मणिपुर के कांगपोकपी जिले में कुछ उपद्रवियों ने सुरक्षा बलों की 2 बसों को आग के हवाले कर दिया। सूबे में 3 मई के बाद शुरू हुई हिंसा अभी भी पूरी तरह थम नहीं पाई है।
मणिपुर मुद्दे को लेकर सरकार और संसद में गतिरोध बना हुआ है और अब तक मॉनसून सत्र में हंगामे के अलावा कुछ भी नहीं हुआ है।
मणिपुर में हुई हिंसा के बाद मिजोरम में भी इसकी चिंगारी देखने को मिल रही है और जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
संसद में जहां मणिपुर के मुद्दे पर गतिरोध बना हुआ है वहीं इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अधीर रंजन चौधरी और मल्लिकार्जुन खरगे को चिट्ठी लिखकर सदन में होनेवाली चर्चा में सहयोग की अपील की है।
मणिपुर में हिंसक वारदातों के बीच इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। अब राज्य सरकार ने इंटरनेट से आंशिक प्रतिबंध हटा दिया है लेकिन मोबाइल इंटरनेट पर बैन जारी रहेगा।
मणिपुर हिंसा मामले में म्यांमार के एक वीडियो को यहां का बताकर वायरल किया जा रहा है। इसे वायरल करने वाले आरोपियों को पुलिस आइपी एड्रेस के आधार पर तलाश रही है। जिस वीडियो को वायरल कर नफरत फैलाई जा रही है, उसमें महिला की हत्या करते दिखाया गया है। जबकि ये वीडियो फर्जी है।
म्यांमार में सेना और नागरिक बलों के बीच लंबे समय से जारी संघर्ष के चलते 700 से ज्यादा लोगों ने सीमा पार कर मणिपुर में अवैध रूप से प्रवेश किया है।
इस मामले के सामने आने के बाद सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा था कि इस घटना के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया जा रहा है और जल्द ही सभी की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
सस्पेंशन के बाद संजय सिंह संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के निकट धरने पर बैठ गए। कुछ अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने भी उनके समर्थन में नारेबाजी की। उन्होंने ‘निलंबन वापस लो’ के नारे लगाए।
मणिपुर में जारी हिंसक वारदातों की चर्चा विधानसभा के मानसून सत्र तक पहुंच गई है। सदन में विपक्ष ने सत्तापक्ष को घेरा तो गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्ष को दो टूक जवाब दिया है।
संसद के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही की शुरुआत मणिपुर मुद्दे पर शोर के साथ हुई। रानीतिक दलों ने संसद परिसर में प्रधानमंत्री मोदी के बयान की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने और उसके साथ गैंग रेप की घटना सामने आने के बाद मिजोरम में बसे मैतेई समुदाय के लोगों ने राज्य से पलायन करना शुरू कर दिया है। स्थिति को देखते हुए मणिपुर की सरकार ने भी लोगों को विमान से लाने की पेशकश की है।
सोशल मीडिया पर मणिपुर का बताकर एक वीडियो वायरल किया जा रहा है और इसमें दावा किया गया कि यहां नग्न महिलाएं पुलिस को खदेड़ रही हैं। इसके बाद हमने इस वीडियो का फैक्ट चेक किया तो सच्चाई कुछ और ही सामने आई।
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने मणिपुर में जारी जातीय हिंसा को लेकर केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने मणिपुर की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि जातीय सफाया पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि मणिपुर सरकार नाकाम हो गई है।
मणिपुर मामले पर सपा सांसद एसटी हसन ने कहा कि महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेडा कराने की घटना से दिल दहल गया है। हिंदुस्तान की सारी तहज़ीब को तितर-बितर कर दिया है। मुख्यमंत्री इस्तीफा दें। शूट एट साइट का ऑर्डर दें। अगर सरकार से नहीं संभाला जा रहा तो मिलिट्री के हवाले करें।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अचानक मणिपुर में इतनी अधिक रूचि दिखा रही है। पार्टी को थोड़ा मुड़कर पीछे देखना चाहिए। इसी तरह के संकटों में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की प्रतिक्रिया देखनी जरूरी है।
मणिपुर में तीन महीने से भी ज्यादा के समय से हिंसा हो रही है। इन हिंसा की वजह से 150 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं।
मणिपुर में हुई हिंसा और महिलाओं को साथ हुई शर्मनाक हिंसा पर जहां असम के सीएम ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है तो वहीं केंद्रीय मंत्री ने आरोपी को फांसी देने की मांग की है।
मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में पांचवां आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि कांगपोकपी जिले में चार मई को दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने के संबंध में पांचवें व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है।
धमकी के बाद मिजोरम सरकार ने राजधानी आइजोल में मैतेई लोगों के लिए सुरक्षा की व्यवस्था की है। पीएएमआरए ने शुक्रवार को कहा कि मिजोरम में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है, इसलिए मैतेई लोगों को अपनी खुद की सुरक्षा के लिए मिजोरम छोड़ देना चाहिए।
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