिपुर के शिक्षा मंत्री ने कही है।
मणिपुर में आज सरकार ने इंटरनेट पर लगी सारी पबंदियां हटा दी हैं। साथ ही स्कूलों के खुलने का भी ऐलान कर दिया है।
मणिपुर पुलिस ने बताया कि राज्य में प्रदर्शनकारियों के पास अत्याधुनिक हथियार हैं। कई सुरक्षाबलों को घायल कर दिया गया है। विरोध प्रदर्शन का ये तरीका सही नहीं है। पुलिस समुदाय का हिस्सा है, वह उनकी दुश्मन नहीं है।
मणिपुर के इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व जिलों में लागू कर्फ्यू में शनिवार को सुबह पांच बजे से शाम चार बजे तक ढील दी जाएगी। आतंकवादी हमलों के विरोध में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर 10 सितंबर को दोनों जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
मणिपुर यूनिवर्सिटी ने आज अचानक अपने सभी एग्जाम पोस्टपोन कर दिए हैं। छात्रों को इसके लिए एक नोटिस भी जारी किया गया है।
सरकार ने आदेश जारी किया है कि सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूल और कॉलेज 11 और 12 सितंबर बंद रहेंगे। बच्चों के हितों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
मणिपुर में लॉ एंड ऑर्डर के मद्देनजर इंटरनेट बंद किया गया है। सरकार ने नोटिस जारी कर आज से इंटरनेट सर्विसेज को सस्पेंड कर दिया है।
मणिपुर में छात्रों के प्रदर्शन के चलते तीन जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके तहत इंफाल पूर्व और पश्चिम तथा थौबल में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।
मणिपुर में हाल में हुए ड्रोन और मिसाइल हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर इंफाल में स्कूल-कॉलेज के हजारों छात्रों ने सोमवार को राज्य सचिवालय और राजभवन के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया।
मणिपुर में हिंसा का नया दौर शुरू हो गया है। हिंसा के दौरान मैतेई समुदाय के एक बुजुर्ग की हत्या कर दी गई। इस घटना के जवाब में जिरीबाम जिले में चार कुकी उग्रवादियों को मार दिया गया है।
जिरीबाम जिले में भड़की हिंसा को रोकने के लिए असम राइफल्स के साथ ही केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और मणिपुर पुलिस के कमांडो की टीम को तैनात किया गया है।
मणिपुर के विभिन्न इलाकों में रॉकेट और ड्रोन से हुए हमलों के बाद स्कूल बंद कर दिए गए हैं। वहीं लोगों में भी डर का माहौल है। इसके अलावा सुरक्षाकर्मी भी हाई अलर्ट पर हैं।
विस्फोट में 13 वर्षीय लड़की सहित पांच अन्य घायल हो गए। यह रॉकेट आईएनए मुख्यालय से लगभग दो किलोमीटर दूर एक स्थान पर गिरा।
मणिपुर में कुकी आतंकियों द्वारा ड्रोन के जरिए बम गिराए जाने की घटना के बाद सीएम बीरेन सिंह ने इसे आतंकी हमला करार दिया और कहा कि इसके जिम्मेदार लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
मणिपुर के बीजेपी एमएलए ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर राज्य से केंद्रीय बल हटाने का अनुरोध किया है।
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